मुरादाबाद: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को अपने एक दिवसीय के लिए मुरादाबाद पहुंचे थे. यहां पर भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों और नेताओं के साथ उनकी बैठक होनी थी. इसी बैठक में हिस्सा लेने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायती राज विभाग के कैबिनेट मंत्री और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए भाजपा का बड़ा चेहरा माने जाने वाले नेता भूपेंद्र सिंह भी पहुंचे थे. लेकिन मुरादाबाद पुलिस उन्हें पहचान नहीं पाई, जबकि वह अपने वाहन से थे. कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह की कार को वहां मौजूद दारोगा ने दो बार रोका और उनसे बहस की. एक इंस्पेक्टर ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत करवाया. हालांकि मुरादाबाद पुलिस की वजह से वह मीटिंग के लिए देर हो गए.
दरअसल, कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी अपने राजकीय वाहन से मुरादाबाद सर्किट हाउस करीब 10 मिनट की देरी से पहुंचे, जहां उन्हें मीटिंग में शामिल होना था. लेकिन गेट पर तैनात कटघर थाने के दारोगा नरेंद्र कुमार उन्हें पहचान नहीं सके. मंत्री द्वारा बार-बार अपना परिचय बताते रहे और अपने पदाधिकारी और स्टाफ को अंदर ले जाने के लिए अनुरोध करते रहे, लेकिन दारोगा नहीं माने. जब उन्होंने मुरादाबाद के जिलाध्यक्ष को फोन लगाया तो तमाम पदाधिकारी और वह अंदर जा सके.
इससे पहले मुरादाबाद पुलिस ने सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ आए फरियादियों को भी एक गाड़ी में बिठा कर कहीं और भेज दिया था. जब इस कार्रवाई पर मीडियावालों ने पुलिसकर्मियों व आला अधिकारियों से सवाल किया तो एसपी ट्रैफिक अशोक कुमार नाराज हो गए और मीडिया वालों को देख लेने की धमकी देने लगे.