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मेरठ में जल्द शुरू होगी ऑक्सीजन सिलेंडर की होम डिलीवरी: मंडलायुक्त

मेरठ के मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने कहा कि गाजियाबाद की तरह जिले में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की होम डिलीवरी सेवा बहुत जल्द शुरू होगी. इस सर्विस के शुरू होने के बाद होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों को काफी फायदा होगा.

ऑक्सीजन स्टॉक किया तो लगेगा एस्मा
ऑक्सीजन स्टॉक किया तो लगेगा एस्मा
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Published : May 8, 2021, 4:47 AM IST

मेरठः मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने कहा कि गाजियाबाद की तरह मेरठ में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की होम डिलीवरी सेवा बहुत जल्द शुरू होगी. उन्होंने कहा कि जिले के इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से जरूरतमंद ऑक्सीजन के होम डिलीवरी की जानकारी ले सकते हैं. साथ ही कमिश्नर ने बताया कि, इस सेवा का लाभ उन्हीं लोगों को मिलेगा, जिन्हें वास्तव में ऑक्सीजन की जरूरत होगी. अगर किसी ने ऑक्सीजन स्टॉक किया या फिर किसी के घर में बेवजह ऑक्सीजन मिली, तो उसके खिलाफ एस्मा के तहत कार्रवाई भी की जाएगी.

कोरोना से लड़ने का खाका तैयार

होम आइसोलेशन में इलाज कराने वाले कोरोना संक्रमितों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था करने की मारामारी को खत्म करने की योजना के तहत ये बड़ा कदम उठाया गया है. इसके लिए नगर निगम की टीमों की मदद से ऑक्सीजन सिलेंडर की होम डिलीवरी कराने की तैयारी पूरी हो गई है. मेरठ मंडल के कमिश्रनर सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि गाजियाबाद में ये सुविधा शुरू भी हो चुकी है. अब मेरठ में भी इसे जल्द शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को मेडिकल किट पुलिस की डायल 112 गाड़ियों की मदद से पहुंचाई जाएगी. सीएचसी, पीएचसी, उपकेंद्र और सरकारी आयुर्वेदिक अस्पताल से भी बिना समय गवाएं मरीज के परिजन मेडिकल किट प्राप्त कर सकेंगे.

मंडल की समीक्षा बैठक के बाद कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि घरों में रहने वाले मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था करना मरीजों के परिजनों और सरकारी सिस्टम दोनों के लिए मुसीबत बना हुआ है. इस समस्या का समाधान मरीज के घर पर ऑक्सीजन की होम डिलीवरी ही है. कोरोना मरीजों को इलाज के लिए मेडिकल किट मिलने में भी खासा विलंब हो जाता है. इस विलंब को समाप्त करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सभी सीएचसी, पीएचसी, आयुर्वेदिक अस्पताल, उपकेंद्रों पर मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाएगी. इससे मरीज के परिजन तत्काल मेडिकल किट ले जाकर मरीज का सही इलाज शुरू कर सकेंगे. पुलिस की गाड़ी डायल 112 नंबर में भी मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाएंगी. ताकि आपात स्थिति में उस गाड़ी की मदद से भी मेडिकल किट मरीज को पहुंचाई जा सके. बागपत में ये काम शुरू हो चुका है.

कमिश्नर ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों ने कोरोना से डरकर ऑक्सीजन गैस के सिलेंडरों को बिना जरूरत ही घरों में एकत्र कर लिया है. ऐसे लोगों पर एस्मा और डिजाजस्टर मैनेजमेंट की धाराओं में कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास ऑक्सीजन सिलेंडर हैं और उन्हें फिलहाल जरूरत नहीं है, वे उन्हें या तो किसी जरूरतमंद को दे दें या फिर जिलाधिकारी और कमिश्नर कार्यालय में जमा करा दें. उन्हें जरूरत पड़ने पर दो घंटे के नोटिस में सिलेंडर वापस उपलब्ध करा दिया जाएगा.

मेरठः मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने कहा कि गाजियाबाद की तरह मेरठ में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की होम डिलीवरी सेवा बहुत जल्द शुरू होगी. उन्होंने कहा कि जिले के इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से जरूरतमंद ऑक्सीजन के होम डिलीवरी की जानकारी ले सकते हैं. साथ ही कमिश्नर ने बताया कि, इस सेवा का लाभ उन्हीं लोगों को मिलेगा, जिन्हें वास्तव में ऑक्सीजन की जरूरत होगी. अगर किसी ने ऑक्सीजन स्टॉक किया या फिर किसी के घर में बेवजह ऑक्सीजन मिली, तो उसके खिलाफ एस्मा के तहत कार्रवाई भी की जाएगी.

कोरोना से लड़ने का खाका तैयार

होम आइसोलेशन में इलाज कराने वाले कोरोना संक्रमितों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था करने की मारामारी को खत्म करने की योजना के तहत ये बड़ा कदम उठाया गया है. इसके लिए नगर निगम की टीमों की मदद से ऑक्सीजन सिलेंडर की होम डिलीवरी कराने की तैयारी पूरी हो गई है. मेरठ मंडल के कमिश्रनर सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि गाजियाबाद में ये सुविधा शुरू भी हो चुकी है. अब मेरठ में भी इसे जल्द शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को मेडिकल किट पुलिस की डायल 112 गाड़ियों की मदद से पहुंचाई जाएगी. सीएचसी, पीएचसी, उपकेंद्र और सरकारी आयुर्वेदिक अस्पताल से भी बिना समय गवाएं मरीज के परिजन मेडिकल किट प्राप्त कर सकेंगे.

मंडल की समीक्षा बैठक के बाद कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि घरों में रहने वाले मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था करना मरीजों के परिजनों और सरकारी सिस्टम दोनों के लिए मुसीबत बना हुआ है. इस समस्या का समाधान मरीज के घर पर ऑक्सीजन की होम डिलीवरी ही है. कोरोना मरीजों को इलाज के लिए मेडिकल किट मिलने में भी खासा विलंब हो जाता है. इस विलंब को समाप्त करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सभी सीएचसी, पीएचसी, आयुर्वेदिक अस्पताल, उपकेंद्रों पर मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाएगी. इससे मरीज के परिजन तत्काल मेडिकल किट ले जाकर मरीज का सही इलाज शुरू कर सकेंगे. पुलिस की गाड़ी डायल 112 नंबर में भी मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाएंगी. ताकि आपात स्थिति में उस गाड़ी की मदद से भी मेडिकल किट मरीज को पहुंचाई जा सके. बागपत में ये काम शुरू हो चुका है.

कमिश्नर ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों ने कोरोना से डरकर ऑक्सीजन गैस के सिलेंडरों को बिना जरूरत ही घरों में एकत्र कर लिया है. ऐसे लोगों पर एस्मा और डिजाजस्टर मैनेजमेंट की धाराओं में कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास ऑक्सीजन सिलेंडर हैं और उन्हें फिलहाल जरूरत नहीं है, वे उन्हें या तो किसी जरूरतमंद को दे दें या फिर जिलाधिकारी और कमिश्नर कार्यालय में जमा करा दें. उन्हें जरूरत पड़ने पर दो घंटे के नोटिस में सिलेंडर वापस उपलब्ध करा दिया जाएगा.

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