मेरठ : डॉक्टर्स डे पर शनिवार को लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के छात्रों ने नेशनल एग्जिट टेस्ट (NEXT) के विरोध में प्रदर्शन किया. इस टेस्ट को जबरन थोपे जाने का आरोप लगाया. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के दफ्तर के ठीक सामने हाथों में पोस्टर लेकर विरोध जताया. ईटीवी भारत की टीम ने कई छात्रों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी.
छात्रों ने जमकर की नारेबाजी : नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की ओर से लागू किए गए नेशनल एग्जिट टेस्ट के विरोध में एमबीबीएस के छात्रों जमकर नारेबाजी की. मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सौ सीटें हैं. साल 2019, 20, 21 और 22 में दाखिला पाए छात्र और छात्राओं ने NEXT का विरोध जताया. एमबीबीएस छात्र अमन गुप्ता ने बताया कि वेबिनॉर में डिस्कशन के लिए बुलाया गया था, लेकिन अचानक नेशनल एग्जिट टेस्ट को लागू करने का फैसला सुना दिया गया. कोई क्लीयरिटी नहीं है. खास बात ये है कोरोना काल से जूझने वाले बैच से इसे लागू किया जा रहा है.
अंतिम साल में दी गई जानकारी : एमबीबीएस छात्र अमन कटारिया ने बताया कि बहुत बड़ी समस्या है. पहले नीट पीजी परीक्षा होती थी, अब ये इंटर्नशिप से पहले हो रहा है. अगर परीक्षा लेनी ही थी तो पहले से बता देते. हमें अंतिम साल में बताया जा रहा है कि यह परीक्षा देनी है. हमारे पास तैयारी के लिए केवल छह महीने हैं. एमबीबीएस छात्र राहुल मेहता ने बताया कि क्वालीफाई डॉक्टर की बात हो रही है, तो क्या हम क्वालीफाइड नहीं हैं. हम लोग नीट क्लीयर करके आए हैं. एक और क्वालीफाइड का ठप्पा लगाने की तैयारी है.
टेस्ट पर नहीं है क्लीयरिटी : एमबीबीएस छात्र सार्थक का कहना है कि 30 जून को पूरा गैजेट अपलोड कर दिया गया. पहले संस्करण का एग्जाम कब होगा, इसकी जानकारी नहीं दी गई है. इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं को भी स्पष्ट नहीं किया गया है. वहीं कुछ स्टूडेंट्स ने कहा कि एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए क्वालिफाईंग परीक्षा के तौर पर NEXT आयोजित किया जाएगा. इतना ही नहीं एलोपैथिक डॉक्टरों के लाइंसेस के लिए भी यह अनिवार्य होगा. छात्रों ने फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की.
क्या है नेक्स्ट परीक्षा : एनएमसी ने यह निर्णय लिया है कि अब एमबीबीएस के छात्र और छात्राओं का नेशनल एग्जिट टेस्ट भी होगा. इस टेस्ट के बाद एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्रों को डिग्री दी जाएगी. इसके अलावा मेडिकल प्रैक्टिस की अनुमति भी मिलेगी. टेस्ट में छात्र फेल हो जाते हैं तो उन्हें डिग्री नहीं दी जाएगी.
नेशनल एग्जिट टेस्ट के महत्वपूर्ण बिंदु : एफएमजी और डॉक्टर्स जो देश में किसी भी पीजी पाठ्यक्रम में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें यह परीक्षा देनी होगी. NEXT-1 में पास होने के लिए सभी 6 पेपर्स में 50% (100 में 50) की आवश्यकता होगी, पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए NEET PG का उपयोग पिछले बैचों के लिए जारी रहेगा (इसे NMC द्वारा निर्धारित किया जाएगा), NMC द्वारा निर्धारित परीक्षा मई या नवंबर में हो सकती है, उम्मीदवार को 50% प्रतिशत उत्तीर्णता मानदंड के साथ सभी 6 पेपर में पास होना होगा. यदि छात्र पहले प्रयास में किसी विषय में पास नहीं हो सकता है, तो उसे उस विषय के लिए 6 महीने बाद NEXT - 1 देना होगा.
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