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मुरादाबाद: 1400 प्रवासी श्रमिकों को मिला मनरेगा से रोजगार

मुरादाबाद जिला प्रशासन जल्द ही सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के कार्य शुरू करने की योजना बना रहा है, ताकि वापस लौटे सभी दस हजार प्रवासी मजदूरों को काम दिया जा सके.

चौदह सौ प्रवासी श्रमिकों को मिला मनरेगा से रोजगार.
चौदह सौ प्रवासी श्रमिकों को मिला मनरेगा से रोजगार,
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Published : May 16, 2020, 8:35 PM IST

मुरादाबाद: लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में अपने घर वापस लौट रहे हैं. वापस लौटे मजदूरों को रोजगार दिलाना बड़ी चुनौती है. इसके लिए जिला प्रशासन ने मनरेगा के लंबित काम शुरू कर दिए हैं, जिसके चलते 1400 श्रमिकों को घर पर ही काम मिलना शुरू हो गया है.

मनरेगा में 15 हजार से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं
जनपद की 240 ग्राम पंचायतों में 15 हजार से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं. प्रशासन जल्द ही सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के कार्य शुरू करने की योजना बना रहा है. ताकि वापस लौटे सभी दस हजार प्रवासी मजदूरों को काम दिया जा सके.

जनपद में बनाए गए नए जॉब कार्ड
प्रवासी मजदूरों के वापस आने के बाद सरकार अब उनके रोजगार के लिए योजनाएं बनाने में जुटी है. जनपद की 584 ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के लिए 5222 प्रवासी श्रमिकों के जॉब कार्ड तैयार किये जा चुके हैं. लॉकडाउन तीन में जनपद की 240 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के लंबित कार्यों को पूरा किया जा रहा है. सामाजिक दूरी का पालन करने के साथ ही मजदूर लगातार सैनिटाइजर और हैंडवाश का इस्तेमाल कर रहे हैं.

584 गांवों में शुरू हुआ मनरेगा का काम
प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक जनपद के देहात क्षेत्र में कुल 10 हजार प्रवासी मजदूर अब तक अपने घर वापस आए हैं, जिसमें से पांच हजार मजदूरों के जॉब कार्ड तैयार कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया गया है. शेष पांच हजार मजदूरों को जल्द ही मनरेगा से जोड़ा जाएगा. इस समय 243 गांवों में शुरू हुए कामों में 15 हजार से ज्यादा मजदूर काम कर रहे हैं. मनरेगा योजना के काम 584 गांवों में शुरू किए जाने हैं जिसके लिए तैयारियां आखिरी चरण में हैं.

मुरादाबाद: लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में अपने घर वापस लौट रहे हैं. वापस लौटे मजदूरों को रोजगार दिलाना बड़ी चुनौती है. इसके लिए जिला प्रशासन ने मनरेगा के लंबित काम शुरू कर दिए हैं, जिसके चलते 1400 श्रमिकों को घर पर ही काम मिलना शुरू हो गया है.

मनरेगा में 15 हजार से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं
जनपद की 240 ग्राम पंचायतों में 15 हजार से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं. प्रशासन जल्द ही सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के कार्य शुरू करने की योजना बना रहा है. ताकि वापस लौटे सभी दस हजार प्रवासी मजदूरों को काम दिया जा सके.

जनपद में बनाए गए नए जॉब कार्ड
प्रवासी मजदूरों के वापस आने के बाद सरकार अब उनके रोजगार के लिए योजनाएं बनाने में जुटी है. जनपद की 584 ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के लिए 5222 प्रवासी श्रमिकों के जॉब कार्ड तैयार किये जा चुके हैं. लॉकडाउन तीन में जनपद की 240 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के लंबित कार्यों को पूरा किया जा रहा है. सामाजिक दूरी का पालन करने के साथ ही मजदूर लगातार सैनिटाइजर और हैंडवाश का इस्तेमाल कर रहे हैं.

584 गांवों में शुरू हुआ मनरेगा का काम
प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक जनपद के देहात क्षेत्र में कुल 10 हजार प्रवासी मजदूर अब तक अपने घर वापस आए हैं, जिसमें से पांच हजार मजदूरों के जॉब कार्ड तैयार कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया गया है. शेष पांच हजार मजदूरों को जल्द ही मनरेगा से जोड़ा जाएगा. इस समय 243 गांवों में शुरू हुए कामों में 15 हजार से ज्यादा मजदूर काम कर रहे हैं. मनरेगा योजना के काम 584 गांवों में शुरू किए जाने हैं जिसके लिए तैयारियां आखिरी चरण में हैं.

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