मिर्जापुर : तीन बच्चों के हत्याकांड के मामले में 6 दिन से हत्यारों तक पहुंचने में SIT के नाकाम रहने पर STF वाराणसी सोमवार शाम गांव पहुंची. मृतकों के घर पहुंचकर परिजनों से पूरी जानकारी लेकर टीम ने जांच शुरू कर दी है. एसटीएफ के आने के बाद परिजनों को घटना का पर्दाफाश होने की थोड़ी आस जगी है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि
तीन मासूमों की हत्या के मामले में एडीजी वाराणसी जोन ब्रजभूषण शर्मा ने लेहड़िया बंधी में बामी गांव के तीन चचेरे भाइयों की हत्या का खुलासा करने के लिए 3 दिसंबर को एएसपी आपरेशन के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया था. टीम में अधिकारी से लेकर बड़ी संख्या में सीओ और इंस्पेक्टर को शामिल किया गया था. इतने दिनों में दो दर्जन से ज्यादा लोगों को उठाकर पूछताछ करने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं.
परिजनों से बात कर रही है STF
एक दिन पहले ही एडीजी ने अष्टभुजा डाक बंगला पर बैठक कर नए बिंदुओं पर जांच करने के निर्देश दिए जाने का कोई फायदा नहीं मिला. अब एसटीएफ वाराणसी की छह सदस्यीय टीम को हत्याकांड का पर्दाफाश करने के लिए जिले में भेजा है. टीम ने गांव में पहुंचते ही जांच शुरू कर दी. अधिकारियों और परिजनों से भी एसटीएफ बात कर रही है.
बेर खाने जंगल गए बच्चे लौटे ही नहीं
दरअसल एक दिसंबर को बेर खाने घर से जंगल गये बच्चे गायब हो गए. तीनों नाबालिग सुधांशु, शिवम और हरिओम के दो दिसंबर को घर से तीन किलोमीटर की दूरी पर लेहड़िया बंधी में शव मिले. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आंख सर में चोट के निशान आने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हत्या की जांच में जुट गई. जिस बंधी में शव मिला था एसटीएफ ने घटनास्थल देखकर अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है. उम्मीद है जल्द खुलासा हो जाएगा मगर लोकल पुलिस अब भी चुप्पी साधे बैठी हुई है, लेकिन हर रोज गांव के घटनास्थल का निरक्षण कर वापस आ जाती है.