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मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए लानी होगी RTPCR निगेटिव रिपोर्ट, DM ने दिया आदेश

मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने के लिए भक्तों को कोरोना की RTPCR निगेटिव रिपोर्ट 48 घण्टे पहले की लाना अनिवार्य होगा. रिपोर्ट नहीं लाने पर दर्शन नहीं मिलेगा. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कराया जाएगा.

RTPCR निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य
RTPCR निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य
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Published : Apr 13, 2021, 7:49 AM IST

Updated : Apr 16, 2021, 3:09 PM IST

मिर्जापुर: कोरोना काल मे विंध्याचल में मंगलवार से नवरात्र मेले की शुरुआत हो रही है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण में यहां मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के लिए आने वाले भक्तों को इस बार मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. मां के दर्शन के लिए बाहर से आने वाले भक्तों को 48 घण्टे पहले की कोरोना की RTPCR निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा. इस रिपोर्ट के बिना मंदिर पर दर्शन नही होगा. वहीं नाइट कर्फ्यू के कारण इस बार नवरात्र में रात्रि 9 से सुबह 6 बजे तक दर्शन-पूजन नहीं होगा. साथ ही मंदिर में 5 लोगों से अधिक लोगों को एक बार में प्रवेश नहीं मिलेगा.

जानकारी देते नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह.

RTPCR निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य

मिर्जापुर में विंध्याचल स्थित विश्व प्रसिद्ध मां विंध्यवासनी मंदिर में 13 अप्रैल से नवरात्र मेले की शुरुआत हो रही है. मगर इस बार कोरोना के कारण नवरात्र मेले में जिला प्रशासन सख्ती कर रहा है. मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों को RTPCR निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा. इतना ही नहीं ये रिपोर्ट भी 48 घंटे पहले की होनी चाहिए. इसके बिना मंदिर में दर्शन के लिए नहीं जाने दिया जाएगा. इसके अलावा मास्क का इस्तेमाल मेला क्षेत्र में अनिवार्य कर दिया गया है. जनपद में नाइट कर्फ्यू रात 9 बजे से 6 बजे तक लागू होने के कारण नवरात्र मेले में भी मंदिर और दर्शन पूजन पूरी तरह से बंद रहेगा. सिर्फ सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक ही दर्शनार्थी मंदिर में दर्शन पूजन कर सकते हैं.

बच्चों को मेले में न लाने की अपील
वहीं, प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आम लोगो से बुजुर्गों और बच्चों को मेले में नहीं लाने की अपील की है. बता दें कि नवरात्र मेले में लाखों की भीड़ मां विंध्यवासनी के दर्शन पूजन के लिए पहुंचती है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के समय इस बार नवरात्र मेले का आयोजन प्रशासन के लिए भी भारी चुनौती है.

किए गए कोविड गाइडलाइन का पालन कराने के लिए खासे इंतजाम

प्रयागराज में नवरात्र की भीड़ को देखते हुए देवी मंदिरों में कोरोना महामारी के चलते विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए गये हैं. रात से ही पुलिस प्रशासन ने जिले की सिद्धपीठों में लगने वाली भीड़ को नियंत्रित करने और कोविड गाइडलाइन का पालन कराने के लिए खासे इंतजाम किए हैं. प्रशासन द्वारा मंदिर व्यवस्थापकों को सीधे तौर पर निर्देश दिया गया है कि जो सरकार की गाइडलाइन का पालन करेगा उसी को दर्शन की अनुमति दी जाएगी. सभी को डिस्टेंस के तहत ही मंदिर में जाने दिया जाएगा. बिना मास्क के जो भी नजर आयेगा उसे कतार से बाहर कर दिया जाएगा. इस बार मंदिर के आसपास लगने वाले मेले पर भी पाबन्दी रहेगी. वहीं मंदिरों में किसी भी प्रकार का भजन कीर्तन की अनुमति नहीं दी गई है.

मंदिर पर सोशल डिस्टेंसिंग गोला बनाया गया है. दर्शनार्थियों को मां का दर्शन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही करवाया जाएगा. एक बार में 5 लोग ही मंदिर में प्रवेश कर पाएंगे.
-विनय कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट

मिर्जापुर: कोरोना काल मे विंध्याचल में मंगलवार से नवरात्र मेले की शुरुआत हो रही है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण में यहां मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के लिए आने वाले भक्तों को इस बार मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. मां के दर्शन के लिए बाहर से आने वाले भक्तों को 48 घण्टे पहले की कोरोना की RTPCR निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा. इस रिपोर्ट के बिना मंदिर पर दर्शन नही होगा. वहीं नाइट कर्फ्यू के कारण इस बार नवरात्र में रात्रि 9 से सुबह 6 बजे तक दर्शन-पूजन नहीं होगा. साथ ही मंदिर में 5 लोगों से अधिक लोगों को एक बार में प्रवेश नहीं मिलेगा.

जानकारी देते नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह.

RTPCR निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य

मिर्जापुर में विंध्याचल स्थित विश्व प्रसिद्ध मां विंध्यवासनी मंदिर में 13 अप्रैल से नवरात्र मेले की शुरुआत हो रही है. मगर इस बार कोरोना के कारण नवरात्र मेले में जिला प्रशासन सख्ती कर रहा है. मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों को RTPCR निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा. इतना ही नहीं ये रिपोर्ट भी 48 घंटे पहले की होनी चाहिए. इसके बिना मंदिर में दर्शन के लिए नहीं जाने दिया जाएगा. इसके अलावा मास्क का इस्तेमाल मेला क्षेत्र में अनिवार्य कर दिया गया है. जनपद में नाइट कर्फ्यू रात 9 बजे से 6 बजे तक लागू होने के कारण नवरात्र मेले में भी मंदिर और दर्शन पूजन पूरी तरह से बंद रहेगा. सिर्फ सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक ही दर्शनार्थी मंदिर में दर्शन पूजन कर सकते हैं.

बच्चों को मेले में न लाने की अपील
वहीं, प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आम लोगो से बुजुर्गों और बच्चों को मेले में नहीं लाने की अपील की है. बता दें कि नवरात्र मेले में लाखों की भीड़ मां विंध्यवासनी के दर्शन पूजन के लिए पहुंचती है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के समय इस बार नवरात्र मेले का आयोजन प्रशासन के लिए भी भारी चुनौती है.

किए गए कोविड गाइडलाइन का पालन कराने के लिए खासे इंतजाम

प्रयागराज में नवरात्र की भीड़ को देखते हुए देवी मंदिरों में कोरोना महामारी के चलते विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए गये हैं. रात से ही पुलिस प्रशासन ने जिले की सिद्धपीठों में लगने वाली भीड़ को नियंत्रित करने और कोविड गाइडलाइन का पालन कराने के लिए खासे इंतजाम किए हैं. प्रशासन द्वारा मंदिर व्यवस्थापकों को सीधे तौर पर निर्देश दिया गया है कि जो सरकार की गाइडलाइन का पालन करेगा उसी को दर्शन की अनुमति दी जाएगी. सभी को डिस्टेंस के तहत ही मंदिर में जाने दिया जाएगा. बिना मास्क के जो भी नजर आयेगा उसे कतार से बाहर कर दिया जाएगा. इस बार मंदिर के आसपास लगने वाले मेले पर भी पाबन्दी रहेगी. वहीं मंदिरों में किसी भी प्रकार का भजन कीर्तन की अनुमति नहीं दी गई है.

मंदिर पर सोशल डिस्टेंसिंग गोला बनाया गया है. दर्शनार्थियों को मां का दर्शन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही करवाया जाएगा. एक बार में 5 लोग ही मंदिर में प्रवेश कर पाएंगे.
-विनय कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट

Last Updated : Apr 16, 2021, 3:09 PM IST
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