मिर्जापुर: मामला परिषदीय स्कूलों में बच्चों के गिरते शिक्षा स्तर और शिक्षकों की उपस्थिति से जुड़ा है. जिसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने एक निर्देश जारी किया है, जिसमें जिले के अध्यापकों को तीन बार सेल्फी लेकर व्हाट्सएप के माध्यम से अपने एनपीआरसी को भेजने के निर्देश दिए हैं, जिसकी मानिटरिंग जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी करेंगे.
- मामला परिषदीय स्कूलों में बच्चों के गिरते शिक्षा स्तर और शिक्षकों की उपस्थिति से जुड़ा है.
- इसको लेकर जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने निर्देश जारी किया है.
- परिषदीय स्कूलों के अध्यापकों को तीन बार सेल्फी लेकर व्हाट्सएप के माध्यम से अपने एनपीआरसी को भेजने के निर्देश दिए हैं.
- शिक्षकों के स्कूल से गायब रहने की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए यह पहल की गई है.
- पहली सेल्फी प्रार्थना की, दूसरी मिड डे मील और तीसरी छुट्टी के समय की भेजनी होगी.
- ऐसा नहीं करने वाले अध्यापकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
- जिलाधिकारी ने यह पहल लोगों की शिकायत पर की है, जो कारगर साबित हो रही है.
- जनपद में कुल 1,611 प्राथमिक स्कूल, 601 उच्च प्राथमिक स्कूल, छह मल्टीस्टोरी स्कूल, 10 कस्तूरबा गांधी विद्यालय हैं.
- वहीं कुल 4,572 शिक्षक और 2,200 शिक्षा मित्र जनपद के स्कूलों में तैनात हैं.
ये होगी पूरी प्रक्रिया-
जनपद के परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षक प्रतिदिन प्रार्थना सभा में बच्चों संग सेल्फी लेकर 08:15 तक शिक्षकों को एनपीआरसी ग्रुप में भेजना होगा. न्याय पंचायत समन्वयक 08:15 बजे तक आकाशमिक अवकाश, अनुपस्थिति अथवा फोटो भेजने वाले शिक्षकों की सूचना बीआरसी और जनपद स्तरीय ग्रुप में भेजेंगे. इसके बाद संबंधित अध्यापक शिक्षामित्र अनुदेशक परिचारक एवं एनपीआरसी का उस दिन का वेतन कटेगा. साथ उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.
हमारे जनपद में करीब दो हजार स्कूल हैं, जिसमें अध्यापकों के समय से न पहुंचने की शिकायतें मिल रही थी और खण्ड शिक्षा अधिकारी भी शिक्षकों से मिले हुए हैं. इसी क्रम में सभी बीएसए, खण्ड शिक्षा अधिकारी, डिस्ट्रिक कोऑडिनेटर को आदेश दिया गया है कि जनपद में जितने भी अध्यापक हैं, उनकी सेल्फी स्कूल के नाम के साथ लेकर ब्लॉक लेबल के बीआरसी के पास भेजेगें.
-अनुराग पटेल, जिलाधिकारी