मेरठ: डेढ़ माह का समय बीतने के बाद भी पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उसके परिवार के अन्य सदस्य पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. वहीं, याकूब की लोकेशन दिल्ली और राजस्थान में मिल चुकी है. हालांकि, पुलिस ने याकूब को अदालती दांव पेज में जरूर फंसा रखा है. ऐसे में अब अग्रिम जमानत का इंतजार किया जा रहा है. पुलिस दावा का रही है कि कोर्ट में साक्ष्य पेश कर अग्रिम जमानत की अर्जी को निरस्त कराया जाएगा. साथ ही कुर्की के लिए आवेदन किया जाएगा, ताकि याकूब की संपत्ति को कुर्क किया जा सकें.
पकड़ा गया था पांच करोड़ का मीट: 31 मार्च को पुलिस और प्रशासन की टीम ने हापुड़ रोड स्थित मीट फैक्ट्री में छापामारी कर करीब पांच करोड़ रुपये कीमत का मीट पकड़ा था. मीट अभी भी फैक्ट्री के अंदर फ्रीज में रखा हुआ है. पुलिस ने इस मामले में याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी शमजिदा, बेटा फिरोज और इमरान समेत 17 आरोपित बनाए है. दस आरोपित जेल गए और एक ने सरेंडर कर दिया. पांच आरोपितों को जमानत मिल चुकी है. लेकिन याकूब कुरैशी और उनका परिवार अभी भी पुलिस पकड़ से दूर बना हुआ है.
अवकाश पर चले गए इंस्पेक्टर: याकूब और उनके परिवार पर दर्ज मुकदमे की विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर अरविंद शर्मा अवकाश पर चले गए हैं. ऐसे में अभी एक्सपर्ट विवेचक को ढूंढा जा रहा है, जो पूरी तरह से निष्पक्ष विवेचना कर सकें. उसके बाद कुर्की की कार्रवाई के लिए अदालत में अर्जी लगाई जाएगी. अदालत से अनुमति मिलने के बाद याकूब की संपत्ति कुर्क की जाएगी.
इसे भी पढ़ें - जन्म प्रमाणपत्र मामला: एमपी एमएलए कोर्ट में पेश हुए आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम
वहीं, याकूब और उसके परिवार को पकड़ने के लिए सर्विलांस के साथ जमीनी मुखबिरी भी की जा रही है. उसके साथ ही पुलिस कोर्ट की कार्रवाई कर रही है. याकूब और परिवार के वारंट के बाद कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया है. जल्द ही कुर्की करा ली जाएगी. उसके तुरंत बाद गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कर संपत्ति जब्ती की कार्रवाई की जाएगी. याकूब की अवैध तरीके से कमाई संपत्ति को जब्त करने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप