मेरठ: शहर में सैकड़ों की संख्या पहुंचे मेरठ मंडलायुक्त के दफ्तर के सामने किसानों ने ढोल नगाड़ों और घंटों को बजाकर होली का गायन किया. इस दौरान किसानों ने सड़क के बीचों बीच एक दूसरे से मिलकर खूब ताल मिलाया.
भारतीय किसान यूनियन द्वारा महापंचायत का आयोजन शुक्रवार को किया गया था. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता के निर्देश के बाद मंडल के तमाम जिलों से किसान महापंचायत में शामिल होने पहुंचे. इस महापंचायत में मेरठ समेत मुजफ्फरनगर, बागपत, शामली, हापुड़, बुलंदशहर और गाजियाबाद के किसानों ने सैकडों ट्रैक्टर ट्रॉलियों में बैठकर किसान महापंचायत में भाकियू का समर्थन करने पहुंचे थे. इस मौके पर एमएसपी और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने का मुद्दा किसानों के बीच छाया रहा.
इस मौके पर बुलंदशहर से काफी संख्या में किसान वाद्य यंत्रों को लेकर पहुंचे थे. जहां किसानों द्वारा ग्रामीण अंचलों में होली का गायन और वादन किया गया. किसानों ने ढोल बजाकर और पीतल के घंटो को बजाकर वहां लोगों को रुकने के लिए मजबूर कर दिया था. इस दौरान किसानों ने एक दूसरे से हाथ मिलाया.
मेरठ मंडल आयुक्त के दफ्तर के ठीक सामने बीच सड़क पर बैठकर किसानों ने होली का गायन किया. इस इस दौरान दूर-दूर तक कमिश्नर दफ्तर के ठीक सामने बजाए जा रहे ढोल और नगाड़े समेत घंटों की धनि गूंज रही थी. हालांकि कमिश्नरी दफ्तर पर भारी संख्या में पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस की टीमें सक्रिय थी. किसानों द्वारा होली का गायन और वादन के दौरान पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से उन्हें नजरअंदाज करके उनके जाने का इंतजार कर रही थी. किसानों के सरकार के विरोध करने के इस अनोखे तरीके को देखकर लोग वहां वीडियो बना रहे थे.
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