मेरठ: साइबर सेल ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो नौकरी दिलाने के बहाने लोगों के बैंक खाते से पैसे निकाल कर ऑनलाइन ठगी करते थे. पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने 50 से अधिक लोगों के साथ ठगी करने की बात कबूल की है.
एएसपी इराज राजा ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर गिरफ्तार अभियुक्तों के बारे में बताया कि इस गिरोह के सदस्यों के बारे में साइबर सेल की टीम को जानकारी मिली थी. इस पर साइबर सेल की टीम ने इनकी गिरफ्तारी के लिए अपना जाल बिछा दिया, जिसके बाद अब कामयाबी मिली है. दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दो अभी फरार है. गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में अपने नाम मानस कुमार निवासी अशोक नगर, पूर्वी दिल्ली और गुड्डू निवासी ग्राम भीहरा, बुलदंशहर बताया है.
फर्जी वेबसाइट से करते थे ठगी
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने एक फर्जी वेबसाइट बना रखी थी. इसी वेबसाइट के जरिए वह लोगों को नौकरी का झांसा देकर एक लिंक शेयर करते थे, जिसमें वह कहते थे कि रजिस्ट्रेशन के लिए 29 रुपये आपको जमा करने होंगे. ग्राहक से 29 रुपये जमा कराने के दौरान ओटीपी पूछकर पांच हजार रुपये या उससे अधिक की रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते थे. इस सम्बन्ध में एक मुकदमा थाना कंकरखेड़ा में दर्ज कराया गया था. इसी मुकदमे की जांच करते हुए साइबर सेल इस गिरोह तक पहुंची. यह गिरोह अब तक लाखों रुपये की ठगी कर चुका है.
कई सामान बरामद
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से तीन मोबाइल फोन, सात एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, चेकबुक आदि सामान बरामद किया है. आरोपियों के खाते में मौजूद एक लाख चालीस हजार रुपये भी फ्रीज करा दिये गए हैं.
कंपनी का प्लेसमेंट ऑफिसर बनकर करते थे बात
एएसपी इराज राजा ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपी कक्षा 12 पास हैं. इनके दो साथी अभी फरार हैं. उनकी गिरफ्तारी के बाद कुछ और घटनाओं का खुलासा हो सकता है. ये अपने आपको कंपनी का प्लेसमेंट ऑफिसर बताकर फोन पर बात करते थे और लोगों को अपने जाल में फंसा लेते थे.
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