मेरठ: कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जो देश है, यह एक घर है. इसमें हर तरह के फूल खिले हुए हैं और इस घर के गुलशन को उजाड़ने का प्रयास पहले भी किया गया है. अब फिर एक बार धर्म के नाम पर इसे उजाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इसमें हम किसी भी तरह से सहभागी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कृपा करके अयोध्या मंदिर को लेकर राजनीति न करें. उसको पोल्टीसाइज ना करें. कृपा करके देश की जनता को बक्श दें. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी गुरुवार को मेरठ में 14 जिलों के कार्यकर्ताओं से संवाद कार्यक्रम में पहुंचे थे.
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि मायावती की पार्टी बीएसपी अभी तक इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं हुई है. उनके व्यक्तिगत कारण हैं. हालांकि, सभी चाहते हैं कि सम वैचारिक लोकतंत्र में विश्वास रखने वाली विचारधारा के जितने भी छोटे बड़े पक्ष हों वे एकजुट हो सकें. उससे एक ताकत बनेगी. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगा. गठबंधन के तहत 24 सीटों को लेकर तय होगा. उसे लेकर किसी तरह का कोई भी आपस में मतभेद नहीं है. लोकसभा चुनाव के हर क्षेत्र में गठबंधन के साथ-साथ वहां की संगठन की स्थिति, राजानीतिक की स्थिति और जो भी परिस्थितियां हैं, उन तमाम चीजों का अध्ययन तीनों दल के लोग अलग से कर रहे हैं. हर सीट को लेकर निर्णय लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि स्वाभाविक है कि जो कांग्रेस के मजबूत चेहरे हैं, वो उम्मीदवार होंगे. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हो, चाहे कोई भी पार्टी संख्या का इंडिया गठबंधन में किसी का न कोई जोर है और न किसी प्रकार की कोई अड़चन है. जो प्रक्रिया शुरू है, उसके तहत फिर एक बार 12 जनवरी को पुनः अहम बैठक होने जा रही है. आगे जो निर्णय लिया गया है, उस पर उसी प्रकार चर्चा चलेगी.
उन्होंने कहा कि एक कोशिश यह भी है कि जो बचे हुए छोटे-छोटे दल हैं, उन्हें भी साथ में ले लें. भले ही वह छोटे समुदाय हों. गठबंधन के आपसी सामंजस्य से ही उम्मीदवार तय किए जाएंगे. मुद्दा यही है कि कौन मजबूती से बीजेपी को पटखनी दे सकेगा.
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि अभी तक किसी भी पार्टी की तरफ से संख्या को लेकर एक शब्द भी चर्चा नहीं की गई है.
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि वह एक बात स्पष्ट करना चाहते हैं कि धर्म और आस्था प्रत्येक का व्यक्तिगत मामला है और वह इसका पूरी तरह से सम्मान करते हैं. पार्टी अध्यक्ष खड़गे और पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी पार्टी के सर्वोच्च नेता हैं. उनके अयोध्या न जाने के निर्णय पर तो कोई सवाल ही नहीं उठा सकता. ऊपर से यह उनका निजी निर्णय है. कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने ये कहा है कि न ही किसी को जाने से रोकेंगे और न कहेंगे कि आप जाओ. क्योंकि, ये हर एक का व्यक्तिगत मामला है, उसका हम पूरा सम्मान करते हैं.
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत भावना है. कांग्रेस पार्टी द्वारा लिया गया निर्णय नहीं है. राम मंदिर कोई आज से वहां नहीं है, वह तो सैकड़ों सालों से अयोध्या में ही है. प्रभु राम हर एक के दिल में बसे हुए हैं. चाहे कोई किसी भी मजहब का हो. उन्होंने निमंत्रण को लेकर कहा कि आखिर यह व्यक्तिगत निमंत्रण किस चीज का. कोर्ट के निर्णय के आधार पर मंदिर बना. हमने उसका स्वागत किया. अनेक बार हम स्वयं भी नतमस्तक कर चुके हैं. 15 जनवरी को कांग्रेस के लीडर फिर एक बार अयोध्या शीश झुकाने जा रहे हैं. वहां जो एक नया वास्तु बन रहा है, उसमें जन सामान्य ने हर एक ने चंदा दिया है. कई लोगों ने तो जाति धर्म से उठकर उसमें योगदान दिया हुआ है.
बीजेपी पर हमलावार होते हुए उन्होंने कहा कि कृपा करके अयोध्या मंदिर को लेकर राजनीति न करें. उसको पोल्टीसाइज ना करें, कृपा करके देश की जनता को बक्श दें. हम सभी उस आयोजन का स्वागत करते हैं. उन्होंने निमंत्रण दिया कांग्रेस उनका भी धन्यवाद करती है, लेकिन ये व्यक्तिगत निर्णय है, इसको राजनीति से जोड़ने की कोशिश न की जाए, क्योंकि देश में पहले ही धर्म के नाम पर आस्था के नाम पर यह देश कभी भी नहीं बदलता.
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