मुरादाबाद : कांठ थाना क्षेत्र के चर्चित लव जिहाद प्रकरण में युवती का नारी निकेतन में गर्भपात होने की सूचना मिलने के बाद सोशल एक्टिविस्ट और ऑल इंडिया प्रोगेसिव वूमेन की सचिव अपनी टीम के साथ दिल्ली से कांठ स्थित पिंकी के घर पहुंची. सचिव कविता कृष्णन ने पिंकी की सभी मेडिकल रिपोर्ट भी चेक की और पिंकी को दवाई मुहैया कराई. इस दौरान उन्होंने कहा कि लव जिहाद कानून प्यार विरोधी कानून है. इस देश में मनुवादी कानून नहीं लागू होगा. अंबेडकर के बनाए संविधान से देश चलेगा.
'गर्भपात करवाना एक जघन्य अपराध'
सोशल एक्टिविस्ट और ऑल इंडिया प्रोगेसिव वूमेन एसोसिएशन की सचिव कविता कृष्णन का कहना है कि पुलिस ने किस आधार पर पिंकी और उसके ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई की. पिंकी को नारी निकेतन भेज दिया, जहां उसका जबरन गर्भपात करा दिया गया. यह एक जघन्य अपराध है. गर्भपात के बाद उसका इलाज नहीं कराया गया और न ही उसे दवाइयां दी गई. भारत के संविधान में नहीं लिखा है कि किसी अन्य जाति व धर्म में लोग शादी नहीं कर सकते हैं.
'संविधान के अनुसार चलेगा देश'
लव जिहाद मामले में पिंकी, उसके पति और जेठ पर हुई पुलिस कार्रवाई पर सवाल दागते हुए कविता कृष्णन ने कहा कि अगर कार्रवाई करनी थी तो बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर करते. क्या बजरंग दल के कार्यकर्ता संविधान से बड़े हो गए. संविधान में तो लिखा है कि कोई भी जाति व धर्म का व्यक्ति कहीं भी शादी कर सकता है. ये लोग जब हिन्दू राष्ट्र बना लें तो मनुस्मृति कानून वहां लागू कर सकते हैं. यहां अंबेडकर के द्वारा बनाया गया संविधान लागू होता है.
'गर्भपात एक सोची समझी साजिश'
सोशल एक्टिविस्ट कविता कृष्णन ने सवाल किया कि पिंकी जब गर्भवती थी तो उसको जबरन नारी निकेतन क्यों भेजा गया. गर्भवती महिला अगर घर पर रहती तो अच्छा खाती पीती. इसके पीछे एक सोची समझी साजिश थी. पिंकी का गर्भ गिरवा दिया जाए और ऐसा किया जाए कि आगे यह कभी मां न बन पाए.
लव जिहाद कानून के पीड़ितों से की अपील
कविता कृष्णन ने लव जिहाद मामलों के पीड़ितों से कहा कि वे उनसे संपर्क करें. उन्हें न्याय दिलवाया जाएगा. पुलिस और सरकार ने अगर गलत किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई के साथ सजा की अपील करेंगे.