मुरादाबाद: जिले में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 21 नए मामलों की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त रिपोर्ट में हॉटस्पॉट क्षेत्रों के अलावा नए क्षेत्रों से भी कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं. जुलाई महीने में संक्रमण की दर बढ़ने के बाद जहां स्वास्थ्य विभाग बड़े पैमाने पर लोगों की जांच का दावा कर रहा है. वहीं शहर के अलावा देहात क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ने से हालात खराब होते जा रहे हैं. मंगलवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में सबसे ज्यादा 7 मरीज प्रेमनगर मोहल्ले से सामने आए हैं. जनपद में कुल मरीजों की संख्या 779 हो गई है, जबकि 30 मरीजों की अब तक इलाज के दौरान मौत हुई है.
जिले में जून महीने में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 448 थी. जबकि अब संख्या 779 पर पहुंच चुकी है. जुलाई महीने में अब तक 331 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. मंगलवार सुबह लखनऊ लैब से प्राप्त रिपोर्ट में जनपद में 21 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई हैं. प्राप्त रिपोर्ट में प्रेमनगर मोहल्ले के 7, सिविल लाइन के 4, लाजपतनगर, पाकबड़ा, ठाकुरद्वारा, मंडी चौक के एक-एक मरीज में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रमित मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सिविल लाइन स्थित एक कारोबारी के परिवार के संक्रमित तीन सदस्यों को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सीएमओ एमसी गर्ग के मुताबिक संक्रमित पाए गए सभी मरीजों की हालत सामान्य है और ज्यादातर बिना लक्षणों वाले मरीज हैं.
स्वाथ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अब तक जनपद में 20361 लोगों की जांच की जा चुकी है और जांच रिपोर्ट में 18224 लोग निगेटिव पाए गए हैं. जनपद में अब तक 461 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं. संक्रमित मरीजों का इलाज जनपद के तीन अस्पतालों में चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग शहर के अलावा देहात क्षेत्रों में भी विशेष अभियान चलाकर लोगों की जांच कर रहा हैं. जनपद में लगातार बढ़ रहीं कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के बाद भी बाजारों में लगातार भीड़ जमा हो रहीं है, जो आने वाले दिनों में परेशानी का सबब बन सकती है.
जनपद में अब तक कोरोना संक्रमण के चलते 30 लोगों की मौत हुई है. जुलाई महीने में लगातार बढ़ते मामलों के बाद प्रशासन द्वारा 76 मोहल्लों को हॉटस्पॉट घोषित किया है. प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग से अतिरिक्त इंतजाम तैयार रखने और मरीजों की संख्या बढ़ने पर इलाज की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं.