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लालकृष्ण आडवाणी के कहने पर स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने गाई थी राम धुन, आप भी सुनिए - लालकृष्ण आडवाणी

Lata Mangeshkar Ram Dhun: मेरठ में एक ऐसा संग्राहलय है पर वह खास गीत भी है जो वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के निवेदन पर 1990 में अयोध्या और श्रीराम के लिए लता जी ने गाया था, जो आपको आसानी से कहीं सुनने को भी नहीं मिलेगा.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 18, 2024, 12:22 PM IST

Updated : Jan 18, 2024, 5:05 PM IST

मेरठ के खास संग्राहलय पर संवाददाता श्रीपाल तेवतिया की खास रिपोर्ट.

मेरठ: अयोध्या के श्रीराम सर्किट में स्वर कोकिला लता मंगेशकर को भी जगह मिली है. मेरठ के गौरव शर्मा स्वर कोकिला के अनन्य भक्त हैं. इनके पास लता जी से जुड़ी तमाम यादें हैं. अयोध्या के साथ ही आधुनिक काल से स्वर कोकिला लता मंगेशकर का नाम वहां छाया हुआ है. लता जी से जुड़ी प्रत्येक खबर की खबर रखने वाले मेरठ के गौरव शर्मा का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है. उनके संग्राहलय में वह खास गीत भी है जो कि वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के आह्वान पर 1990 में अयोध्या और श्रीराम के लिए लता जी ने गाया था, जो आपको आसानी से कहीं सुनने को भी नहीं मिलेगा.

आजकल समूचा देश राममय हो चला है. सभी अयोध्या पहुंचने को बेताब भी हैं. अयोध्या में श्री राम मंदिर के दर्शन के साथ लोग लता चौक पर सेल्फी ले रहे हैं. पीएम मोदी और सीएम योगी जब भी आते हैं, लता चौक की तरफ से जरूर गुजरते हैं. ऐसे में मेरठ में खुद को लता का भक्त कहने वाले गौरव शर्मा ने इस चौक से जुड़ी हर जानकारी अपने राम ध्वनि नामक संग्रहालय में संग्रहित की हैं. गौरव लता चौक पर विभिन्न भाषाओं में लिखे गए आर्टिकल को लगातार एकत्र करते हैं . गौरव के पास लता चौक को लेकर जो जानकारी है वो शायद ही किसी के पास हो.

स्वर कोकिला लता मंगेशकर की राम धुन.

ईटीवी भारत से बातचीत में गौरव शर्मा बताते हैं कि रामायण सर्किट में प्रभु राम से जुड़े तमाम चरित्र तो देखने को मिल जाएंगे, लेकिन उसके अलावा वहां सिर्फ और सिर्फ लता के नाम पर चौक भी है. जो भी जाता है वह लता चौक पर जरूर जा रहा है. अध्यापक गौरव बताते हैं कि उनके पास ऐसी तमाम चीजें भी हैं जो आपको एक साथ कहीं नहीं मिलेंगी. एक तो ऐसी वीडियो भी उनके पास है जो 1992 में कारसेवकों का उत्साहवर्धन करने के लिए लता जी ने बनाई थी. उस सुंदर गीत के बोल हैं, मन की तब तक सूनी जब तक राम न आएं.

गौरव शर्मा का कहना है कि रामायण सर्किट में मंदिरों का जीर्णोद्धार हो रहा है, वो रामायणकालीन हैं. लेकिन, आधुनिक काल में केवल लता मंगेशकर का नाम ही वहां मिलता है. वास्तु के हिसाब से 14 टन की वीणा को स्थापित किया गया है. वीणा के चारों ओर 92 कमल खिले दिखाई देते हैं. 92 कमल का अर्थ यहां लता जी के जीवनकाल से है. उन्होंने लताजी पर जो संग्रह किया है उसे रामध्वनि नाम दिया है.

गौरव शर्मा कहते हैं देश में आज तक अगर किसी भी आर्टिकल में लता का नाम आया है, तो वो हर आर्टिकल उनके यहां मिल जाएगा. विभिन्न भाषाओं और विदेश में भी अगर लताजी का जिक्र हुआ है तो उसकी जानकारी उनके पास मिल जाएगी. उनके पास 90 के दशक में लता जी के द्वारा गाया गया. श्रीराम जी का वो गीत भी उपलब्ध है, जिसे उन्होंने उस वक्त लालकृष्ण आदवाणी के निवेदन पर गाया था.

नब्बे के दशक के गीत का जिक्र करते हुए गौरव कहते हैं कि बहुत कम लोगों को पता होगा कि उन्होंने मन की अयोध्या तब तक सूनी जब तक राम न आएंगे गाया था. ऐसे भाव से आत्मा तृप्त हो जाती है. गौरव का नाम लता जी से जुड़े इस शानदार कलेक्शन के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में पहले ही दर्ज हो चुका है और अब उनका कदम गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने की तरफ बढ़ रहा है.

गौरव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते नजर आते हैं कि या तो उनके घर को संग्रहालय घोषित कर दिया जाए या फिर किसी अन्य स्थान पर लता दीदी पर मौजूद कलेक्शन को जनता के लिए समर्पित किया जाए. ताकि नई पीढ़ी लता दीदी के जीवन के बारे में सब कुछ जान सके. वाकई में लता दीदी को लेकर गौरव का संग्रह कमाल का है. 92 वर्ष की उम्र में ये महान गायिका जब दुनिया से विदा हुई थीं, तब भाजपा के वरिष्ठतम नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने लता को याद करते हुए उनके कारसेवकों के लिए गाए गीत के विषय में भी जिक्र किया था.

ये भी पढ़ेंः PHOTOS: देखिए राम मंदिर की ताजी तस्वीरें, बनिए पावन पल के साक्षी

मेरठ के खास संग्राहलय पर संवाददाता श्रीपाल तेवतिया की खास रिपोर्ट.

मेरठ: अयोध्या के श्रीराम सर्किट में स्वर कोकिला लता मंगेशकर को भी जगह मिली है. मेरठ के गौरव शर्मा स्वर कोकिला के अनन्य भक्त हैं. इनके पास लता जी से जुड़ी तमाम यादें हैं. अयोध्या के साथ ही आधुनिक काल से स्वर कोकिला लता मंगेशकर का नाम वहां छाया हुआ है. लता जी से जुड़ी प्रत्येक खबर की खबर रखने वाले मेरठ के गौरव शर्मा का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है. उनके संग्राहलय में वह खास गीत भी है जो कि वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के आह्वान पर 1990 में अयोध्या और श्रीराम के लिए लता जी ने गाया था, जो आपको आसानी से कहीं सुनने को भी नहीं मिलेगा.

आजकल समूचा देश राममय हो चला है. सभी अयोध्या पहुंचने को बेताब भी हैं. अयोध्या में श्री राम मंदिर के दर्शन के साथ लोग लता चौक पर सेल्फी ले रहे हैं. पीएम मोदी और सीएम योगी जब भी आते हैं, लता चौक की तरफ से जरूर गुजरते हैं. ऐसे में मेरठ में खुद को लता का भक्त कहने वाले गौरव शर्मा ने इस चौक से जुड़ी हर जानकारी अपने राम ध्वनि नामक संग्रहालय में संग्रहित की हैं. गौरव लता चौक पर विभिन्न भाषाओं में लिखे गए आर्टिकल को लगातार एकत्र करते हैं . गौरव के पास लता चौक को लेकर जो जानकारी है वो शायद ही किसी के पास हो.

स्वर कोकिला लता मंगेशकर की राम धुन.

ईटीवी भारत से बातचीत में गौरव शर्मा बताते हैं कि रामायण सर्किट में प्रभु राम से जुड़े तमाम चरित्र तो देखने को मिल जाएंगे, लेकिन उसके अलावा वहां सिर्फ और सिर्फ लता के नाम पर चौक भी है. जो भी जाता है वह लता चौक पर जरूर जा रहा है. अध्यापक गौरव बताते हैं कि उनके पास ऐसी तमाम चीजें भी हैं जो आपको एक साथ कहीं नहीं मिलेंगी. एक तो ऐसी वीडियो भी उनके पास है जो 1992 में कारसेवकों का उत्साहवर्धन करने के लिए लता जी ने बनाई थी. उस सुंदर गीत के बोल हैं, मन की तब तक सूनी जब तक राम न आएं.

गौरव शर्मा का कहना है कि रामायण सर्किट में मंदिरों का जीर्णोद्धार हो रहा है, वो रामायणकालीन हैं. लेकिन, आधुनिक काल में केवल लता मंगेशकर का नाम ही वहां मिलता है. वास्तु के हिसाब से 14 टन की वीणा को स्थापित किया गया है. वीणा के चारों ओर 92 कमल खिले दिखाई देते हैं. 92 कमल का अर्थ यहां लता जी के जीवनकाल से है. उन्होंने लताजी पर जो संग्रह किया है उसे रामध्वनि नाम दिया है.

गौरव शर्मा कहते हैं देश में आज तक अगर किसी भी आर्टिकल में लता का नाम आया है, तो वो हर आर्टिकल उनके यहां मिल जाएगा. विभिन्न भाषाओं और विदेश में भी अगर लताजी का जिक्र हुआ है तो उसकी जानकारी उनके पास मिल जाएगी. उनके पास 90 के दशक में लता जी के द्वारा गाया गया. श्रीराम जी का वो गीत भी उपलब्ध है, जिसे उन्होंने उस वक्त लालकृष्ण आदवाणी के निवेदन पर गाया था.

नब्बे के दशक के गीत का जिक्र करते हुए गौरव कहते हैं कि बहुत कम लोगों को पता होगा कि उन्होंने मन की अयोध्या तब तक सूनी जब तक राम न आएंगे गाया था. ऐसे भाव से आत्मा तृप्त हो जाती है. गौरव का नाम लता जी से जुड़े इस शानदार कलेक्शन के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में पहले ही दर्ज हो चुका है और अब उनका कदम गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने की तरफ बढ़ रहा है.

गौरव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते नजर आते हैं कि या तो उनके घर को संग्रहालय घोषित कर दिया जाए या फिर किसी अन्य स्थान पर लता दीदी पर मौजूद कलेक्शन को जनता के लिए समर्पित किया जाए. ताकि नई पीढ़ी लता दीदी के जीवन के बारे में सब कुछ जान सके. वाकई में लता दीदी को लेकर गौरव का संग्रह कमाल का है. 92 वर्ष की उम्र में ये महान गायिका जब दुनिया से विदा हुई थीं, तब भाजपा के वरिष्ठतम नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने लता को याद करते हुए उनके कारसेवकों के लिए गाए गीत के विषय में भी जिक्र किया था.

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Last Updated : Jan 18, 2024, 5:05 PM IST
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