मिर्जापुर: भारत विकसित संकल्प यात्रा के कार्यक्रम में पहुंचे कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने सपा-बसपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. कहा, सपा-बसपा सरकार में नौकरी के नाम पर पैसा लिया जाता था. स्वामी प्रसाद मौर्य समाजवादी पार्टी की लिखी स्क्रिप्ट को पढ़ने का काम कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी हमेशा से सनातन और हिंदू धर्म की विरोधी रही है.
मिर्जापुर के सिटी ब्लॉक के पिपराड में गुरुवार को कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नन्दी की अध्यक्षता में भारत विकसित संकल्प यात्रा का आयोजन किया गया. मंच पर लाभार्थियों को बुलाकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय मंत्री व मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल भी मौजूद थीं. कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नन्दी ने बसपा और सपा की सरकारों पर निशाना साधा.
कहा कि इनकी सरकारों में जाति के नाम पर नौकरी दी जाती थी. पैसे लिए जाते थे. बसपा की सरकार आई तो यादव बस्ती में काम बंद हो जाता था. सपा की सरकार आती थी तो दलित बस्ती में काम बंद हो जाता था. सपा की सरकार में जब नौकरी आती थी तो जो यादव था उससे भी पैसे लिए जाते थे. जो बैकवर्ड था उससे 5 लाख, जो फॉरवर्ड था उससे 10 लाख रुपए लिए जाते थे.
बसपा सरकार में भी नौकरी के नाम पर पैसे लिए जाते थे. जबकि भाजपा में लाखों को नौकरी मिली है. एक भी पैसे नहीं लिए गए हैं. किसी से भी पूछा जा सकता है. बसपा सपा राम मंदिर को लेकर बोलते थे मगर बीजेपी के राज्य में ही राम मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य आए दिन सनातन और हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान देते रहते हैं. एक बार फिर उन्होंने कहा है कि हिंदू कोई धर्म नहीं है.
इसको लेकर कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जिस तरह से बयानबाजी कर रहे हैं, इसमें समाजवादी पार्टी की सह शामिल है. समाजवादी पार्टी के द्वारा लिखे हुए स्क्रिप्ट को पढ़ने का काम कर रहे हैं. स्वामी प्रसाद सिर्फ चेहरा हैं, निश्चित रूप से जो सपा का एजेंडा है उसे आगे बढ़ाने का काम स्वामी प्रसाद मौर्य कर रहे हैं. सपा हमेशा सनातन धर्म और हिंदू धर्म की विरोधी रही है और तुष्टिकरण का बढ़ावा देती है.