मेरठ : संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से मुजफ्फरनगर की महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है. इसके अब तक अरानैतिक होने के दावे किए जाते रहे और कहा गया कि राजनेताओं की इसके मंच पर कोई एंट्री नहीं होगी. इसी बीच समाजवादी पार्टी शासनकाल में कैबिनेट मंत्री रहे शाहिद मंजूर के भी महापंचायत में अपने समर्थकों के शामिल होने की बात सामने आई है.
ईटीवी भारत से बातचीत में शाहिद मंजूर ने कहा कि वो एक सामान्य किसान की हैसियत से वहां जा रहे हैं. पार्टी पूरी तरह से किसानों के साथ है. पूर्व कैबिनेट मंत्री ने मुजफ्फरनगर जाने से पहले ईटीवी भारत से बात की उन्होंने कहा कि वो भी किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं वो भी किसान हैं. किसानों की महापंचायत में वो शामिल होकर किसानों के हक के लिए वहां साथ खड़े होंगे.
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बताया कि मेरठ कमिश्नरी पर पूर्व में किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत ने भी किसानों की पंचायत की थी. परिणाम ये हुए कि तत्कालीन सरकार को जाना पड़ा था. कहा कि पश्चिमी यूपी में पंचायतों में लिए गए निर्णयों के बाद गंगा जमुनी तहजीब के इस क्षेत्र में बदलाव होते रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की जिद पर किसान भारी पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि अन्नदाता से सरकार का ये टकराव सरकार को महंगा पड़ेगा.
पूर्व मंत्री ने मुजफ्फरनगर में महापंचायत को लेकर कहा कि ये ही पूरे प्रदेश में किसानों की सबसे मजबूत बेल्ट है. मजबूती से यहां सरकार की नीतियों को लेकर किसान संघठन सरकार को आइना दिखाने का काम कर रहे हैं.
कहा कि किसानों में उत्साह है. उम्मीद है कि दस लाख से भी ज्यादा किसान मुजफ्फरनगर महापंचायत में रहेंगे. कहा कि चाहे बीजेपी से ताल्लुक रखने वाले किसान ही क्यों न हों, इस किसानों की सभा में सभी दिलचस्पी दिखा रहे हैं.