मेरठ: नेशनल हाईवे संख्या-58 पर सेवा टोल प्लाजा से निकलते समय टैक्स बचाने के लिए फर्जी आईडी का इस्तेमाल वाहन चालक कर रहे हैं. टोल प्लाजा पर तैनात कर्मचारी इन फर्जी आईडी को जब्त कर रहे हैं, जो फर्जी आईडी पकड़ी जा रही हैं, उनमें पुलिस और आर्मी के अलावा नेशनल हाईवे अथॉरिटी की आईडी भी शामिल हैं.
टोल टैक्स बचाने के लिए फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर रहे लोग
- सिवाया टोल प्लाजा पर इन दिनों टैक्स से बचने के लिए लोग फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर रहे हैं.
- इन फर्जी आईडी में आर्मी, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के नाम शामिल हैं.
- टैक्स बचाने के लिए वाहन चालक लोकल ऐड्रेस की भी फर्जी आईडी बनाकर प्रयोग कर रहे हैं.
- टोल प्लाजा अधिकारियों के मुताबिक यदि वाहन चालक के पास लोकल आईडी प्रूफ होती है तो उसका टोल कम लगता है.
- यही कारण है कि वाहन चालक टैक्स बचाने के लिए फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर रहे हैं.
- लोकल आईडी दिखाने पर 20 रुपये का टैक्स है, जबकि अन्य प्राइवेट वाहन को 85 रुपये एक टैक्स देना होता है.
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जो फर्जी आईडी पकड़ी जा रही हैं, उनमें वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, लोकल ऐड्रेस पर बने आईडी कार्ड, पुलिसकर्मियों के आईडी कार्ड और नेशनल हाईवे अथॉरिटी कार्ड आदि शामिल हैं.
रोज फर्जी आईडी पकड़ी जा रही हैं. इससे टोल को रोज नुकसान हो रहा है. पकड़ी जा रही फर्जी आईडी के बारे में स्थानीय पुलिस को सूचना दे दी जाती है. पिछले तीन-चार महीनों में 1000 से अधिक फर्जी आईडी पकड़ी जा चुकी हैं.
-प्रदीप चौधरी, टोल प्लाजा मैनेजर