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भारतीय नौ सेना में उच्चाधिकारी बनकर लोगों को लूटने वाला नटवरलाल गिरफ्तार - भारतीय नौ सेना फर्जी अधिकारी

भारतीय नौ सेना में फर्जी अधिकारी बनकर लोगों को लूटने वाले आरोपी को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. वहीं, आरोपी के पास से टीम को कई महत्वपूर्ण सामान बरामद हुआ है.

भारतीय नौ सेना
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Published : Mar 1, 2023, 8:55 PM IST

मेरठ: भारतीय नौ सेना में उच्चाधिकारी बनकर भारतीय रक्षा मंत्रालय और भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर अवैधानिक रूप से धन उगाही करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का सरगना गिरफ्तार हो गया है. बताया जा रहा है कि बुधवार को यूपी एसटीएफ और मिलिट्री इन्टेलीजेन्स (ऊधमपुर जम्मू/कश्मीर) की गोपनीय सूचना के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.

एसटीएफ के आलाधिकारियों ने बताया कि नोएडा पुलिस और एसटीएफ को भारतीय रक्षा मंत्रालय और भारतीय सेना में सरकारी पद नियुक्ति के लिए फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले संगठित गिरोहों के संबंध में सूचना मिल रही थी. जिनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई और गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की इकाइयों, टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया था.

इसी दौरान अभिसूचना संकलन/मिलिट्री इन्टेलीजेन्स द्वारा गोपनीय सूचना के माध्यम से जानकारी दी गई थी कि 28 फरवरी को भारतीय रक्षा मंत्रालय और भारतीय सेना में सरकारी नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले संगठित गिरोह के सरगना सेक्टर-120 आम्रपाली जोडियॉक आर्पटमेंट नोएडा थाना सेक्टर-113 कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर अपनी गाड़ी से आने वाली है. जिसके बाद घेराबंदी करते हुए उसे गिरफ्तार किया गया है.

वहीं, एसटीएफ द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्त अतुल माथुर बेहद ही शातिर किस्म का है, जो कि पूरा गैंग चलाता है. अतुल माथुर खुद कोलेप्टीनेंट कमांडर बताता था. उसने पूछताछ मे स्वीकार किया कि बेरोजगार युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर प्रत्येक युवक से दस-बीस लाख रुपये लिए जाते हैं. साथ ही उनसे उनके शैक्षिक, जाति, निवास प्रमाण-पत्रों आदि कि मूल कॉपी भी रख ली जाती है. एसटीएफ के हत्थे चढ़े फर्जी सैन्य अधिकारी से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि वह कई साथियों के साथ मिलकर भोले भाले लोगों को अपना शिकार बनाते आ रहा है.

वहीं, टीम को फर्जी सैन्य अधिकारी के पाससे 2 पी कैंप इण्डियन नेवी, 02 पी कैप व्हाइट कलर इण्डियन नेवी ऑफिसर,03 जोडी जूते इण्डियन नेवी डीएनएस , 02 कॉम्बैट इण्डियन नेवी फुल यूनिफार्म ,2 ब्लैक पैंट इण्डियन नेवी ,1 जर्सी इण्डियन नेवी, एक जंगल वर्दी पैंट, टी-शर्ट सफेद कलर इण्डियन नेवी, 1 लैपटाप मय चार्जर,6 जोड़ी इण्डियन नेवी लेप्टीनेंट कमांडर रैंक ,6 इण्डियन नेवी आईकार्ड कवर, 2 जोडी इण्डियन नेवी व्हाइट यूनिफार्म,1 आईकार्ड डोरी इण्डियन नेवी ,3 रबर स्टाम्प, 1 स्टाम्प पैड, 2 इण्डियन नेवी यूनिफार्म नेम प्लेट अतुल माथुर लिखे हुए, 1 बैल्ट इण्डियन नेवी ब्लैक व व्हाइट ,आर्मी कॅण्टीन कार्ड हवलदार कालीचरन के नाम और बना हुआ आदि बरामद हुआ है.


यह भी पढ़ें- Kanpur Municipal Corporation अब वसूलेगा कूड़े पर टैक्स, उद्यमी बोले-नहीं देंगे

मेरठ: भारतीय नौ सेना में उच्चाधिकारी बनकर भारतीय रक्षा मंत्रालय और भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर अवैधानिक रूप से धन उगाही करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का सरगना गिरफ्तार हो गया है. बताया जा रहा है कि बुधवार को यूपी एसटीएफ और मिलिट्री इन्टेलीजेन्स (ऊधमपुर जम्मू/कश्मीर) की गोपनीय सूचना के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.

एसटीएफ के आलाधिकारियों ने बताया कि नोएडा पुलिस और एसटीएफ को भारतीय रक्षा मंत्रालय और भारतीय सेना में सरकारी पद नियुक्ति के लिए फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले संगठित गिरोहों के संबंध में सूचना मिल रही थी. जिनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई और गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की इकाइयों, टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया था.

इसी दौरान अभिसूचना संकलन/मिलिट्री इन्टेलीजेन्स द्वारा गोपनीय सूचना के माध्यम से जानकारी दी गई थी कि 28 फरवरी को भारतीय रक्षा मंत्रालय और भारतीय सेना में सरकारी नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले संगठित गिरोह के सरगना सेक्टर-120 आम्रपाली जोडियॉक आर्पटमेंट नोएडा थाना सेक्टर-113 कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर अपनी गाड़ी से आने वाली है. जिसके बाद घेराबंदी करते हुए उसे गिरफ्तार किया गया है.

वहीं, एसटीएफ द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्त अतुल माथुर बेहद ही शातिर किस्म का है, जो कि पूरा गैंग चलाता है. अतुल माथुर खुद कोलेप्टीनेंट कमांडर बताता था. उसने पूछताछ मे स्वीकार किया कि बेरोजगार युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर प्रत्येक युवक से दस-बीस लाख रुपये लिए जाते हैं. साथ ही उनसे उनके शैक्षिक, जाति, निवास प्रमाण-पत्रों आदि कि मूल कॉपी भी रख ली जाती है. एसटीएफ के हत्थे चढ़े फर्जी सैन्य अधिकारी से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि वह कई साथियों के साथ मिलकर भोले भाले लोगों को अपना शिकार बनाते आ रहा है.

वहीं, टीम को फर्जी सैन्य अधिकारी के पाससे 2 पी कैंप इण्डियन नेवी, 02 पी कैप व्हाइट कलर इण्डियन नेवी ऑफिसर,03 जोडी जूते इण्डियन नेवी डीएनएस , 02 कॉम्बैट इण्डियन नेवी फुल यूनिफार्म ,2 ब्लैक पैंट इण्डियन नेवी ,1 जर्सी इण्डियन नेवी, एक जंगल वर्दी पैंट, टी-शर्ट सफेद कलर इण्डियन नेवी, 1 लैपटाप मय चार्जर,6 जोड़ी इण्डियन नेवी लेप्टीनेंट कमांडर रैंक ,6 इण्डियन नेवी आईकार्ड कवर, 2 जोडी इण्डियन नेवी व्हाइट यूनिफार्म,1 आईकार्ड डोरी इण्डियन नेवी ,3 रबर स्टाम्प, 1 स्टाम्प पैड, 2 इण्डियन नेवी यूनिफार्म नेम प्लेट अतुल माथुर लिखे हुए, 1 बैल्ट इण्डियन नेवी ब्लैक व व्हाइट ,आर्मी कॅण्टीन कार्ड हवलदार कालीचरन के नाम और बना हुआ आदि बरामद हुआ है.


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