मिर्जापुर: कश्मीर के बारामूला में 17 अगस्त को आतंकवादियों से मुठभेड़ में जिगना थाना क्षेत्र के गौरा गांव के रहने वाले रवि सिंह शहीद हो गए. बुधवार को जिले के प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान शहीद के घर पहुंचे. यहां पहुंचने पर प्रभारी मंत्री ने गौरा गांव की मिट्टी को नमन किया और शहीद के माता-पिता व पत्नी के जज्बे को सलाम किया. उन्होंने शहीद के पिता संजय सिंह के खुद बॉर्डर पर जाकर लड़ने के हौसले को भी सलाम किया.
प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि शहीद के परिवार के साथ पूरा देश और प्रदेश है. सरकार के द्वारा जितना हो सकेगा, शहीद के परिवार की मदद की जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक सड़क और एक स्कूल शहीद रवि सिंह के नाम पर होगा. साथ ही परिवार को 50 लाख की आर्थिक मदद और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी. इसके अलावा गांव में एक शहीद पार्क बनाया जाएगा, जिसमें शहीद रवि सिंह की प्रतिमा लगाई जाएगी. दारा सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की जनता शहीद परिवार के साथ है.
रवि सिंह ने देश की सुरक्षा के लिए ऐतिहासिक काम किया है. देश उनके प्रति हमेशा ऋणी रहेगा. इस गांव की पहचान के लिए, इस परिवार की पहचान के लिए और इलाके की पहचान के लिए सरकार चौमुखी विकास करेगी. दरअसल, 17 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए रवि सिंह का पार्थिव शरीर मौसम खराब होने के कारण 19 अगस्त को मिर्जापुर नहीं पहुंच पाया. शव के गुरुवार सुबह पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.
प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान के साथ ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल, अपना दल (यस) के एमएलसी आशीष सिंह पटेल, विधायक राहुल प्रकाश कोल, डीएम सुशील कुमार पटेल और पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने भी शहीद रवि सिंह के माता-पिता और पत्नी से मुलाकात की.
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