मिर्जापुर: जनपद के विकास खंड जमालपुर के प्राथमिक विद्यालय शिउर में बच्चों को मिड-डे-मील में नमक रोटी खिलाने के मामले के बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है. भोजन योजना के तहत बच्चों को शुद्ध भोजन और मिड-डे-मील सही रूप से वितरित करने के लिए शिकायत प्रकोष्ठ कंट्रोल रूम स्कूल के बाहर स्थापित किया गया है.
नमक-रोटी खिलाने के मामले में प्रशासन सख्त-
शिकायत प्रकोष्ठ के तहत शिक्षा विभाग से लेकर आला अधिकारियों तक के नंबर स्कूलों पर लिखे जा रहे हैं. नंबर पर फोन कर कोई भी मिड डे मील से जुड़ी शिकायत कर सकता है, जहां शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी, एनपीआरसी, बीआरसी के साथ जितने भी संबंधित अधिकारी हैं, वे सभी 5 स्कूलों में प्रतिदिन जाकर मिड डे मील की जांच करेंगे.
स्कूल की टीचर फिरदौस बेगम ने बताया कि सरकार की तरफ से मैन्यू निर्धारित है. एक बच्चे पर 100 ग्राम अनाज के हिसाब से हम उनको खाना उपलब्ध करवाते हैं. अनाज सरकार की तरफ से आवंटित है जबकि मसाले और तेल हम खुद से खरीदते हैं. इनकी गुणवत्ता की जांच के लिए हम लोगों ने माता समूह का गठन किया है. माता समूह रोजाना आकर देखेंगी कि भोजन कैसे बन रहा है.
सभी प्रधानाचार्य को यह निर्देश दिया गया है कि मैन्यू के हिसाब से बच्चों को भोजन दिया जाए. भोजन की गुणवत्ता को भी परखा जा रहा है. शिकायत प्रकोष्ठ की भी व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी, एनपीआरसी, बीआरसी के साथ जितने भी संबंधित अधिकारी हैं, वे सभी 5 स्कूलों में प्रतिदिन जाकर मिड डे मील की जांच करेंगे.
महेंद्र मौर्या, एबीएस प्रभारी