मिर्जापुर: आमतौर पर लोग सैलून में बाल छोटे कराने जाते हैं. सैलून वाले भी उस बाल को फेंक देते हैं. कटे हुए बालों को नालियों में फेंकने से नालियां भी जाम हो जाती हैं, जिससे स्वच्छता में बाधा आती है. मिर्जापुर में अब ऐसा नहीं होगा. नगर पालिका सैलूनों से बाल इकठ्ठा कर उसे बेचेगी. इकट्ठा बालों से अमीनो एसिड बनेगा. अमीनो एसिड का जैविक खाद से लेकर अन्य वस्तुओं में इस्तेमाल होगा. इससे नगर पालिका का राजस्व भी बढ़ेगा.
- मिर्जापुर में सैलून में कटे हुए बालों को नगर पालिका उठाकर इकट्ठा करेगी.
- बालों को एक एनजीओ 15 से 40 रुपये किलो के हिसाब से खरीदेगी.
- खराब बालों से अमीनो एसिड तैयार किया जाएगा.
- अमीनो एसिड का जैविक खाद से लेकर अन्य वस्तुओं में इस्तेमाल होगा.
भारतीय हरित खादी ग्राम उद्योग संस्थान का कहना है कि मनुष्य के बाल और गोमूत्र को मिश्रित कर अमीनो एसिड तैयार करते हैं. इससे खेतों की गुणवत्ता 25 से 30 गुना बढ़ सकती है. 15 जुलाई से मिर्जापुर में कलेक्शन शुरू हो जाएगा.
हमारे यहां चल रहे सैलून से जो बाल निकलता है उसे ज्यादातर नालियों में बहा दिया जाता है. इससे नालियां जाम हो जाती हैं. इसी को देखते हुए सैलून से बाल इकट्ठा कर इसे एनजीओ को बिक्री करेंगे, जिससे नगर पालिका का राजस्व बढ़ेगा. साथ ही स्वच्छ मिर्जापुर सुंदर मिर्जापुर भी होगा.
-मनोज जायसवाल, नगर पालिका अध्यक्ष