मेरठ: जिला पुलिस की साइबर सेल ने फर्जी तरीके से ऑनलाइन क्लॉस चलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने साइबर सेल टीम की मदद से ऑनलाइन क्लास हैक करने वाले गिरोह का खुलासा कर एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, गिरोह का नेटवर्क पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान, बिहार समेत कई राज्यों तक फैला हुआ है. आईएएस अकादमी संचालक की शिकायत के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस जहां पूरे मामले की जांच कर रही है. वहीं फरार चल रहे अभियुक्तों की तलाश में जुटी है. यह फर्जी गिरोह न सिर्फ ऑनलाइन क्लॉस हैक कर लेते थे, बल्कि छात्र-छात्राओं से फीस अपने खातों में ट्रांसफर करा रहे थे.
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में चल रही नामचीन आईएएस कोचिंग सेंटर संचालक ने शिकायत करके बताया था कि वह कोरोना में लॉकडाउन के कारण अपने घर से ही संस्थान की ऑनलाइन क्लास चला रहे थे. शिकायत में उन्होंने बताया कि टेलीग्राम पर एक ऐसा गैंग सक्रिय हो गया है, जो उनके कोचिंग सेंटर से न सिर्फ ऑनलाइन कोर्स के वीडियो चुरा रहा है, बल्कि अवैध रूप से देश के कई राज्यों में IAS, IPS और PCS सर्विस की तैयारी कर रहे छात्रों को बेच रहा है. ऑनलाइन गिरोह की इस हरकत से सेंटर में पढ़ाने वाले अध्यापकों और स्टाफ की आजीविका खतरे में पड़ गई है.
कोचिंग सेंटर संचालक ने ग्राहक बन कर किया खुलासा
कोरोना काल में लगातार वीडियो चोरी की शिकायत पर कोंचिंग सेंटर संचालक ने ऑनलाइन ठगों तक पहुंचने का प्लान बनाया. इसके बाद संचालक ने खुद ग्राहक बनकर ऑनलाइन गिरोह से बात की. ग्राहक मिलते ही ठगों ने भी न सिर्फ ऑनलाइन सिलेबस देने की बात कही, बल्कि ठगों ने फीस भुगतान के लिए अपना यूपीआई नंबर भी दे दिया. इसके बाद सेंटर संचालक को ऑनलाइन क्लास के लिए उनके खाते में पैसे भी डालने पड़े. मेरठ पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपी की जांच-पड़ताल की तो पता चला कि ऑनलाइन क्लास हैक करने वाला एक ही शख्स है. जो हरियाणा के हिसार का रहने वाला है. इसका नाम मुरारीलाल पुत्र बारूमल गर्ग है.
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि मुरारीलाल ही अलग-अलग नाम से फर्जी टेलीग्राम एकाउंट्स बनाकर क्लास बेचता है. जबकि उसके कई साथी IAS-IPS की चाहत रखने वालों को अपने झांसे में फंसा कर चोरी के वीडियो प्रोवाइड कराते हैं. मुरारीलाल ऑनलाइन गैंग का मुख्य सरगना बताया जा रहा है. वह गूगल ड्राइव और पेन ड्राइव जैसे साधनों से कक्षाओं के वीडियो बेचने व शेयर करने में सक्रिय था. पुलिस ने गैंग के सरगना मुरारीलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. साथ ही उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है.