मेरठः आज नितिन गडकरी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करेंगे. केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह गुरुवार को मेरठ में आयोजित कार्यक्रम में एक्सप्रेस-वे को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. उससे पहले गाजियाबाद के डासना में इंटिग्रेटेड कमांड कंट्रोल रूम का भी उद्घाटन करेंगे जो पूरे एक्सप्रेस-वे पर यातायात से जुड़ी गतिविधियों पर नजर रखेगा. उसके बाद मेरठ, मुजफ्फरनगर में नेशनल हाईवे अथॉरिटी की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
बता दें कि मंत्री नितिन गडकरी दोपहर दो बजे सुभारती विश्वविद्यालय स्थित जनरल मोहन सिंह खेल परिसर स्थल पहुंचेंगे. जहां कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी उनके साथ मौजूद रहेंगे.
वर्ष-2016 में नोएडा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था. इसे चार चरणों में बनाया गया है. डासना से मेरठ तक 32 किमी के एक्सप्रेस-वे का निर्माण तीन वर्ष पहले शुरू हुआ. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की कुल लागत लगभग 9 हजार करोड़ रुपये है.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के निर्माण के पहले चरण के तहत सराय काले खां से यूपी गेट, दूसरे चरण में यूपी गेट से डासना, तीसरी चरण में डासना से हापुड़ और चौथे चरण के तहत डासना से मेरठ तक निर्माण किया गया है.
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दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की खासियत की बात करें तो यह एक्सप्रेस-वे सराय काले खां से डासना तक 14 लेन जबकि डासना से मेरठ तक छह लेन है. दिल्ली से मेरठ पहले तीन घंटे लगते थे अब इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से मात्र 45 मिनट में ही दूरी तय हो जाएगी. डासना से मेरठ के बीच ग्रीन एक्सप्रेस- वे बनाया जा रहा है. जिसके लिए 50 हजार पेड़ लगाए गए हैं.
एक्सप्रेसवे की 8-10 किमी की दूरी पर हर लेन के ऊपर डिस्पले लगाई गई है. वहीं, स्पीडोमीटर भी लगे हैं. जिस पर सेंसर वाहनों की स्पीड बताते हैं. एक्सप्रेस-वे पर डासना से मेरठ तक 72 कैमरे लगाए गए हैं. इस एक्सप्रेस-वे पर 25 दिसंबर से टोल टैक्स की वसूली शुरू की जाएगी.
सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि केंद्रीय परिवहन मंत्री सड़क मार्ग से दिल्ली से मेरठ पहुंचेंगे. उनके साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहेंगे.
गंगा एक्सप्रेसवे के साथ जुड़ने से कम होगा वाहनों का दबाव भी होगा कम
बता दें कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, मेरठ-बुलंदशहर हाइवे तथा एनएच 24 पर आने वाले समय में वाहनों का दबाव बढ़ेगा. इस दबाव को कम करने के लिए एनएचएआइ ने गंगा एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को आपस में जोड़ने का प्रस्ताव तैयार किया है.
रास्ता होगा सुगम व दूरी भी होगी बेहद कम
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे व गंगा एक्सप्रेस वे के आपस में जुड़ जाने से न सिर्फ दूरी कम होगी, बल्कि समय भी कम हो जाएगा. जिन्हें अब हापुड़ व अन्य शहरों का सफर मेरठ में बिना आए करना होगा वे बाहर बाहर ही दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे से गंगा एक्सप्रेस वे पर चले जाएंगे. इसी के साथ दिल्ली से प्रयागराज तक जाने के लिए भी मेरठ व अन्य शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी. सीधा दिल्ली मेरठ से प्रयागराज तक का सफर होगा.