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मिर्जापुर: गोशाला में 5 गायों की मौत, स्थिति देख भड़के DM

प्रयागराज के बाद अब मिर्जापुर गोशाला में गायों की मौतों का मामला सामने आया है. निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी ने दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है और दो अधिकारियों के खिलाफ जांच बैठा दी है.

गोशाला में गायों की मौत
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Published : Jul 13, 2019, 4:20 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुर: जिले के टांडा फाल स्थित गोवंश आश्रय स्थल की हालत बेहद खराब है. तीन दिनों की भारी बारिश के बाद पांच गोवंशों की मौत हो गई. वहीं कई गोवंशों की हालत नाजुक हैं. गोशाला में चारों तरफ फैला कीचड़ गोवंशों के लिए काल बन गया है. गोवंशों को खुला छोड़ने के बजाय बांधकर रखा गया है.

जानकारी देते जिलाधिकारी.

जानकारी होने पर डीएम पूरी टीम के साथ जांच करने पहुंचे. कीचड़ और अव्यवस्था देखकर डीएम ने नगर पालिका और पशुपालन विभाग फटकार लगाई. डीएम ने कहा कि नगर पालिका और पशुपालन विभाग की लापरवाही से मौतें हुई हैं. इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.

  • गोशाला में समुचित व्यवस्था न होने से गोवंश अकाल मौत के गाल में समा रहे हैं.
  • गोवंशों की मौत से लोगों में आक्रोश व्याप्त है.
  • टांडा फाल स्थित गोवंश आश्रय स्थल में करीब 270 गायें हैं.

क्या बोले जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया नगर पालिका और पशुपालन विभाग की लापरवाही देखने को मिल रही है. नगर पालिका अधिकारियों और कर्माचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. इसके लिए जांच बैठा दी गई है. दो कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. गोशाला में गायों को खुला छोड़ने के बजाय बांधकर रखा गया है, जिससे गोवंशों को पानी पीने के लिए वहां तैनात कर्मचारियों पर निर्भर होना पड़ रहा है.

मिर्जापुर: जिले के टांडा फाल स्थित गोवंश आश्रय स्थल की हालत बेहद खराब है. तीन दिनों की भारी बारिश के बाद पांच गोवंशों की मौत हो गई. वहीं कई गोवंशों की हालत नाजुक हैं. गोशाला में चारों तरफ फैला कीचड़ गोवंशों के लिए काल बन गया है. गोवंशों को खुला छोड़ने के बजाय बांधकर रखा गया है.

जानकारी देते जिलाधिकारी.

जानकारी होने पर डीएम पूरी टीम के साथ जांच करने पहुंचे. कीचड़ और अव्यवस्था देखकर डीएम ने नगर पालिका और पशुपालन विभाग फटकार लगाई. डीएम ने कहा कि नगर पालिका और पशुपालन विभाग की लापरवाही से मौतें हुई हैं. इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.

  • गोशाला में समुचित व्यवस्था न होने से गोवंश अकाल मौत के गाल में समा रहे हैं.
  • गोवंशों की मौत से लोगों में आक्रोश व्याप्त है.
  • टांडा फाल स्थित गोवंश आश्रय स्थल में करीब 270 गायें हैं.

क्या बोले जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया नगर पालिका और पशुपालन विभाग की लापरवाही देखने को मिल रही है. नगर पालिका अधिकारियों और कर्माचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. इसके लिए जांच बैठा दी गई है. दो कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. गोशाला में गायों को खुला छोड़ने के बजाय बांधकर रखा गया है, जिससे गोवंशों को पानी पीने के लिए वहां तैनात कर्मचारियों पर निर्भर होना पड़ रहा है.

Intro:प्रयागराज के बाद अब मिर्जापुर गौशाला बना कब्रगाह तड़प तड़प के मर रही हैं गौ माता नगर पालिका की लापरवाही से हुई मौत के बाद निरीक्षण पहुंचे जिलाधिकारी ने दो कर्मचारियों को किया सस्पेंड और दो अधिकारियों के खिलाफ बैठाई जांच कहां होगी सख्त कार्रवाई। आधा दर्जन गोवंश की मौत आधा दर्जन से ज्यादा जीवन और मौत से जूझ रही गाय ने प्रशासन की खोली पोल खुले आसमान के नीचे भूख प्यास और बारिश हो कीचड़ बन रही मौत का कारण।


Body:योगी सरकार के तमाम दावों के बाद भी सरकारी बने गोवंश आश्रय स्थल की हालत दिन पर दिन खराब होती जा रही है मिर्जापुर के टांडा फाल स्थित गोवंश आश्रय स्थल की हालत बेहद खराब है तीन दिनों की बारिश के बाद 5 गोवंश की मौत आधा दर्जन गोवंश के बीमार होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है । गौशाला में चारों तरफ फैला कीचड़ गोवंश के लिए काल बन गया है उन्हें खुला छोड़ने के बजाय बांधकर रखा गया है इन्हे पानी पीने के लिए भी वहां तैनात कर्मचारी की कृपा पर निर्भर हो गया है।मौके पर डीएम पूरी टीम के साथ पहुंचे कीचड़ और अव्यवस्था देख नगर पालिका ई ओ और पशुपालन विभाग को लगाई फटकार कहा नगर पालिका और पशुपालन विभाग की लापरवाही से मौतें हुई हैं इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
सरकारी गौशाला में संरक्षण के नाम पर पशुओं को खाने और रहने की समुचित व्यवस्था न होने से मूक गोवंश अकाल मौत के गाल में समा रहे हैं यहां पर लगभग 270 गाय रखी गई हैं रोज हो रहे गोवंश की मौत से लोगों में आक्रोश व्याप्त है शहर के गैबीघाट से स्थानांतरित कर टांडा फाल बनाया गया है अस्थाई गौशाला शहर से दूर होने का कारण देख रेख और भी मुश्किल हो गया है। गौशाला के लिए तय मानक की अनदेखी से गोवंश मौत का सिलसिला जारी रहा और महज बारिश के दो-तीन दिन में ही मौत का आंकड़ा आधा दर्जन हो गया। लगातार हो रही मौतों से ग्रामीण भी परेशान हैं उनका कहना है मौत हो जाने से और पानी लगा होने से बहुत बदबू आता है हम लोग बहुत कार हैं लेकिन कोई मान नहीं रहा है आए दिन या पशुओं की मौत हो रही है गौशाला बन जाने से हम लोग लोग मुसीबत हो गया है।
जिला अधिकारी का कहना है कि इसमें नगर पालिका और पशुपालन विभाग की लापरवाही देखने को प्रथम दृष्टया मिल रहा है उनके कर्मचारियों और उनके अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी इसके लिए जांच बैठा दी गई है 2 कर्मचारियों को तत्काल हम सस्पेंड भी कर रहे नगरपालिका के जो इनके देखरेख में लगे हैं और इनके जो उच्च अधिकारी हैं पशुपालक की एक और एक नगर पालिका के उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी

Bite-बाल किसन-चौकीदार
Bite-रमेश-ग्रामीण
Bite-अनुराग पटेल-जिला अधिकारी मिर्ज़ापुर



Conclusion:दरअसल इन्हें खुला छोड़ने के बजाय बांधकर रखा गया है इन्हें पानी पीने के लिए भी वहां तैनात कर्मचारियों की कृपा पर निर्भर हो गया है कल तक जो स्वच्छंद विचरण करती थी वह बंधन में जकड़ी भूख प्यास से तड़प कर मरने की विवश हैं 6 से लेकर 10इंच तक कीचड़ भरा पड़ा है चर्चा है कि जिन्हें गौमाता से लगाओ ही नहीं उनके भरोसे साजिश के तहत सेवा के नाम पर रखा गया है आखिर गौ माता के गुनाहगार कब तक बचते रहेंगे।

जय प्रकाश सिंह
मिर्ज़ापुर
9453881630
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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