मुरादाबाद/गोरखपुर: भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए शुक्रवार ऐतिहासिक दिन है. देर रात डेढ़ से ढाई बजे के बीच चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-2 उतरेगा. हर किसी को इस 'सॉफ्ट लैंडिंग' का बेसब्री से इंतजार है. विक्रम लैंडर की लैंडिंग का गवाह बनने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसरो के केंद्र में मौजूद रहेंगे. दुनिया में पहली बार चांद के साउथ पोल पर उतरने वाले भारतीय चंद्रयान की सफल लैंडिंग को लेकर पूरे देश में प्रार्थनाएं की जा रही हैं.
मुरादाबाद में चंद्रयान की सफल लैंडिग के लिए हवन पूजन
मुरादाबाद मंडल में चंद्रयान की लैंडिंग को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है. गणेश उत्सव के मौके पर गणपति की पूजा के साथ मंदिरों में हवन कर चंद्रयान के लिए दुआएं मांगी जा रही हैं. भारत के बहुप्रतीक्षित चंद्रयान-2 मिशन के लिए शुक्रवार की रात इतिहास रचने की है.
आधी रात चंद्रयान चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग करने जा रहा है, जिस पर पूरे देश के साथ दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं. इसरो के इस खास मिशन में मुरादाबाद मंडल के वैज्ञानिक भी शामिल हैं, जिसके चलते मंडल में हर कोई उत्साहित है.
गोरखपुर में भी चंद्रयान-2 की सफल लैंडिंग को लेकर प्रार्थना
गोरखपुर में मिशन चंद्रयान-2 के सफल लैंडिंग की कामना को लेकर राष्ट्र वंदन समिति और जिला नारायण बाल महिला जन उत्थान समिति ने कामना की है. दोनों संस्थानों के संयुक्त तत्वावधान में कार्यकर्ताओं ने पूजा-पाठ आरती कर चंद्रयान-2 के सफल परिक्षण की भगवान से प्रार्थना की.
कार्यकर्ताओं ने बताया कि चंद्रयान-2 स्वदेश निर्मित उपग्रह है, जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा. भारत के सबसे महत्वपूर्ण मिशन में से यह एक है. यह मिशन अवश्य ही सफलतापूर्वक लक्ष्य को पूरा करके भारत के लिए अहम जानकारी जुटाएगा. इस मंगलकामना के साथ हम सभी राम दरबार में एकत्रित हुए हैं और चन्द्रयान-2 के सफल लैंडिंग के लिए प्रभु श्री राम की पूजा अर्चना करके प्रार्थना की.
शुक्रवार-शनिवार की आधी रात चांद पर उतरने के लिए विक्रम लैंडर नीचे की ओर चलना शुरू करेगा और डेढ़ से ढाई बजे के बीच यह पृथ्वी के उपग्रह के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरेगा. प्रधानमंत्री मोदी खुद इस ऐतिहासिक लम्हे को देखने के लिए इसरो के बेंगलुरु केंद्र में मौजूद रहेंगे. उनके साथ 60-70 स्कूली बच्चे भी होंगे. ये सभी लैंडिंग का सीधा प्रसारण देख सकेंगे.
हम सभी के लिए गर्व की बात है कि हमारा देश इतने बड़े मिशन को पूरा करने जा रहा है. भारत के सबसे महत्वपूर्ण मिशन में से ही एक यह मिशन अवश्य अपनी सफलता के कदम चूमेगा. साथ भारत के लिए अहम जानकारी दे पाएगा.
-दुर्गेश त्रिपाठी, कार्यकर्ता राष्ट्र बंदन समिति