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मिर्जापुर: घर वापसी करते हुए कांग्रेस में शामिल हुए रामराज सिंह पटेल - रामराज सिंह पटेल

चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद नेता इस पार्टी से उस पार्टी में जाने लगे हैं. मंगलवार को रामराज सिंह पटेल समर्थकों के साथ फिर से घर वापसी करते हुए कांग्रेस में शामिल हुए. वो हमेशा से सपा-कांग्रेस गठबंधन का विरोध करते थे, इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी.

भरुहना कांग्रेस कार्यलय
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Published : Mar 26, 2019, 8:44 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुर: चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद से नेता अपने फायदे को देखते हुए इस पार्टी से उस पार्टी में जाने की फिराक में लग गए हैं. इसी तरह भारतीय किसान सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामराज सिंह पटेल अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. रामराज पटेल की समाज में अच्छी पकड़ होने के कारण कांग्रेस ने घर वापसी कराया है.

कांग्रेस में शामिल हुए रामराज सिंह पटेल

मिर्जापुर दौरे के दौरान प्रियंका गांधी ने रामराज सिंह पटेल से मुलाकात की थी. तब प्रियंका गांधी ने कहा था कि फिर से रामराज सिंह पटेल कांग्रेस में आएंगे. मंगलवार को रामराज सिंह पटेल समर्थकों के साथ भरुहना कांग्रेस कार्यलय पर कांग्रेस कमेटी के सदस्य राजेश पति त्रिपाठी के मौजूदगी में फिर से घर वापसी की. रामराज पटेल का चुनार विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ है.
रामराज पटेल 1994 में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं. 1991 में बहुजन समाज पार्टी से चुनार विधानसभा के प्रत्याशी से उस समय इनको 25 हजार वोट मिले थे. इसके बाद 2002 में अपना दल से चुनाव लड़े थे, उस समय 25 हजार वोट पाए थे. 2012 में कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव लड़े थे.
2017 में सपा-कांग्रेस का गठबंधन होने के कारण विधानसभा सीट सपा के खाते में चला गया था, जिससे नाराज रामराज सिंह पटेल ने कांग्रेस छोड़ कर निर्दल चुनाव लड़े थे. उस समय 18 हजार वोट मिले थे. वो सपा-कांग्रेस गठबंधन का हमेशा विरोध करते थे. इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़कर अपना एक संगठन भारतीय किसान सेना का गठन किया. सपा और कांग्रेस गठबंधन न होने के कारण लोकसभा चुनाव में फिर से घर वापसी की है.

मिर्जापुर: चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद से नेता अपने फायदे को देखते हुए इस पार्टी से उस पार्टी में जाने की फिराक में लग गए हैं. इसी तरह भारतीय किसान सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामराज सिंह पटेल अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. रामराज पटेल की समाज में अच्छी पकड़ होने के कारण कांग्रेस ने घर वापसी कराया है.

कांग्रेस में शामिल हुए रामराज सिंह पटेल

मिर्जापुर दौरे के दौरान प्रियंका गांधी ने रामराज सिंह पटेल से मुलाकात की थी. तब प्रियंका गांधी ने कहा था कि फिर से रामराज सिंह पटेल कांग्रेस में आएंगे. मंगलवार को रामराज सिंह पटेल समर्थकों के साथ भरुहना कांग्रेस कार्यलय पर कांग्रेस कमेटी के सदस्य राजेश पति त्रिपाठी के मौजूदगी में फिर से घर वापसी की. रामराज पटेल का चुनार विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ है.
रामराज पटेल 1994 में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं. 1991 में बहुजन समाज पार्टी से चुनार विधानसभा के प्रत्याशी से उस समय इनको 25 हजार वोट मिले थे. इसके बाद 2002 में अपना दल से चुनाव लड़े थे, उस समय 25 हजार वोट पाए थे. 2012 में कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव लड़े थे.
2017 में सपा-कांग्रेस का गठबंधन होने के कारण विधानसभा सीट सपा के खाते में चला गया था, जिससे नाराज रामराज सिंह पटेल ने कांग्रेस छोड़ कर निर्दल चुनाव लड़े थे. उस समय 18 हजार वोट मिले थे. वो सपा-कांग्रेस गठबंधन का हमेशा विरोध करते थे. इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़कर अपना एक संगठन भारतीय किसान सेना का गठन किया. सपा और कांग्रेस गठबंधन न होने के कारण लोकसभा चुनाव में फिर से घर वापसी की है.
Intro:चुनाव की तारीख घोसित होने बाद से नेता अपने फायदे को देखते हुए इस पार्टी उस पार्टी में जाने के फिराक में लग जाते है ताजा मामला मिर्ज़ापुर भारतीय किसान सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामराज सिंह पटेल अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए रामराज पटेल पटेल समाज मे अच्छी पकड़ होने के कारण कांग्रेस ने घर वापसी करया है।


Body:मिर्जापुर दौरे पर आई प्रियंका गांधी ने कहा था मुझे रामराज सिंह पटेल से मिलना है दौरे के दौरान प्रियंका गांधी और रामराज सिंह पटेल की मुलाकात हुई प्रियंका गांधी ने कहा फिर से रामराज सिंह पटेल कांग्रेस में आएंगे उन्हीं के संदेश से आज रामराज सिंह पटेल अपने समर्थकों के साथ भरुहना कांग्रेस कार्यलय पर कांग्रेस कमेटी के सदस्य राजेश पति त्रिपाठी के मौजूदगी में पुनः घर वापसी कर लिए हैं। रामराज पटेल का चुनार विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ है 1994 में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके है 1991 में बहुजन समाज पार्टी से चुनार विधानसभा के प्रत्याशी से उस समय इन को 25000 वोट मिले थे पुनः 1993 में बहुजन से विधानसभा के प्रत्याशी थे 56000 पाए थे इसके बाद 2002 में अपना दल से चुनाव लड़े थे 25000 वोट पाए थे 2012 में कांग्रेसी में शामिल होकर चुनाव लड़े थे 22000 वोट पाए थे 2017 में सपा कांग्रेस का गठबंधन होने के कारण विधानसभा सीट सपा के खाते में चला गया था जिससे नाराज रामराज सिंह पटेल ने कांग्रेस छोड़ कर निर्दल चुनाव लड़े थे उस समय 18000 वोट पाए थे सपा कांग्रेस गठबंधन को हमेशा विरोध करते थे कि इन दोनों का गठबंधन नहीं होना चाहिए उसी नाराजगी से कांग्रेस छोड़कर अपना एक संगठन भारतीय किसान सेना का गठन किया जिसके खुद के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं सपा और कांग्रेस गठबंधन ना होने के कारण लोकसभा चुनाव में पुनः कांग्रेस में वापस हो लिए हैं चुनार विधानसभा में अच्छी पकड़ होने के कारण मतों का प्रतिशत घटा बढ़ा सकते हैं।


राजेश पति त्रिपाठी-कांग्रेस कमेटी के सदस्य




Conclusion:किसानों में अच्छी पकड़ रखने के कारण कांग्रेस अपने पुराने समर्थक रामराज सिंह पटेल को घर वापसी करा लिया है क्योंकि पटेलों की संख्या इस लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा है और चुनार विधानसभा पटेलों का गढ़ कहा जाता है उसी का फायदा लेने के लिए कांग्रेस प्रियंका गांधी अपने दौरे के दौरान मुलाकात करके और आज पार्टी में शामिल हो जाने से राजनीति गर्म हो गई है अब देखना होगा किसानों के नेता और चुनार क्षेत्र में संघर्ष करने वाले रामराज सिंह पटेल कांग्रेस को कितना फायदा दिला पाते हैं।


जय प्रकाश सिंह
मिर्ज़ापुर
9453881630
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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