मिर्जापुर : चुनार थाना क्षेत्र के शक्तेशगढ़ (Shakteshgarh Ashram Mirzapur) स्थित स्वामी परमहंस अड़गड़ानंद जी महाराज आश्रम (adgadanand ashram chunar) में गुरुवार एक बाबा ने दूसरे बाबा गोली मारने के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. बाबा के आत्महत्या के सूचना मिलने के बाद बाबा के परिजन शुक्रवार को मिर्जापुर पहुंचे.
परिजन ने बताया कि 25 साल से हत्या के मामले में भाई जेल से फरार चल रहा था. इस बीच उसने कभी भी परिवार से संपर्क करने के लिए कोशिश नहीं की. लंबे समय के बाद भाई का शव देखने को मिला. आश्रम को लेकर जब सवाल किया गया तो बाबा के भाई ने कहा कि स्वामी अड़गड़ानंद महाराज उनके गुरु और भगवान हैं. वे अपने भगवान से कोई मांग नहीं करना चाहते हैं. कुछ नहीं भगवान के लिए मांग करेंगे. मृतक बाबा के परिजनों ने कहा कि मध्यप्रदेश नहीं ले जाएंगे मिर्जापुर में ही अंतिम संस्कार करेंगे.
बाबा के भाई धर्मेंद्र राजपूत ने बताया कि हत्या के मामले में जीत (जीवन बाबा) को जेल की सजा हुई थी. वह 25 साल से फरार चल रहा था. इस बीच किसी परिवार से उसका संपर्क नहीं हुआ और न कभी किसी मिला है. उनका परिवार गुरु पूर्णिमा पर स्वामी अड़गड़ानंद महाराज का दर्शन करने आते थे. वे वहां भी नहीं दिखाई दिया था. आज सीधे हम लोग भाई का शव देख रहे हैं.
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बीते गुरुवार को करीब 7.45 बजे थाना कोतवाली चुनार क्षेत्र के अंतर्गत शक्तेशगढ़ आश्रम परिसर में जीवन बाबा उर्फ जीत (jeevan baba shakteshgarh) छितरी थाना सीहोर जनपद शिवपुरी, मध्य प्रदेश अवैध तमंचा से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली. उन्होंने पहले आशीष बाबा को गोली मारी थी. आशीष बाबा को चंदौली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनका इलाज चल रहा है.
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