मुरादाबाद: जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1000 का आंकड़ा पार कर चुकी है. जिले में कोरोना संक्रमित 45 लोगों की इलाज के दौरान मौत हुई है. जिले में बढ़ते संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना टेस्ट की क्षमता बढ़ा दी है और जनपद में एंटीजन टेस्ट की सुविधा भी शुरू की गई है.
टेस्ट से घबराएं न लोग
सर्किट हाउस में मीडिया से वार्ता करते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार ने कोरोना संक्रमण रोकने के इंतजाम पर चर्चा की. डीएम के मुताबिक जनपद के शहरी और देहात क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार संक्रमित मरीजों की पहचान करने और उनकी जांच करने के लिए लगाई गई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में दो हजार से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग अभी तक की गई है ,जिसमें 37 मरीजों में संक्रमण पाया गया है. डीएम के मुताबिक ज्यादातर मरीज कोरोना संक्रमण के लक्षणों से घबरा कर टेस्ट के लिए नहीं आ रहें हैं, जो भयावह रूप ले सकता है. ऐसे में जिलाधिकारी ने लोगों से बीमारी छुपाने के बजाय टेस्ट करने के लिए आगे आने की अपील की है.
हेल्पलाइन नंबर पर दें जानकारी
सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति यदि बीमार है या फिर उसे संक्रमण के लक्षण नजर आते हैं तो वह एकीकृत कोविड-19 कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में हेल्पलाइन नम्बर पर सम्पर्क कर जानकारी दे सकता है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर पर जाकर बीमार या संदिग्ध का सैम्पल जमा करेगी. सरकार द्वारा होम आइसोलेशन की सुविधा दिए जाने के बाद बिना लक्षण वाले कोरोना मरीज घरों में ही आइसोलेट किए जाएंगे.
जनपद में बढ़ते संक्रमण के लिए बिना लक्षणों वाले कोरोना पॉजिटिव भी जिम्मेदार है, जो जगह-जगह घूमकर संक्रमण को बढ़ा रहे हैं. बरसात के मौसम में संक्रमण की दर बढ़ने की आशंका के बाद अब ऐसे मरीजों को चिन्हित कर उन्हें आइसोलेट करना प्रशासन की सबसे बड़ी प्राथमिकता है.