मेरठः इस्लामिक स्कॉलर मौलाना कलीम सिद्दीकी (kaleem siddiqui ) मेरठ ( meerut )में एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने के बाद तीन मौलानाओं और ड्राइवर के साथ कार से अपने गांव के लिए रवाना हुए थे. परिजनों ने जब उनके फोन पर कॉल की तो मोेबाइल बंद मिला. परिजनों की सूचना पर उलेमाओं ने तुरंत इसकी सूचना मेरठ पुलिस को दी. वहीं, अपुष्ट सूत्रों की माने तो उन्हें सुरक्षा एजेंसियों ने उठाया है.
मौलाना कलीम सिद्दीकी साथी मौलानाओं के साथ लिसाड़ीगेट के हूमायुंनगर में मस्जिद माशाउल्लाह के इमाम शारिक के आवास पर एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे. रात करीब नौ बजे नमाज के बाद वह साथियों के साथ गाड़ी से वापस मुजफ्फरनगर के फूलता गांव के लिए रवाना हुए.
उनके गायब होने की सूचना मिलते ही देर रात उलमा समेत मुस्लिम समुदाय के लोग लिसाड़ी गेट थाने पहुंच गए. पुलिस से उन्हें खोजने की मांग करने लगे. इस पर पुलिस अफसरों ने उन्हें जैसे-तैसे समझाबुझाकर शांत कराया.
खोजबीन की बात कहकर सभी उलेमाओं को घर भेज दिया गया. इस मामले में पुलिस अफसर फिलहालत अभी कुछ नहीं बोल रहे हैं. पुलिस उनकी खोजबीन में जुट गई है.
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बीती सात सितंबर को भागवत के कार्यक्रम में की थी शिरकत
मेरठ से निजी कार्यक्रम में शिरकत के बाद मौलाना कलीम रात नौ बजे रवाना हुए थे. इसी के बाद परिजनों ने उनसे फोन पर संपर्क किया. फोन बंद होने पर मेरठ के उलेमाओं को उनके गायब होने की सूचना दी. बता दें कि फुलत के मौलाना कलीम सिद्दीकी का इस्लामिक विद्वानों में नाम है.
वह फुलत के मदरसा जामिया इमाम वलीउल्लाह इस्लामिया के निदेशक भी हैं. सात सितंबर को मुंबई में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा आयोजित राष्ट्र प्रथम और राष्ट्र सर्वोपरि कार्यक्रम में भी मौलाना कलीम शामिल हुए थे.
मौलाना कलीम ने प्रीमेडिकल टेस्ट में 57वीं रैंक हासिल की लेकिन एमबीबीएस में प्रवेश नहीं लिया. फुलत समेत कई जगह पर उनके नाम से मदरसे चलते हैं.