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बीजेपी के विपक्षी नेताओं को राकेश टिकैत का गुरुमंत्र, 'सभी हो जाएं भारतीय किसान यूनियन में शामिल' - meerut latest news

मेरठ में ईटीवी भारत ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से खास बातचीत की. इस दौरान बातचीत में भाकियू प्रवक्ता ने किसानों के लिए सरकार से कई मांगों को मांगे जाने का जिक्र किया.

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राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत
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Published : Mar 30, 2022, 6:57 PM IST

मेरठ : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि यूपी के सभी विपक्षी नेता भारतीय किसान यूनियन में शामिल हो जाएं. उन्होंने कहा कि वे तो चाहते हैं कि सारे विपक्ष वाले यूनियन में आ जाएं. जब चुनाव नजदीक हों तो फिर वापिस चले जाएं. राकेश टिकैत ने कहा कि तेलंगाना सरकार हर किसान को प्रति एकड़ दस हजार रुपये की सब्सिडी देती है. सरकार ये पॉलिसी पूरे देश लागू करे. उन्होंने कहा कि सीएम योगी तो ठीक हैं, आने वाले वक्त में प्रधानमंत्री बनेंगे. बुलडोजर चलाकर जो जमीन खाली हो रही है, वहां उन्होंने खेल के मैदान बनाने का सुझाव भी योगी सरकार 2.0 को दिया है.

राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत

आज मेरठ में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से ETV Bharat ने खास बातचीत की. राकेश टिकैत ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में जैसे परिणाम बीजेपी के पक्ष में आए थे, ठीक वैसे ही MLC के परिणाम भी आएंगे. उन्होंने कहा कि यूपी के इन चुनावों में भी बीजेपी ही जीतेगी. जब उनसे पूछा गया कि जो परिणाम विधानसभा चुनावों में आए हैं क्या उनकी उम्मीद थी या किसान आंदोलन का असर नहीं दिखा. इस सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा, 'हमें चुनाव से कोई मतलब नहीं है. हमें तो किसान और आंदोलन से ही मतलब है.' उन्होंने कहा कि जब जरूरत पड़ेगी, कोई भी सरकार हो हम उससे बात करेंगे.

राकेश टिकैत ने बताया कि यूपी में आंदोलन की वजह से ही किसान के ट्यबवेल का बिल आधा किया गया. वह पड़ोसी राज्य हरियाणा से यूपी में जारी बिजली की दरों में अंतर भी समझाते नजर आए. उन्होंने कहा कि तेलंगाना में वहां की सरकार हर किसान को प्रति एकड़ दस हजार रुपये की सब्सिडी देती है. सरकारें ये पॉलिसी पूरे देश में लागू करें. टिकैत का कहना है कि फसलों के वाजिब दाम देश में नहीं मिल रहे हैं. दाम नहीं हैं तो किसानों को सब्सिडी देनी होगी. सरकार सब्सिडी देकर किसानों को सहयोग करे.

पढ़ेंः किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में DND पर BKU का प्रदर्शन

राकेश टिकैत ने कहा कि अब विपक्ष के नेताओं को यूनियन में शामिल हो जाना चाहिए. वे तो चाहते हैं कि सारे विपक्ष वाले ही यूनियन में आ जाएं. जब चुनाव नजदीक हों तो फिर वापिस चले जाएं. टिकैत ने लखीमपुर खीरी में पत्रकार समेत किसानों की गई जान के बाद वहां पर बीजेपी के पक्ष में हुई बंपर वोटिंग पर कहा, 'मैंने पहले ही बताया था कि जनता बीजेपी को वोट नहीं देगी लेकिन जीत इन्हीं की होगी'.

टिकैत ने कहा कि डिजिटल इंडिया प्रधानमंत्री का पायलेट प्रोजेक्ट है. हम सरकार से चाहते हैं कि डिजिटल कैंपेन के तहत गन्ने का भुगतान सरकार करे. प्रदेश सरकार में गन्ना मंत्री बनाए गए चौधरी लक्ष्मीनारायण सिंह से उन्होंने मथुरा के कोसीकलां में बंद पड़ी शुगर फैक्टी को चलवाने की मांग की. उन्होंने कहा कि गन्ने की पैदावार बढ़े, गन्ने का मूल्य ठीक हो. ऐथेनॉल को लेकर ठोस पॉलिसी बनें तो उससे भी भुगतान ठीक हो जाए. भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि वे सीएम योगी से चाहते हैं कि जो बुलडोजर चल रहे हैं, उनसे जमीनें खाली हो रही हैं वहां युवाओं के लिए खेल के मैदान बनाए जाएं.

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मेरठ : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि यूपी के सभी विपक्षी नेता भारतीय किसान यूनियन में शामिल हो जाएं. उन्होंने कहा कि वे तो चाहते हैं कि सारे विपक्ष वाले यूनियन में आ जाएं. जब चुनाव नजदीक हों तो फिर वापिस चले जाएं. राकेश टिकैत ने कहा कि तेलंगाना सरकार हर किसान को प्रति एकड़ दस हजार रुपये की सब्सिडी देती है. सरकार ये पॉलिसी पूरे देश लागू करे. उन्होंने कहा कि सीएम योगी तो ठीक हैं, आने वाले वक्त में प्रधानमंत्री बनेंगे. बुलडोजर चलाकर जो जमीन खाली हो रही है, वहां उन्होंने खेल के मैदान बनाने का सुझाव भी योगी सरकार 2.0 को दिया है.

राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत

आज मेरठ में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से ETV Bharat ने खास बातचीत की. राकेश टिकैत ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में जैसे परिणाम बीजेपी के पक्ष में आए थे, ठीक वैसे ही MLC के परिणाम भी आएंगे. उन्होंने कहा कि यूपी के इन चुनावों में भी बीजेपी ही जीतेगी. जब उनसे पूछा गया कि जो परिणाम विधानसभा चुनावों में आए हैं क्या उनकी उम्मीद थी या किसान आंदोलन का असर नहीं दिखा. इस सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा, 'हमें चुनाव से कोई मतलब नहीं है. हमें तो किसान और आंदोलन से ही मतलब है.' उन्होंने कहा कि जब जरूरत पड़ेगी, कोई भी सरकार हो हम उससे बात करेंगे.

राकेश टिकैत ने बताया कि यूपी में आंदोलन की वजह से ही किसान के ट्यबवेल का बिल आधा किया गया. वह पड़ोसी राज्य हरियाणा से यूपी में जारी बिजली की दरों में अंतर भी समझाते नजर आए. उन्होंने कहा कि तेलंगाना में वहां की सरकार हर किसान को प्रति एकड़ दस हजार रुपये की सब्सिडी देती है. सरकारें ये पॉलिसी पूरे देश में लागू करें. टिकैत का कहना है कि फसलों के वाजिब दाम देश में नहीं मिल रहे हैं. दाम नहीं हैं तो किसानों को सब्सिडी देनी होगी. सरकार सब्सिडी देकर किसानों को सहयोग करे.

पढ़ेंः किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में DND पर BKU का प्रदर्शन

राकेश टिकैत ने कहा कि अब विपक्ष के नेताओं को यूनियन में शामिल हो जाना चाहिए. वे तो चाहते हैं कि सारे विपक्ष वाले ही यूनियन में आ जाएं. जब चुनाव नजदीक हों तो फिर वापिस चले जाएं. टिकैत ने लखीमपुर खीरी में पत्रकार समेत किसानों की गई जान के बाद वहां पर बीजेपी के पक्ष में हुई बंपर वोटिंग पर कहा, 'मैंने पहले ही बताया था कि जनता बीजेपी को वोट नहीं देगी लेकिन जीत इन्हीं की होगी'.

टिकैत ने कहा कि डिजिटल इंडिया प्रधानमंत्री का पायलेट प्रोजेक्ट है. हम सरकार से चाहते हैं कि डिजिटल कैंपेन के तहत गन्ने का भुगतान सरकार करे. प्रदेश सरकार में गन्ना मंत्री बनाए गए चौधरी लक्ष्मीनारायण सिंह से उन्होंने मथुरा के कोसीकलां में बंद पड़ी शुगर फैक्टी को चलवाने की मांग की. उन्होंने कहा कि गन्ने की पैदावार बढ़े, गन्ने का मूल्य ठीक हो. ऐथेनॉल को लेकर ठोस पॉलिसी बनें तो उससे भी भुगतान ठीक हो जाए. भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि वे सीएम योगी से चाहते हैं कि जो बुलडोजर चल रहे हैं, उनसे जमीनें खाली हो रही हैं वहां युवाओं के लिए खेल के मैदान बनाए जाएं.

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