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मुरादाबाद और शाहीन बाग की महिलाएं निभा रही हैं रानी लक्ष्मीबाई की भूमिका: इमरान प्रतापगढ़ी - कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी

कांग्रेस नेता और शायर इमरान प्रतापगढ़ी मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में सीएए का विरोध कर रही महिलाओं को संबोधित करने पहुंचे. उन्होंने प्रदर्शनकारी महिलाओं की जमकर तारीफ की. इमरान ने कहा कि महिलाएं रानी लक्ष्मीबाई का रोल अदा कर रही हैं.

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महिलाओं के प्रदर्शन पर बोले इमरान प्रतापगढ़ी.
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Published : Feb 8, 2020, 11:15 AM IST

मुरादाबाद: CAA और NRC के विरोध में जिले के महिलाएं ईदगाह मैदान में बैठी हुई हैं. शुक्रवार को कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी इन महिलाओं के समर्थम में ईदगाह मैदान पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सीएए के विरोध में सड़कों पर बैठी महिलाओं की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि शाहीन बाग और मुरादाबाद की महिलाएं रानी लक्ष्मीबाई का रोल अदा कर रही हैं. समाज मुस्लिम महिलाओं को घर से निकलने की आजादी नहीं देता, लेकिन आज उन्हीं महिलाओं ने घर से बाहर निकल सरकार को हिला दिया है. हम भी शाहीन बाग और मुरादाबाद के साथ खड़े हैं.

महिलाओं के प्रदर्शन पर बोले इमरान प्रतापगढ़ी.

"मैं चुनाव हारा इसका मुझे मलाल नहीं"
शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि मैं बहुत पहले से चाहता था कि जो शाहीन बाग दिल्ली से शुरू हुआ, वह मुरादाबाद से शुरू होना चाहिए था. क्योंकि यह जिंदादिल लोगों की सरजमीं है. मैं यहां चुनाव हार कर गया था, इसका मुझे कोई मलाल नहीं रहा. मुझे मलाल उस दिन हुआ जब जामिया में लाइब्रेरी के अंदर छात्रों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. तब मैं पुलिस मुख्यालय के बाहर खड़ा होकर रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक कड़कड़ाती ठंड में नारेबाजी कर रहा था. तो मुझे एहसास हुआ कि अगर मेरी आवाज मजबूत हुई होती तो यह नारा मैं पार्लिमेंट में लगा रहा होता.

हमनें गृह मंत्री को पीछे हटते देखा है
उन्होंने कहा कि हम सड़कों पर क्या उतरें, अमित शाह ने लिखित तौर पर गृह मंत्रालय की ओर से संसद में कहा है कि फिलहाल एनआरसी लागू करने का हमारा कोई इरादा नहीं है. वह हमेशा कहते हैं कि हम 1 इंच पीछे नहीं हटेंगे, लेकिन उन्हें हमने पीछे हटते हुए देखा है.

सरकार को न दें खुद पर लाठियां बरसाने का मौका
भाजपाई कहते हैं कि हम घुसपैठिए नहीं हैं. घुसपैठिए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी हैं. जो म्यामांर में पैदा हुए बाहर से आए हुए आडवाणी हैं. जो 1948 में पाकिस्तान बनने के बाद भारत आए थे, हम तो इसी मिट्टी के हैं. साथ ही प्रदर्शन करने वाले लोगों को सावधान करते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि सरकार को कोई ऐसा मौका मत देना, जिससे सरकार को आप लोगों पर लाठियां बरसाने का बहाना मिल जाए.

महिलाओं के कमान संभालने से सीएम को क्यों है तकलीफ
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला करते हुए उन्होंने कहा कि यहां मुख्यमंत्री कहते हैं कि महिलाएं घरों से निकलकर प्रदर्शन कर रही हैं. लेकिन घर के आदमी कंबल ओढ़ कर सो रहे हैं. तो मैं कहता हूं कि मुख्यमंत्री जी अगर आपको महिलाओं की कमान संभालने से तकलीफ है, तो आप याद करिए कि जब अंग्रेजों के खिलाफ रानी लक्ष्मीबाई ने अपने बेटे को पीठ पर बांधकर हाथ में तलवार लेकर फिरंगियों के खिलाफ निकल पड़ी थी. दरअसल ये वही महिलाएं हैं, जो रानी लक्ष्मीबाई का रोल अदा कर रही हैं. यह वही महिलाएं हैं, जो रानी लक्ष्मीबाई की तरह मैदान में निकल आई हैं.

महिलाओं से संवाद करें पीएम मोदी
पीएम मोदी पर तंज कसते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि उन्हें मुस्लिम महिलाओं और बहनों की बड़ी चिंता है? पीएम ने कहा था कि मैं मुस्लिम महिलाओं के भले के लिए ट्रिपल तलाक कानून लागू कर रहा हूं. अगर आपको सच में मुस्लिम बहनों की फिक्र है, तो चले आइए शाहीन बाग, चले आइए मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में, यहां मां-बहनें आपका इंतजार कर रही हैं. इनसे बात करिए, आइए संवाद स्थापित करिए. अपनी बहनों से पूछिए कि आपको क्या तकलीफ है.

यह भी पढ़ें- शायर मुन्नवर राणा की बेटी एसएचओ के खिलाफ दर्ज कराएंगी मुकदमा, ये है वजह

मुरादाबाद: CAA और NRC के विरोध में जिले के महिलाएं ईदगाह मैदान में बैठी हुई हैं. शुक्रवार को कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी इन महिलाओं के समर्थम में ईदगाह मैदान पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सीएए के विरोध में सड़कों पर बैठी महिलाओं की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि शाहीन बाग और मुरादाबाद की महिलाएं रानी लक्ष्मीबाई का रोल अदा कर रही हैं. समाज मुस्लिम महिलाओं को घर से निकलने की आजादी नहीं देता, लेकिन आज उन्हीं महिलाओं ने घर से बाहर निकल सरकार को हिला दिया है. हम भी शाहीन बाग और मुरादाबाद के साथ खड़े हैं.

महिलाओं के प्रदर्शन पर बोले इमरान प्रतापगढ़ी.

"मैं चुनाव हारा इसका मुझे मलाल नहीं"
शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि मैं बहुत पहले से चाहता था कि जो शाहीन बाग दिल्ली से शुरू हुआ, वह मुरादाबाद से शुरू होना चाहिए था. क्योंकि यह जिंदादिल लोगों की सरजमीं है. मैं यहां चुनाव हार कर गया था, इसका मुझे कोई मलाल नहीं रहा. मुझे मलाल उस दिन हुआ जब जामिया में लाइब्रेरी के अंदर छात्रों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. तब मैं पुलिस मुख्यालय के बाहर खड़ा होकर रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक कड़कड़ाती ठंड में नारेबाजी कर रहा था. तो मुझे एहसास हुआ कि अगर मेरी आवाज मजबूत हुई होती तो यह नारा मैं पार्लिमेंट में लगा रहा होता.

हमनें गृह मंत्री को पीछे हटते देखा है
उन्होंने कहा कि हम सड़कों पर क्या उतरें, अमित शाह ने लिखित तौर पर गृह मंत्रालय की ओर से संसद में कहा है कि फिलहाल एनआरसी लागू करने का हमारा कोई इरादा नहीं है. वह हमेशा कहते हैं कि हम 1 इंच पीछे नहीं हटेंगे, लेकिन उन्हें हमने पीछे हटते हुए देखा है.

सरकार को न दें खुद पर लाठियां बरसाने का मौका
भाजपाई कहते हैं कि हम घुसपैठिए नहीं हैं. घुसपैठिए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी हैं. जो म्यामांर में पैदा हुए बाहर से आए हुए आडवाणी हैं. जो 1948 में पाकिस्तान बनने के बाद भारत आए थे, हम तो इसी मिट्टी के हैं. साथ ही प्रदर्शन करने वाले लोगों को सावधान करते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि सरकार को कोई ऐसा मौका मत देना, जिससे सरकार को आप लोगों पर लाठियां बरसाने का बहाना मिल जाए.

महिलाओं के कमान संभालने से सीएम को क्यों है तकलीफ
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला करते हुए उन्होंने कहा कि यहां मुख्यमंत्री कहते हैं कि महिलाएं घरों से निकलकर प्रदर्शन कर रही हैं. लेकिन घर के आदमी कंबल ओढ़ कर सो रहे हैं. तो मैं कहता हूं कि मुख्यमंत्री जी अगर आपको महिलाओं की कमान संभालने से तकलीफ है, तो आप याद करिए कि जब अंग्रेजों के खिलाफ रानी लक्ष्मीबाई ने अपने बेटे को पीठ पर बांधकर हाथ में तलवार लेकर फिरंगियों के खिलाफ निकल पड़ी थी. दरअसल ये वही महिलाएं हैं, जो रानी लक्ष्मीबाई का रोल अदा कर रही हैं. यह वही महिलाएं हैं, जो रानी लक्ष्मीबाई की तरह मैदान में निकल आई हैं.

महिलाओं से संवाद करें पीएम मोदी
पीएम मोदी पर तंज कसते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि उन्हें मुस्लिम महिलाओं और बहनों की बड़ी चिंता है? पीएम ने कहा था कि मैं मुस्लिम महिलाओं के भले के लिए ट्रिपल तलाक कानून लागू कर रहा हूं. अगर आपको सच में मुस्लिम बहनों की फिक्र है, तो चले आइए शाहीन बाग, चले आइए मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में, यहां मां-बहनें आपका इंतजार कर रही हैं. इनसे बात करिए, आइए संवाद स्थापित करिए. अपनी बहनों से पूछिए कि आपको क्या तकलीफ है.

यह भी पढ़ें- शायर मुन्नवर राणा की बेटी एसएचओ के खिलाफ दर्ज कराएंगी मुकदमा, ये है वजह

Intro:एंकर :- CAA और NRC के विरोध में ईदगाह मैदान में बैठी हुई है. उनकी के समर्थन में आज इमरान प्रतापगढ़ी ईदगाह मैदान में पहुचकर जनसभा को संबोधित किया. हम सड़को पर क्या उतरे अमित शाह लिखित तौर पर दिया कि अभी हम एनआरसी नही ला रहे. शाहीन बाग और मुरादाबाद में जो महिलाएं CAA और NRC के विरोध में बैठी है यह रानी लक्ष्मीबाई का रोल अदा कर रही है. वह कहते है कि समाज मुस्लिम महिलाओं घर से निकलने की आजादी नही देता तो आज उन्ही महिलाओ को आजादी मिली है कि इन्होंने सरकार की नाक में दम कर दिया.


Body:वीओ:- मुरादाबाद से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी और शायर इमरान प्रतापगढ़ी CAA और NRC के विरोध में बैठी महिलाओं के समर्थन में मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में पंहुचे. ईदगाह के मैदान में हज़ारों की संख्या में पहुचे लोगो को संबोधित करते की सलाम मुरादाबाद को जिसने एक शाहीन बाद यहां खड़ा कर दिया. सलाम करता हूं जहां की मां बहनों को जिन्होंने ईदगाह में आकर और बैठकर यह दिखा दिया कि हम भी शाहीन बाग के साथ खड़े हैं. क्योंकि मैं बहुत पहले से चाहता था जो शाहीन बाग दिल्ली से शुरू हुआ वह मुरादाबाद से शुरू होना चाहिए था. क्योंकि यह जिंदादिल लोगों की सर जमीन है. मैं यहां चुनाव हार कर गया मुझे कोई मलाल नहीं रहा. लेकिन मलाल उस दिन हुआ जब जामिया में लाइब्रेरी के अंदर छात्र छात्राओं के ऊपर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए तब में पुलिस मुख्यालय के बाहर खड़ा होकर रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक कड़कड़ाती ठंड में नारेबाजी कर रहा था. तो मुझे एहसास हुआ कि अगर काश मेरी आवाज मजबूत हुई होती तो यह नारा में पार्लिमेंट में लगा रहा होता. हम सब सड़को पर क्या उतरे कि परसों अमित शाह ने लिखित तौर पर गृह मंत्रालय की ओर से संसद में यह कहना पड़ा कि फिलहाल एनआरसी लागू करने का हमारा कोई इरादा नहीं है.वह हमेशा कहते हैं कि हम 1 इंच पीछे नहीं हटेंगे उन्हें हमने पीछे हटते हुए देखा है.
भाजपा के लोग हमें कहते हैं कि हम घुसपैठिया हैं हम घुसपैठिए नहीं हैं. घुसपैठिए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी है जो म्यामांर में पैदा हुए बाहर से आए हुए आडवाणी हैं जो 1948 में पाकिस्तान बनने के बाद भारत आए थे हम तो इसी मिट्टी के है. साथ ही प्रदर्शन करने वाले लोगों को सावधान करते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा सरकार को कोई ऐसा मौका मत देना या कोई ऐसी बदमाशी मत करना जिसके बाद यह लोग आपके ऊपर लाठियां चलाई और गोलियां चलाएं.
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला करते हुए कहा कि यहां के मुख्यमंत्री कहते हैं की महिलाएं घरों से निकलकर प्रदर्शन कर रही है. उनके घर के आदमी कंबल ओढ़ के सो रहे है. तो मैं कहता हूं कि मुख्यमंत्री जी अगर आपको महिलाओं की कमान संभालने से तकलीफ है. तो आप याद करिए कि जब अंग्रेजो के खिलाफ रानी लक्ष्मीबाई ने अपने बेटे को पीठ पर बांधकर हाथ में तलवार लेकर फिरंगीयों के खिलाफ निकल पड़ी थी. दरअसल यह वही महिलाएं हैं जो रानी लक्ष्मीबाई का रोल अदा कर रही हैं. यह वही महिलाएं हैं जो रानी लक्ष्मीबाई की तरह मैदान में निकल आयी है.
आप लोग कहते हैं कि बुरखे में जो महिलाएं घरों में बैठी रहती हैं उनको समाज बाहर निकलने की आजादी नहीं देता तो देखिए आज आजादी ऐसी मिली है कि उन्होंने हुकूमत की नाक में दम कर दिया.
नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसते हुए इमरान प्रतापगढ़ी बोले नरेंद्र मोदी मुस्लिम महिलाओं बहनों की बड़ी चिंता है. मैं उनके भले के लिए ट्रिपल तलाक कानून लागू कर रहा हूं. अगर आपको सच में मुस्लिम बहनों की फिक्र है. तो चले आइए शाहीन बाग चले आइए मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में मां बहने आपका इंतजार कर रही है. इनसे बात करिए आइए संवाद स्थापित करिए अपनी बहनों से पूछिए कि आपको क्या तकलीफ है.


Conclusion:बाइट:- इमरान प्रतापगढ़ी


सुशील कुमार सिंह
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