मिर्जापुर: श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों की बेटियों को साइकिल देने की योजना चलाई गई है. संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के तहत हाईस्कूल और इंटर में पढ़ रहीं छात्राओं को आगे की कक्षा में स्कूल जाने के लिए श्रम विभाग साइकिल उपलब्ध करा रहा है. पूरे एक साल में 1162 साइकिल दी जा चुकी हैं, 300 और साइकिल दी जानी है. इस योजना का लाभ उन्हीं पंजीकृत मजदूरों को दिया जा रहा है जिनका पहले से श्रम विभाग में रजिस्ट्रेशन है.
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मजदूरों के बच्चे अब पैदल नहीं जाएंगे स्कूल
अब मजदूरों के बच्चों को पैदल स्कूल या कॉलेज नहीं जाना पड़ेगा. सरकार उनके लिए छात्रवृत्ति के साथ साइकिल देने की योजना शुरू की है. मिर्जापुर जंगी रोड स्थित श्रम आयुक्त कार्यालय पर शुक्रवार को श्रमिक की बेटियों को आगे की पढ़ाई के लिए साइकिल वितरण किया गया. श्रम विभाग में पंजीकृत मजदूरों के बच्चों को 1162 साइकिल एक साल में दी जा चुकी हैं. शुक्रवार को 300 और साइकिल वितरित की गई.
श्रम विभाग के अधिकारी आरके पाठक ने बताया कि इस योजना के तहत उन्हीं लोगों को लाभ दिया जा रहा है जिनके बच्चे हाई स्कूल इंटर में पढ़ाई कर रहे हैं या आगे भी अध्ययनरत हैं. इस योजना के तहत जितने भी आवेदन आए हैं उन सभी को साइकिल वितरित किया गया, जिससे बच्चे समय से स्कूल पहुंच सकें और अपनी पढ़ाई जारी रख सकें. साइकिल पाकर बेटियां खुश नजर आईं. उन्होंने कहा कि पहले हम स्कूल पैदल जाते थे जिसकी वजह से बहुत परेशानियां होती थी. अब साइकिल मिल जाने से समय से स्कूल जा सकेंगे. इसके अलावा बचे समय को अच्छे से पढ़ाई कर सकेंगे.
इनके बच्चों को मिलेगा लाभ
उत्तर प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की ओर से संचालित संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के तहत श्रमिकों के हित में पंजीकृत बच्चों को छात्रवृत्ति के साथ साइकिल उपलब्ध कराई गई. जिन्होंने 10वीं और 12वीं की कक्षा पास या 9वीं, 10वीं, 11वीं, 12वीं में प्रवेश लिया है, उन्हें आगे की पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करने लिए साइकिल दी गई. साइकिल पाने के लिए पास कक्षा की अंक तालिका की छाया प्रति, अगली कक्षा में प्रवेश ली जाने वाली शुल्क रसीद की फोटो कॉपी, इसके अलावा शिक्षारत होने का प्रमाण पत्र और आवेदन पत्र के साथ जमा करना होगा.