मेरठ: बिना अनुमति के भूख हड़ताल पर बैठी हिन्दू सेना रक्षा दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष (गौरक्षा प्रकोष्ट) मीनाक्षी चौहान को पुलिस ने उठाकर थाने भेज दिया. गौचर जमीनों को कब्जा मुक्त कराने और आश्रयस्थलों में उपयुक्त व्यवस्था न होने का आरोप लगाते हुए बीते दिन से कमीश्नर दफ्तर के सामने सामूहिक तौर पर कुछ संगठन भूख हड़ताल पर बैठे थे. पुलिस का कहना है कि भूख हड़ताल करने के लिए कोई परमिशन जिला प्रशासन से नहीं ली गई थी.पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मीनाक्षी चौहान को थाने ले गई. साथ ही पार्क से टैंट भी हटा दिया गया.
पुलिस का कहना है कि बिना किसी सूचना और अनुमति के भूख हड़ताल की जा रही थी. हिन्दू सेना रक्षा दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष मीनाक्षी चौहान को जब पुलिस ने उठाने की कोशिश की तो उन्होंने उठने से मना कर दिया. इसके बाद मौके पर महिला पुलिस को बुलाया गया और मीनाक्षी चौहान को भूख हड़ताल से हटाया गया.
राष्ट्रीय गौ सेवक संस्था और हिन्दू सेना रक्षा दल के द्वारा सामूहिक तरीके से 24 घंटे से भूख हड़ताल की जा रही थी. जहां गऊचर की जमीनों को कब्जा मुक्त कराने और गाय को राष्ट्र माता घोषित कराने की मांग को लेकर कुछ लोग भूख हड़ताल पर थे. इस बीच अचानक इंस्पेक्टर सिविल लाइंस रमेश शर्मा मौके पर पहुंचे और सभी को बिना अनुमति भूख हड़ताल करने को लेकर वहां से उठने को कहा. इतना ही नहीं कमिश्नर दफ्तर के ठीक सामने स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क में भूख हड़ताल कर रहे लोगों पर आरोप है कि वे बिना अनुमति टेंट और कूलर लगाकर बुधवार 1 जून से डेरा डाले हुए थे.
मीनाक्षी चौहान ने आरोप लगाया कि मेरठ में लगातार गौ हत्याएं हो रही हैं. उनके द्वारा लगातार अधिकारियों को समय-समय पर इसके बारे में अवगत भी कराया गया, लेकिन उसके बावजूद भी पुलिस अधिकारी एक्शन लेने के बजाए उन्हें भूख हड़ताल से उठा ले गई.
हिन्दू सेना रक्षा दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस ने उन्हें जबरन उठाया है. पुलिस का कहना है कि या तो वे ज्ञापन देकर जाएं, नहीं तो थाने चलें. जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची टेंट में बैठे काफी लोग मौके से रफूचक्कर हो गए. इस मौके पर गुरुगोरखनाथ कामधेनु गौ सेवा समिति के सुशील वर्मा ने कहा कि काफी समय से वे लोग गाय को राष्ट्रीय गौ माता घोषित करने की मांग करते आ रहे हैं. फिलहाल पुलिस के अफसरों का कहना है कि बिना अनुमति के कोई भी कार्यक्रम नहीं किया जा सकता.
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