मेरठः यूपी वेस्ट का शहर मेरठ स्पोर्ट्स सिटी के तौर पर देश में ही नहीं दुनियाभर में अपनी अलग पहचान के लिए बेहद मशहूर है. लेकिन, अब धीरे धीरे मेरठ हॉलीवुड, बॉलीवुड समेत साउथ की फिल्म इंडस्ट्री में भी अपनी खास पहचान बना चुका है. हॉलीवुड और बॉलीवुड समेत साउथ की फिल्मों में आर्मर कवच समेत जो परिधान या ऐतिहासिक ड्रेस एक्टर पहनते हैं, वह मेरठ में तैयार होता है.
खासकर एक्शन फिल्मों में और धारावाहिक में दिखने वाले सैन्य उपकरण, हथियार, कवच आदि बड़े पैमाने पर यहां तैयार होते हैं. इस क्षेत्र में मेरठ की आर्मर इंडस्ट्री अब काफी फैलती जा रही है. ईटीवी भारत ने ऐसे ही कई आर्मर इंडस्ट्रीज से जुड़े निर्माताओं ने बताया कि अनेकों छोटी बड़ी इकाइयां यहां संचालित हैं, जो कि इस क्षेत्र में काफी कुछ कर रही हैं.
हॉलीवुड के सबसे अधिक ऑर्डरः रामकुमार वर्मा ने बताया कि कि यह बेहद ही मजेदार काम है. उन्होंने बताया कि 2013 से वह इसी क्षेत्र में हैं. उनके पास दो सौ वर्कर कार्य कर रहे हैं. उनके अलावा और भी काफी लोगों को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिल रहा है. राम बताते हैं कि वर्तमान समय में उन्हें ऑर्डर सबसे ज्यादा यूएस, यूके समेत हॉलीवुड से मिलते हैं. वह बताते हैं कि बाहुबली फिल्म के लिए काफी चीजें यहां से बनवाई गईं. बाहुबली के कटप्पा की भारी भरकम ड्रेस हो या फिर उस फिल्म में नजर आने वाले सैनिकों की ड्रेस मेरठ में ही तैयार हुई. पदमावत फिल्म की ड्रेस से लेकर पानीपत फिल्म में कलाकारों द्वारा पहने जाने वाले परिधान बड़े स्तर पर मेरठ में तैयार किए गए थे. रामकुमार ने बताया कि हॉलीवुड की किंग ऑफ नार्निया, गॉडजिला, किंग्स ऑफ गॉड, बैटल ऑफ नेशन, समेत अनेकों फिल्मों के लिए यहां ड्रेस तैयार किए गए.
मॉडल्स को भी लुभाते हैं मेरठ के यह खास परिधानः राम वर्मा बताते हैं कि हॉलीवुड की 10 से 15 फिल्मों की ड्रेसेस को तैयार कर चुके हैं. इसके अलावा भी विदेशों से उन्हें ऑफर ड्रेस तैयार करने के आते हैं. वह बताते हैं कि कुछ तो मॉडल भी उनसे संपर्क करती हैं और अपने लिए अलग-अलग लोहे की ड्रेस या अन्य अलज तरह की ड्रेस की डिमांड करती हैं, जिसे वह तैयार कराते हैं. उन्होंने बताया कि अपने देश की तरह विदेश में नहीं है, वहां अगर हिस्ट्री पढ़ाई जाती है तो ड्रेस को पहनकर ही पढ़ाया जाता है. जिससे कि आसानी से स्टूडेंट्स उसे फील कर सकें समझ सकें. जिसके लिए लोग विदेश से उनसे संपर्क करते हैं और अलग-अलग समय पर चलने वाली ड्रेस की डिमांड हमेशा आती रहती है. राम वर्मा ने बताया कि इतिहास की फिल्मों में इस्तेमाल किए जाने वाले लोहे के गल्व्स, लोहे की शर्ट, लोहे की टीशर्ट से लेकर कवच और सिर पर लोहे का हेलमेट, भाले, इत्यादि बड़े पैमाने पर बनाए जाते रहे हैं. राम वर्मा बताते हैं कि डिमांड को देखते हुए अब तो जर्मनी और यूके में उन्होंने अपना शो रूम भी बना लिया है .
ऑनलाइन ऑर्डर मिलने पर तैयार करते हैं ड्रेसः हॉलीवुड और बॉलीवुड के लिए लोहे की ड्रेस बनाने वाले आजाद कहते हैं कि यूएस और यूरोप के कई देशों में इस भारी भरकम ड्रेसेज को एक्सपोर्ट किया जाता है. उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्ष से लोहे की ड्रेस और फिल्मों में पहने जाने वाले परिधान तैयार करने का काम वह कर रहे हैं. आजाद ने बताया कि ऑनलाइन ऑर्डर उन्हें मिलते हैं, जिसके बाद डिजाइन वगैरह उन्हें फाइनल करके बता दिए जाते हैं. खासतौर से जो इतिहास पर आधारित फिल्में होती हैं, उनमें ऐसी ड्रेस की खास डिमांड होती है. आजाद बताते हैं कि उनसे निर्माता निर्देशक सम्पर्क करते हैं और जिस सदी की भी जिस भी समय की ड्रेस या परिधान तैयार कराने को बताते हैं तो तैयार किया जाता है. तय समय पर ऑर्डर पूरे कर दिए जाते हैं. उन्होंने बताया कि इस काम को करने में भी मेरठ में हजारों लोग जुड़े हैं.