मेरठः मेरठ कॉलेज (meerut college) के कर्मचारी फेरम सिंह के सुसाइड मामले में सोमवार को पुलिस ने बड़ा खुलासा किया. कर्मचारी के सुसाइड का जिम्मेदार पुलिस की जगह एक महिला और उसका पति निकला. यह सच्चाई कर्मचारी के मोबाइल से मिले एक वीडियो में सामने आई. ऐसे में पुलिस ने राहत की सांस ली. पुलिस ने आरोपी महिला और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि रविवार को मेरठ के गंगानगर क्षेत्र के अम्हेड़ा स्थित अपने ऑफिस में फेरम सिंह नाम के व्यक्ति ने फांसी लगा ली थी. तब परिजनों ने पुलिस पर उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए सुसाइड के लिए जिम्मेदार ठहराया था. दरअसल, फेरम सिंह की मौत के बाद यह आरोप लगे थे कि पुलिस सपा नेता के घर हुई लूट के मामले में फेरम सिंह को पूछताछ के लिए थाने ले गई थी. इसी से दुखी होकर उसने फांसी लगाकर जान दे दी थी.
मृतक की पत्नी गीता ने सोमवार को मृतक पति का मोबाइल खंगाला. इसमें मरने से पहले फेरम सिंह ने एक वीडियो बनाकर अमन विहार निवासी महिला ऊषा पत्नी राकेश अधाना पर परेशान करने और भाइयों से मारपीट की धमकी दिलवाने का आरोप लगाया था. इसी को लेकर वह परेशान रहता था. इसके बाद इसकी पुष्टि हो गई कि फेरम सिंह की मौत का जिम्मेदार पुलिस नहीं बल्कि महिला ऊषा है. मृतक की पत्नी गीता ने इस संबंध में गंगानगर पुलिस को ऊषा और पति राकेश अधाना के खिलाफ तहरीर दी. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दंपत्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस बारे में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि आत्महत्या को लेकर कुछ लोगों के द्वारा गलत अफवाह फैलाई गई थी. एसएसपी ने कहा कि मृतक फेरम सिंह ने आत्महत्या से पूर्व एक वीडियो बनायी थी, जिसमें मृतक फेरम सिंह ने ऊषा अधाना और पति राकेश सिंह पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है.
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