मेरठ: जनपद के देहात इलाके में गोकशी (cow slaughter in meerut) रोकने के लिए रिस्पांस टीम बनाई गई है. यहां गोकशी से प्रभावित 50 गांव (Village affected by cow slaughter in Meerut) चिह्नित किए गए हैं और हर गांव में दो-दो सिपाही तैनात किए हैं. पुलिस टीम का काम गोकशी के आरोपियों को चिह्नित करना, गोकशी रोकना है. पुलिस टीम सीधे थाना प्रभारी, सीओ और एसपी को रिपोर्ट देगी.
मेरठ पुलिस के मुताबिक देहात इलाके में पिछले कुछ समय में गोकशी की घटनाएं हुई हैं. सरधना, सरूरपुर, जानी और भावनपुर समेत कई इलाके इससे प्रभावित हुए हैं. लगातार जनपद में हो रही गोकशी की घटनाओं के खिलाफ हिंदू संगठनों ने विरोध तेज कर दिया था. इन घटनाओं को लेकर एडीजी मेरठ राजीव सभरवाल और आईजी मेरठ रेंज प्रवीण कुमार ने नाराजगी जताते हुए पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.
एसपी देहात केशव कुमार ने देहात में 50 ऐसे गांव चिह्नित किए हैं जो गोकशी से प्रभावित हैं. इन गांवों और इनकी सीमा के आसपास में गोकशी हुई है. इन गांवों में कुल 100 सिपाही तैनात हैं. हर गांव को दो-दो सिपाही दिए गए हैं और इनका काम सिर्फ गोकशी को लेकर सूचनाएं जुटाना रहेगा. ये सिपाही गोकशी की लोकेशन पता कर ऐसा करने वालों को चिह्नित करेंगे.
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इस पूरे मामले पर एसपी देहात केशव कुमार मिश्रा का कहना है कि गोकशी से प्रभावित कुछ गांव चिन्हित हुए हैं और वहां दो-दो की संख्या में पुलिसकर्मी सिर्फ गोकशी रोकने के लिए तैनात किए गए हैं. इन पुलिसकर्मियों का काम गोकशी से जुड़ी तमाम जानकारी जुटाने की रहेगा.