ETV Bharat / state

मिर्जापुर: बड़ोदा से गोरखपुर के लिए निकले मजदूर पहुंचे मिर्जापुर, ईटीवी भारत से बयां किया दर्द - effect of lockdown

लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को यूपी लाने का सिलसिला जारी है. इसी के तहत गुजरात के बड़ौदा से गोरखपुर के लिए निकले मजदूर गलत में ट्रेन में चढ़कर मिर्जापुर पहुंच गए. जिन्होंने ईटीवी भारत की टीम से अपना दर्द बयां किया.

migrant workers upset due to lockdown
migrant workers upset due to lockdown
author img

By

Published : May 8, 2020, 4:06 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुर: गुजरात के बड़ौदा से गोरखपुर अपने घर जाने के लिए निकले प्रवासी मजदूर मिर्जापुर पहुंच गए. इसके बाद यह सभी मजदूर डीएम कार्यालय पहुंचे. जहां इन्हें भोजन कराने के बाद जिला प्रशासन ने गृह जनपद भेजने की व्यवस्था की. इस दौरान मजदूरों ने ईटीवी भारत से अपना दर्द बयां किया. मजदूरों का कहना है कि वो अपने पैसे से टिकट लिए थे. वहीं स्टेशन पहुंचने के बाद उन्हें गोरखपुर की बजाय बिहार जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया गया.

ईटीवी भारत से मजदूरों ने बयां किया दर्द.

गोरखपुर की जगह मिर्जापुर पहुंचे मजदूर-

उत्तर प्रदेश में गैर राज्यों से आने वाले मजदूरों का सिलसिला शुरू हो गया है. इस वापसी में मजदूरों को मुश्किलों का सामना भी करना पड़ रहा है. ऐसे ही गुजरात के बड़ोदा से गोरखपुर जाने के लिए निकले मजदूरों को गलत ट्रेन में बैठा दिया गया, जिससे मजदूर मिर्जापुर पहुंच गए.

खुद के पैसे से खरीदा टिकट-
मजदूरों ने बताया कि ट्रेन में बैठने से पहले उन्होंने 760 रुपये में घर वापसी की टिकट खरीदा था. इसके बाद जब स्टेशन पर पहुंचे तो उन्हें बिहार जाने वाली ट्रेन बैठा दिया गया. जैसे यह ट्रेन मिर्जापुर के पहाड़ा स्टेशन पर 5 मिनट के लिए रुकी, सभी मजदूर यहीं उतर गए. जिसके बाद भूखे-प्यासे लोग अपने परिवार और बच्चों के साथ पैदल ही डीएम कार्यालय पहुंचे.

नहीं मिला ट्रेन में खाना-
डीएम कार्यालय पहुंचने के बाद डीएम के निर्देश पर भूखे-प्यासे मजदूरों को भोजन करवाया गया. मजदूरों का कहना है कि वहां से चले तो बताया गया ट्रेन स्टेशन पर रुकेगी मगर यह नहीं रुकी. वहीं ट्रेन में कोई व्यवस्था नहीं थी. हम लोगों को धक्का मारकर बिहार की ट्रेन बैठा दिया गया.

इसे भी पढ़ें- नॉन कोविड-19 अस्पतालों को संक्रमण से बचाने के लिए बनाएं व्यवस्था: मुख्य सचिव

मिर्जापुर: गुजरात के बड़ौदा से गोरखपुर अपने घर जाने के लिए निकले प्रवासी मजदूर मिर्जापुर पहुंच गए. इसके बाद यह सभी मजदूर डीएम कार्यालय पहुंचे. जहां इन्हें भोजन कराने के बाद जिला प्रशासन ने गृह जनपद भेजने की व्यवस्था की. इस दौरान मजदूरों ने ईटीवी भारत से अपना दर्द बयां किया. मजदूरों का कहना है कि वो अपने पैसे से टिकट लिए थे. वहीं स्टेशन पहुंचने के बाद उन्हें गोरखपुर की बजाय बिहार जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया गया.

ईटीवी भारत से मजदूरों ने बयां किया दर्द.

गोरखपुर की जगह मिर्जापुर पहुंचे मजदूर-

उत्तर प्रदेश में गैर राज्यों से आने वाले मजदूरों का सिलसिला शुरू हो गया है. इस वापसी में मजदूरों को मुश्किलों का सामना भी करना पड़ रहा है. ऐसे ही गुजरात के बड़ोदा से गोरखपुर जाने के लिए निकले मजदूरों को गलत ट्रेन में बैठा दिया गया, जिससे मजदूर मिर्जापुर पहुंच गए.

खुद के पैसे से खरीदा टिकट-
मजदूरों ने बताया कि ट्रेन में बैठने से पहले उन्होंने 760 रुपये में घर वापसी की टिकट खरीदा था. इसके बाद जब स्टेशन पर पहुंचे तो उन्हें बिहार जाने वाली ट्रेन बैठा दिया गया. जैसे यह ट्रेन मिर्जापुर के पहाड़ा स्टेशन पर 5 मिनट के लिए रुकी, सभी मजदूर यहीं उतर गए. जिसके बाद भूखे-प्यासे लोग अपने परिवार और बच्चों के साथ पैदल ही डीएम कार्यालय पहुंचे.

नहीं मिला ट्रेन में खाना-
डीएम कार्यालय पहुंचने के बाद डीएम के निर्देश पर भूखे-प्यासे मजदूरों को भोजन करवाया गया. मजदूरों का कहना है कि वहां से चले तो बताया गया ट्रेन स्टेशन पर रुकेगी मगर यह नहीं रुकी. वहीं ट्रेन में कोई व्यवस्था नहीं थी. हम लोगों को धक्का मारकर बिहार की ट्रेन बैठा दिया गया.

इसे भी पढ़ें- नॉन कोविड-19 अस्पतालों को संक्रमण से बचाने के लिए बनाएं व्यवस्था: मुख्य सचिव

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.