मिर्जापुर: गुजरात के बड़ौदा से गोरखपुर अपने घर जाने के लिए निकले प्रवासी मजदूर मिर्जापुर पहुंच गए. इसके बाद यह सभी मजदूर डीएम कार्यालय पहुंचे. जहां इन्हें भोजन कराने के बाद जिला प्रशासन ने गृह जनपद भेजने की व्यवस्था की. इस दौरान मजदूरों ने ईटीवी भारत से अपना दर्द बयां किया. मजदूरों का कहना है कि वो अपने पैसे से टिकट लिए थे. वहीं स्टेशन पहुंचने के बाद उन्हें गोरखपुर की बजाय बिहार जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया गया.
गोरखपुर की जगह मिर्जापुर पहुंचे मजदूर-
उत्तर प्रदेश में गैर राज्यों से आने वाले मजदूरों का सिलसिला शुरू हो गया है. इस वापसी में मजदूरों को मुश्किलों का सामना भी करना पड़ रहा है. ऐसे ही गुजरात के बड़ोदा से गोरखपुर जाने के लिए निकले मजदूरों को गलत ट्रेन में बैठा दिया गया, जिससे मजदूर मिर्जापुर पहुंच गए.
खुद के पैसे से खरीदा टिकट-
मजदूरों ने बताया कि ट्रेन में बैठने से पहले उन्होंने 760 रुपये में घर वापसी की टिकट खरीदा था. इसके बाद जब स्टेशन पर पहुंचे तो उन्हें बिहार जाने वाली ट्रेन बैठा दिया गया. जैसे यह ट्रेन मिर्जापुर के पहाड़ा स्टेशन पर 5 मिनट के लिए रुकी, सभी मजदूर यहीं उतर गए. जिसके बाद भूखे-प्यासे लोग अपने परिवार और बच्चों के साथ पैदल ही डीएम कार्यालय पहुंचे.
नहीं मिला ट्रेन में खाना-
डीएम कार्यालय पहुंचने के बाद डीएम के निर्देश पर भूखे-प्यासे मजदूरों को भोजन करवाया गया. मजदूरों का कहना है कि वहां से चले तो बताया गया ट्रेन स्टेशन पर रुकेगी मगर यह नहीं रुकी. वहीं ट्रेन में कोई व्यवस्था नहीं थी. हम लोगों को धक्का मारकर बिहार की ट्रेन बैठा दिया गया.
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