ETV Bharat / bharat

शख्स के फेफड़े में 20 साल से फंसा था पेन का ढक्कन, देखा तो डॉक्टरों के उड़ गए होश - DOCTORS REMOVE PEN CAP FROM LUNGS

उसने 5 साल की उम्र में पेन का ढक्कन निगल लिया था. 20 साल बाद शख्स को परेशानी हुई तो डॉक्टर के पास पहुंचा.

फेफड़े में 20 साल से फंसा था पेन का ढक्कन
शख्स के फेफड़े में 20 साल से फंसा था पेन का ढक्कन (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 19, 2025, 7:06 PM IST

हैदराबाद: तेलंगाना में किम्स (KIIMS) अस्पताल कोंडापुर के डॉक्टरों ने एक 26 साल के शख्स के फेफड़े में फंसी पेन के ढक्कन को सफलतापूर्वक निकाला. खबर के मुताबिक, पिछले 21 सालों से करीमनगर के रहने वाले इस शख्स के लंग्स में कलम का ढक्कन फंसा हुआ था.

खबर के मुताबिक, शख्स जब पांच साल का था तब उसने खेलते समय गलती से पेन की कैप निगल ली थी. इतने सालों तक उसे कुछ भी एहसास नहीं हुआ. हालांकि, पिछले महीने से उसे लगातार खांसी और वजन कम होने का अनुभव होने लगा. पिछले दस दिनों में उसकी हालत ज्यादा खराब हो गई. वह गंभीर खांसी के कारण ठीक से सो नहीं पा रहा था. हारकर वह डॉक्टर के पास इलाज के लिए पहुंचा. जब डॉक्टर ने शख्स का सीटी स्कैन किया तो पाया कि, उसके निचले बाएं फेफड़े में संक्रमण है.

डॉक्टर ने मरीज को KIMS अस्पताल भेजा, जहां कंसल्टेंट क्लिनिकल और इंटरवेंशनल प्लमोनोलॉजिस्ट डॉक्टर सुभाकर नडेला ने निदान और उपचार का नेतृत्व किया. डॉ. सुभाकर नडेला ने बताया कि, सीटी स्कैन में मरीज के फेफड़ों में एक असामान्य गांठ दिखाई दी. जब उन्होंने उसे निकालने की कोशिश की तो अंदर एक पैन का कैप मिला.

इसकी पुष्टि करने के लिए, डॉक्टरों ने उसके भाई को बुलाया और पूछा कि क्या उसने कभी कुछ निगला है. तभी उसे अपने बचपन की घटना याद आई. घटना के समय, डॉक्टरों ने परिवार को आश्वस्त किया था कि,उसने जिस वस्तु को निगला था वह पाचन तंत्र से होकर बाहर निकल गया होगा. हालांकि, पेन कैप 20 सालों तक शख्स के फेफड़ों में फंसी रही, जिसके कारण मरीज को कुछ सालों के बाद परेशानी होने लगी.

मेडिकल टीम ने पेन कैप को सावधानीपूर्वक निकालने के लिए लचीली ब्रोंकोस्कोपी का इस्तेमाल किया. डॉ. सुभाकर नडेला ने कहा, "हमने सबसे पहले उसके आस-पास जमा हुए ऊतकों, लिम्फ नोड्स और मांसपेशियों की संरचनाओं को हटाया, जिससे बाहरी वस्तु को निकालने का रास्ता साफ हो गया."

उन्होंने कहा कि, इस तरह की वस्तु लंबे समय तक फंसे रहने से फेफड़ों का गंभीर नुकसान पहुंच सकता है. सौभाग्य से, हम एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इलाज करने में कामयाब रहे. उन्होंने ऐसे मामलों में जल्दी पता लगाने के महत्व पर जोर दिया.

डॉक्टर ने बताया कि, "अगर पेन कैप ज्यादा देर तक रहता, तो इससे फेफड़े पूरी तरह से खराब हो सकते थे, जिसके लिए सर्जरी की जरूरत होती. उन्होंने कहा कि, माता-पिता को इस बात पर सतर्क रहना चाहिए कि बच्चे अपने मुंह में क्या डालते हैं. अगर किसी बाहरी वस्तु के निगलने का संदेह है, तो गंभीर जटिलताओं को रोकने के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता लेना जरूरी है. बता दें कि, डॉक्टरी इलाज के बाद मरीज अब ठीक हो गया है.

ये भी पढ़ें: KIMS के डॉक्टरों ने बचाई जान, मरीज के रेक्टम में फंसा था टॉयलेट जेट स्प्रे

हैदराबाद: तेलंगाना में किम्स (KIIMS) अस्पताल कोंडापुर के डॉक्टरों ने एक 26 साल के शख्स के फेफड़े में फंसी पेन के ढक्कन को सफलतापूर्वक निकाला. खबर के मुताबिक, पिछले 21 सालों से करीमनगर के रहने वाले इस शख्स के लंग्स में कलम का ढक्कन फंसा हुआ था.

खबर के मुताबिक, शख्स जब पांच साल का था तब उसने खेलते समय गलती से पेन की कैप निगल ली थी. इतने सालों तक उसे कुछ भी एहसास नहीं हुआ. हालांकि, पिछले महीने से उसे लगातार खांसी और वजन कम होने का अनुभव होने लगा. पिछले दस दिनों में उसकी हालत ज्यादा खराब हो गई. वह गंभीर खांसी के कारण ठीक से सो नहीं पा रहा था. हारकर वह डॉक्टर के पास इलाज के लिए पहुंचा. जब डॉक्टर ने शख्स का सीटी स्कैन किया तो पाया कि, उसके निचले बाएं फेफड़े में संक्रमण है.

डॉक्टर ने मरीज को KIMS अस्पताल भेजा, जहां कंसल्टेंट क्लिनिकल और इंटरवेंशनल प्लमोनोलॉजिस्ट डॉक्टर सुभाकर नडेला ने निदान और उपचार का नेतृत्व किया. डॉ. सुभाकर नडेला ने बताया कि, सीटी स्कैन में मरीज के फेफड़ों में एक असामान्य गांठ दिखाई दी. जब उन्होंने उसे निकालने की कोशिश की तो अंदर एक पैन का कैप मिला.

इसकी पुष्टि करने के लिए, डॉक्टरों ने उसके भाई को बुलाया और पूछा कि क्या उसने कभी कुछ निगला है. तभी उसे अपने बचपन की घटना याद आई. घटना के समय, डॉक्टरों ने परिवार को आश्वस्त किया था कि,उसने जिस वस्तु को निगला था वह पाचन तंत्र से होकर बाहर निकल गया होगा. हालांकि, पेन कैप 20 सालों तक शख्स के फेफड़ों में फंसी रही, जिसके कारण मरीज को कुछ सालों के बाद परेशानी होने लगी.

मेडिकल टीम ने पेन कैप को सावधानीपूर्वक निकालने के लिए लचीली ब्रोंकोस्कोपी का इस्तेमाल किया. डॉ. सुभाकर नडेला ने कहा, "हमने सबसे पहले उसके आस-पास जमा हुए ऊतकों, लिम्फ नोड्स और मांसपेशियों की संरचनाओं को हटाया, जिससे बाहरी वस्तु को निकालने का रास्ता साफ हो गया."

उन्होंने कहा कि, इस तरह की वस्तु लंबे समय तक फंसे रहने से फेफड़ों का गंभीर नुकसान पहुंच सकता है. सौभाग्य से, हम एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इलाज करने में कामयाब रहे. उन्होंने ऐसे मामलों में जल्दी पता लगाने के महत्व पर जोर दिया.

डॉक्टर ने बताया कि, "अगर पेन कैप ज्यादा देर तक रहता, तो इससे फेफड़े पूरी तरह से खराब हो सकते थे, जिसके लिए सर्जरी की जरूरत होती. उन्होंने कहा कि, माता-पिता को इस बात पर सतर्क रहना चाहिए कि बच्चे अपने मुंह में क्या डालते हैं. अगर किसी बाहरी वस्तु के निगलने का संदेह है, तो गंभीर जटिलताओं को रोकने के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता लेना जरूरी है. बता दें कि, डॉक्टरी इलाज के बाद मरीज अब ठीक हो गया है.

ये भी पढ़ें: KIMS के डॉक्टरों ने बचाई जान, मरीज के रेक्टम में फंसा था टॉयलेट जेट स्प्रे

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.