मिर्जापुर: जिले के मंडलीय अस्पताल के आईसीयू में भर्ती एक महिला मरीज के साथ छेड़खानी का प्रयास किया गया. यह आरोप अस्पताल के ही एक सफाईकर्मी पर लगा है. बताया जा रहा है कि महिला के शोर मचाने पर परिजन और स्टाफ नर्स पहुंचे तो गेट बंद मिला. इसके बाद पूरे अस्पताल महकमें में हड़कंप मच गया. वहीं जब स्टाफ नर्स ने उसका विरोध किया तो सफाई कर्मी उल्टा उससे विवाद करने लगा. इतना ही नहीं सफाई कर्मी ने दबंगई दिखाते हुए आईसीयू गेट का शीशा भी तोड़ दिया.
वहीं अस्पताल प्रशासन ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए संविदा पर काम कर रहे सफाईकर्मी को तत्काल कार्यमुक्त कर दिया. अस्पताल प्रशासन की तरफ से संविदा सफाईकर्मी पर जांच बैठाने की बात भी स्वीकारी है. हालांकि इस पूरे मामले में परिजनों ने अभी तक पुलिस में शिकायत नहीं की है.
बताया जा रहा है कि मामला लालगंज थाने के अंतर्गत एक गांव की महिला को तीन दिन पहले मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. महिला की उम्र 35 वर्ष बताई जा रही है. सांस लेने में दिक्कत होने के चलते उसे आईसीयू वार्ड में ऑक्सीजन लगाया गया था. आज शनिवार को एक सफाईकर्मी वार्ड में पहुंचा और बताया कि डॉक्टर ने उसे पेशाब की नली लगाने को कहा है. पास में बैठी सासू मां को सफाईकर्मी कमरे से बाहर जाने को कहा और गेट बंद कर लिया. इसके बाद वो महिला मरीज के पास पहुंचा और नली लगाने के बहाने छेड़छाड़ करने का प्रयास करने लगा. यह देखकर महिला ने शोर मचाना शुरू कर दिया.
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शोर सुनकर महिला के परिजन और स्टाफ नर्स वहां पहुंचे तो अंदर से दरवाजा बंद मिला. स्टाफ नर्स ने किसी तरह सफाईकर्मी से दरवाजा खुलवाने के बाद नली लगाने के संबंध में सवाल किया और पूछा कि वार्ड में कैसै पहुंच गये? इस दौरान सवाल करने पर भड़के सफाईकर्मी ने स्टाफ नर्स से विवाद करते हुए दरवाजे का शीशा तोड़ दिया और हंगामा करने लगा.
मामले पर मंडलीय अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आलोक ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए सफाई कर्मी को हटा दिया गया है. साथ ही घटना की जांच कराई जा रही है.
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