मिर्जापुर: एपेक्स मेडिकल कॉलेज के छात्र सड़क किनारे भीषड ठंड में खुले आसमान के नीचे धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. परीक्षा नहीं कराए जाने से नाराज बीएएमएस के छात्र पिछले कई दिनों से कॉलेज परिसर से लेकर जिला मुख्यालय तक विरोध प्रदर्शन कर थे. थक हार जाने के बाद मजबूर छात्र बुधवार से नेशनल हाईवे 7 सड़क किनारे मेडिकल कॉलेज के सामने कड़ाके की ठंड में धरने पर बैठकर एग्जाम कराने की मांग कर रहे हैं.
रात में खुले आसमान के नीचे धरना प्रदर्शन
मिर्जापुर के चुनार स्थित समसपुर में एपेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन की मनमानी व तानाशाही से परेशान छात्र खुले आसमान के नीचे धरना प्रदर्शन करने को मजबूर दिखाई दे रहे है. छात्रों का कहना है कि 2018 में हम लोगों ने बीएएमएस कोर्स के लिए दाखिला लिया था अभी तक फर्स्ट ईयर में ही पढ़ाई कर रहा हूं तीन साल से एक ही क्लास में बना हुआ हूं. कालेज प्रबंधन परीक्षा नहीं करा रहा है. कॉलेज प्रबंधन न तो फीस वापस कर आ रहा है और न ही एग्जाम करा रहा है ऐसे में सैकड़ों बच्चों का भविष्य अंधकार में आ गया है. प्रत्येक छात्र से प्रति वर्ष 2 लाख 4 हजार 600 रुपया और हास्टल मेस के लिए 75 से 90 हजार तक की वसूली किया जाता है इसके बावजूद परीक्षा नहीं कराई जा रही है.
बीएमएस कोर्स में लिया था दाखिला
छात्रों का कहना है कि आल इंडिया काउंसलिंग में चयन के बाद चुनार स्थित एपेक्स आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज में वर्ष 2018 में दाखिला लिया था. जांच के दौरान मानक के विपरीत कॉलेज मिलने पर इसकी मान्यता अधर में लटक गई और प्रवेश लेने वाले बच्चों का भविष्य अंधकार में चला गया है. अब कॉलेज प्रशासन सुन नहीं रहा हैं. 3 साल से एक ही क्लास में पढ़ाई कर रहे छात्रों ने उनकी परीक्षा लेने या दूसरे कॉलेज में स्थानांतरित किए जाने की भी मांग कर रहे हैं.
छात्रों ने बताया कि यूनिवर्सिटी से लेकर काउंसलिंग कराने वाले संस्थान से भी मिला गया, लेकिन सबने हाथ खड़े कर लिया है. यूनिवर्सिटी का कहना है कि मानक नहीं है इसलिए मान्यता नहीं दी गई है वही काउंसलिंग कराने वाली संस्था का कहना है कि स्टे लेकर आप लोगों की काउंसलिंग कालेज में कराई गई है. इसलिए यहां से अब कुछ नहीं हो सकता है.
इसे भी पढे़ं- AMU के छात्र बोले- यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के कारण मुसलमानों को बनाया जा रहा निशाना