मेरठ : एक ओर जहां सरकार तीन तलाक के खिलाफ सख्त कानून बनाने के दावे कर रही है, वहीं जबरन तलाक देने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताज़ा मामला पश्चमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में सामने आया है. यहां थाना लिसाड़ीगेट इलाके में शौहर ने गर्भवती पत्नी को ना सिर्फ तलाक दे दिया बल्कि तलाकनामे पर जबरन हस्ताक्षर करा लिए.
इतना ही नहीं, ससुरालियों ने विवाहिता के साथ मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया. तलाक मिलने के सदमे में आई विवाहिता की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने थाने पहुंचकर हंगामा किया. परिजनों ने ससुरालियों पर कोविड की गलत रिपोर्ट बनवाने का आरोप भी लगाया है.
दहेज के लिए विवाहिता का उत्पीड़न
बता दें कि थाना लिसाड़ीगेट थान इलाके के मोहल्ला फतेहउल्लाहपुर निवासी अबरार ने अपनी पुत्री सलीना का निकाह एक साल पहले ग्राम रुकनपुर निवासी दानिश के साथ किया था. निकाह के बाद से ही दानिश और उसके परिजन सलीना पर अतिरिक्त दहेज का दबाव बना रहे थे. दहेज ना लाने पर तलाक देने की धमकियां दे रहे थे. सलीना 8 महीने से गर्भवती थी. परिजनों के मुताबिक ससुराल वाले सलीना के साथ मारपीट भी कर चुके थे. बावजूद इसके सलीना पति और ससुरालियों का उत्पीड़न झेलती रही.
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तलाकनामे पर जबरन हस्ताक्षर का आरोप
सलीना के परिजनों ने बताया कि दो दिन पहले पति ने ना सिर्फ तलाक दे दिया बल्कि ससुरालियों ने जबरन तलाकनामे पर हस्ताक्षर करवा लिए. जब सलीना ने उनका विरोध किया तो ससुरालियों ने उसकी पिटाई कर घर से निकाल दिया. इसके बाद गुस्साए मायके वालों ने दानिश की मां की पिटाई कर दी. वहीं, ससुरालियों की पिटाई से चोटिल होने पर सलीना को एक निजी हाॅस्पिटल में भर्ती कराया था. यहां इलाज के दौरान बुधवार को गर्भवती सलीना की मौत हो गई. उसकी मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है जबकि आरोपी पति और ससुराल के अन्य लोग घर से फरार हैं.
अस्पताल स्टाफ पर गलत रिपोर्ट बनाने का आरोप
सलीना के पिता अबरार ने बताया कि सलीना की मौत के बाद उसकी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ससुरालियों ने मिली भगतकर रिपोर्ट गलत बनवाई है ताकि विवाहिता के शव का पोस्टमार्टम ना किया जा सके. गुस्साए परिजनों ने हाॅस्पिटल और थाने में जमकर हंगामा किया. सीओ सिटी अरविंद चौरसिया ने बताया कि इलाज के दौरान महिला की मौत हुई है.
परिजनों ने थाना लिसाड़ीगेट पुलिस मामले की जांच कर रही है. परिजनों का आरोप है कि दहेज के लिए महिला को जबरन तलाक देने का आरोप लगाया गया है. मृतका के परिजनों ने तहरीर देकर अस्पताल स्टाफ और ससुरालियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.