मिर्जापुर: जिले में तीन दिव्यांग बेटियों के साथ एक परिवार शुक्रवार को डीएम कार्यालय पहुंच गया. पूरी तरह से बैठ न पाने वाली तीनों दिव्यांग बेटियों ने डीएम से सरकारी मदद कराने की मांग की. इस पर डीएम ने तत्काल दिव्यांग बच्चियों के इलाज के लिए 50-50 हजार रुपये की मदद मंजूर कर दी. साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए.
दिव्यांग बेटियों को लेकर पिता पहुंचा डीएम के पास
कलेक्ट्रेट परिसर में डीएम कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान गुरुवार को दिव्यांग बच्चियों के इलाज के लिए एक पिता मदद मांगने के लिए पहुंच गया. दिव्यांग बच्चियों के पिता की गुहार सुनकर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार भावुक हो उठे. विकास खंड हलिया के चंद्रगढ़ मुरैल, बबुरा कला गांव के राम बाबू की बेटी आशिका, रिशिका और सोनगढ़ा अहुगी कला गांव के चिंतामणि की बेटी शिवानी मदद की फरियाद लेकर जिलाधिकारी के पास पहुंचे थे. उन्होंने डीएम को बताया कि वे तीनो दिव्यांग हैं और वह बैठ नहीं सकतीं. उन्हें इलाज की बेहद जरूरत है.
जिलाधिकारी ने दिया निर्देश
तीन दिव्यांग बेटियों के साथ डीएम कार्यालय में गुहार लेकर आए परिवार को उम्मीद से ज्यादा मिला. डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने इलाज और पालन पोषण के लिए 50-50 हजार का चेक उन्हें दे दिया. साथ ही तीनों दिव्यांग बच्चियों की हालत देख तत्काल एडीएम यूपी सिंह, सीडीओ अविनाश सिंह, सीएमओ डॉ. पीडी गुप्ता और डीएसओ उमेशचंद्र को बुला लिया. डीएम ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे परिजनों और बच्चियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाएं.
उम्मीद से ज्यादा मिली मदद
पैसे के अभाव में दिव्यांग बच्चियों का इलाज नहीं हो रहा था. इससे परेशान परिजन अपनी बच्चियों के साथ डीएम कार्यालय पहुंच गए और मदद की गुहार लगाई. मदद मिलते ही परिजनों ने नम आंखों से कहा कि थोड़े की उम्मीद में आए थे, पर बहुत कुछ मिल गया. उन्होंने कहा कि डीएम ने उनकी गुहार ही नहीं सुनी, बल्कि तत्काल मदद भी कर दी.