मेरठ: कोरोना के संदिग्ध मरीजों की पहचान के लिए बृहस्पतिवार से शुरू हुए घर-घर सर्वे अभियान का जनपद के नोडल अधिकारी पी गुरूप्रसाद और पवन कुमार ने अलग अलग स्थानों पर निरीक्षण किया. पी गुरूप्रसाद ने शहर के राजेन्द्र नगर और नंगला बट्टू हेल्थ पोस्ट के अलावा हस्तिनापुर क्षेत्र में सर्वे अभियान का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को अपने हाथों से मास्क भी बांटे. वहीं दूसरी ओर नोडल अधिकारी पवन कुमार ने सरधना में अभियान का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान डीएम अनिल ढींगरा और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
नोडल अधिकारी पी गुरूप्रसाद ने बताया कि अभियान के तहत ऐसे व्यक्ति की पहचान की जायेगी, जिसमें कोरोना के लक्षण हैं या किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं. उन्होंने बताया कि जनपद में कोरोना की जांच के सैंपल लेने की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. वहीं कोरोना से मृत्यु की दर में कमी आयी है. अब जो कोरोना रिपोर्ट आ रही है, उसमें पहले के अनुपात में कोरोना के कम मरीज सामने आ रहे हैं. यह एक अच्छा संकेत है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि इस अभियान में कोई घर नहीं छूटना चाहिये.
मरीजों की सेवा अपने परिवार के सदस्य की तरह करें
नोडल अधिकारी पी गुरूप्रसाद ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हस्तिनापुर का निरीक्षण करते हुए सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखने के निर्देश दिये. उन्होंने यहां बनाए गए कोविड हेल्प डेस्क सहित अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर और स्टाफ मरीजों की सेवा अपने परिवार के सदस्यों के रूप में करें. नोडल अधिकारी ने शहर के सुभारती अस्पताल के निरीक्षण के दौरान वहां भर्ती मरीजों से फोन पर बात कर उनका हाल जाना.
माइक्रो प्लान के अनुसार करें कार्य
सरधना क्षेत्र में घर-घर सर्वे अभियान का निरीक्षण करते हुये नोडल अधिकारी पवन कुमार ने कहा कि सर्वे टीम माइक्रो प्लान के अनुरूप कार्य करें. उन्होंने डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मियों, आंगनबाडी और एएनएम से बात करते हुये कहा कि कोरोना को हराना हमारा लक्ष्य होना चाहिए. सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि यह अभियान 2 जुलाई से 12 जुलाई तक चलेगा. सर्वे के लिए 1400 टीमें कार्य कर रही हैं. एक टीम एक दिन में कम से कम 50 घरों का सर्वे करेगी.