मुरादाबाद: पिछले 24 घंटे में आठ लोगों ने आत्महत्या कर ली. मुरादाबाद मंडल के पांच अलग-अलग क्षेत्रों में लोगों ने आत्महत्या की. विशेषज्ञों के अनुसार, विश्व में भारत आत्महत्या करने वाले देशों में सबसे आगे है. इसका मुख्य कारण लोगों के द्वारा अपनी बात किसी के साथ शेयर नहीं करना, अकेलापन भी आत्महत्या का प्रमुख कारण है.
यहां-यहां हुई घटना
- मुरादाबाद मंडल में एक दिन के अंदर आठ लोगों ने आत्महत्या कर ली.
- सिविल लाइन थाना क्षेत्र के राम गंगा विहार कॉलोनी निवासी सहायक पोस्ट मास्टर मानसिंह ने मानसिक तनाव में आकर जहरीला पदार्थ खा लिया, जिन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.
- मानसिंह ने स्वेच्छा से रिटायरमेंट लिया था, जिसके कारण वह काफी अवसाद में रहने लगे थे.
- वहीं अमरोहा जिले की एक अज्ञात महिला ने अपने दुधमुंही बच्ची के साथ ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली.
- संभल जिले के चंदोसी थाना क्षेत्र में युवती ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर ली.
- खलील नामक व्यक्ति ने पत्नी से विवाद के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
- अमरोहा जिले के राजापुर थाना क्षेत्र निवासी पुष्पेंद्र नामक युवक ने मां के साथ विवाद होने के बाद जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली.
- रामपुर जनपद के शाहाबाद थाना क्षेत्र में बीएड छात्र जितेंद्र सिंह पेपर खराब होने के चलते जहरीला पदार्थ खा लिया और उसकी मौत हो गई.
- रामपुर के टांडा थाना क्षेत्र के अनस नामक किशोर ने दोस्त से नाराज होकर आत्महत्या कर ली.
विश्व में आत्महत्या करने वालों में 17.5 प्रतिशत लोग भारत में हैं. भारत में आत्महत्या करने वालों की उम्र सीमा 15 से 39 साल है. सामाजिक, आर्थिक और कुछ बायोलॉजिकल कारण की वजह से लोग आत्महत्या करते हैं. देश में इसका एक और कारण गांव से शहर की तरफ पलायन भी है. अगर किसी घर के अंदर कोई व्यक्ति किसी से बातचीत न करता हो अकेले रहता हो तो वह डिप्रेशन का शिकार होता है. वह आने वाले समय में आत्महत्या जैसे घातक कदम उठा सकता है. ऐसे लोगों को किसी मानसिक चिकित्सक को दिखाना चाहिए.
-नवीन गुप्ता, मानसिक रोग विशेषज्ञ