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मेरठ में करोड़ों की प्रॉपर्टी के लिए गैंगस्टर और पुलिस का गठजोड़...ये है पूरा मामला

मेरठ में पुलिस गैंगस्टर के साथ गठजोड़ कर करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने के मामले का खुलासा हुआ है. पेश है एक रिपोर्ट.

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मेरठ में करोड़ों की प्रॉपर्टी के लिए गैंगस्टर का पुलिस के साथ गठजोड़
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Published : Apr 23, 2022, 9:23 PM IST

Updated : Apr 24, 2022, 2:15 PM IST

मेरठः मेरठ में करोड़ों की प्रॉपर्टी के लिए गैंगस्टर ने पुलिस के साथ गठजोड़ करके फर्जी मुकदमे की साजिश रच डाली. गैंगस्टर के इशारे पर एक भाई ने खुद पर ही हमला कराकर दूसरे पक्ष को गिरफ्तार करा दिया और फर्जी मुकदमे में आरोपियों को जेल भिजवा कर उनकी करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर लिया. यह खुलासा मेरठ पुलिस ने किया है.

पुलिस ने इस मामले में अब अपने ही इंस्पेक्टर और दरोगा पर मिस कंडक्ट की कार्रवाई की है. साथ ही गैंगस्टर यशपाल तोमर की करीब 153 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है.

9 नवंबर 2020 को मेरठ के बिजली बंबा बाईपास पर दिल्ली के कारोबारी गिरधरलाल चावला और उनके चालक को स्कूटी सवार हमलावरों ने गोली मार दी थी. गिरधारी लाल के बेटे की तरफ से प्रॉपर्टी विवाद में अपने ही चाचा व अन्य पर हमले का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया. इसमें आधा दर्जन लोगों को नामजद कराया गया. इस मामले में पुलिस ने चार्जशीट लगा दी और आरोपियों को जेल भेज दिया.

इसके बाद सितंबर 2021 में प्रतिवादियों ने एसएसपी मेरठ से पूरे मामले में शिकायत की. तत्कालीन आरोपियों की माने तो पुलिस और गैंगस्टर ने मिलकर फर्जी ढंग से उन्हें जेल भिजवा दिया. पुलिस अधिकारियों ने जब इस मामले में छानबीन की तो मामला करोड़ों की विवादित जमीन पर कब्जे का सामने आया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक यशपाल तोमर फर्जी मुकदमे कराने वालों का गैंग चलाता है. इसमें कई शूटर भी शामिल हैं. जमीन कब्जाने के लिए फर्जी मुकदमे लगवाना, हमला करवाना और हनी ट्रैप में फंसाने जैसे काम इस गिरोह द्वारा किए जाते हैं.

एसएसपी प्रभाकर चौधरी

यह भी पढ़ें: सीएम योगी का जालौन दौरा आज, राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस के समारोह में लेंगे हिस्सा

उत्तराखंड पुलिस पिछले काफी समय से यशपाल तोमर के अलग-अलग मामलों में छानबीन कर रही थी. इसके बाद मेरठ पुलिस से संपर्क साधा गया और अब उत्तराखंड और मेरठ पुलिस ने मिलकर यशपाल तोमर की करीब 153 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त कर ली. इंस्पेक्टर ब्रह्मपुरी सुभाष अत्री और दरोगा लोकेश के गैंगस्टर के साथ मिलीभगत का मामला प्रकाश में आते ही आईजी प्रवीण कुमार और एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने अब इस मामले में दोबारा मुकदमा दर्ज करवाया है. इससे आरोपी पुलिस कर्मियों की मुश्किलें बढ़ गईं हैं.

प्रवीण कुमार की मानें तो यशपाल तोमर प्रदेश स्तर का भूमाफिया चिन्हित किया गया है. इसके अलावा उसकी बागपत और गाजियाबाद में करोड़ों की संपत्ति सील की जा रही है. वही इसके अलावा और जो लोग अन्य विभागों के भी अपराधों के गठजोड़ में शामिल है उनकी भी जांच की जा रही है.

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मेरठः मेरठ में करोड़ों की प्रॉपर्टी के लिए गैंगस्टर ने पुलिस के साथ गठजोड़ करके फर्जी मुकदमे की साजिश रच डाली. गैंगस्टर के इशारे पर एक भाई ने खुद पर ही हमला कराकर दूसरे पक्ष को गिरफ्तार करा दिया और फर्जी मुकदमे में आरोपियों को जेल भिजवा कर उनकी करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर लिया. यह खुलासा मेरठ पुलिस ने किया है.

पुलिस ने इस मामले में अब अपने ही इंस्पेक्टर और दरोगा पर मिस कंडक्ट की कार्रवाई की है. साथ ही गैंगस्टर यशपाल तोमर की करीब 153 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है.

9 नवंबर 2020 को मेरठ के बिजली बंबा बाईपास पर दिल्ली के कारोबारी गिरधरलाल चावला और उनके चालक को स्कूटी सवार हमलावरों ने गोली मार दी थी. गिरधारी लाल के बेटे की तरफ से प्रॉपर्टी विवाद में अपने ही चाचा व अन्य पर हमले का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया. इसमें आधा दर्जन लोगों को नामजद कराया गया. इस मामले में पुलिस ने चार्जशीट लगा दी और आरोपियों को जेल भेज दिया.

इसके बाद सितंबर 2021 में प्रतिवादियों ने एसएसपी मेरठ से पूरे मामले में शिकायत की. तत्कालीन आरोपियों की माने तो पुलिस और गैंगस्टर ने मिलकर फर्जी ढंग से उन्हें जेल भिजवा दिया. पुलिस अधिकारियों ने जब इस मामले में छानबीन की तो मामला करोड़ों की विवादित जमीन पर कब्जे का सामने आया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक यशपाल तोमर फर्जी मुकदमे कराने वालों का गैंग चलाता है. इसमें कई शूटर भी शामिल हैं. जमीन कब्जाने के लिए फर्जी मुकदमे लगवाना, हमला करवाना और हनी ट्रैप में फंसाने जैसे काम इस गिरोह द्वारा किए जाते हैं.

एसएसपी प्रभाकर चौधरी

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उत्तराखंड पुलिस पिछले काफी समय से यशपाल तोमर के अलग-अलग मामलों में छानबीन कर रही थी. इसके बाद मेरठ पुलिस से संपर्क साधा गया और अब उत्तराखंड और मेरठ पुलिस ने मिलकर यशपाल तोमर की करीब 153 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त कर ली. इंस्पेक्टर ब्रह्मपुरी सुभाष अत्री और दरोगा लोकेश के गैंगस्टर के साथ मिलीभगत का मामला प्रकाश में आते ही आईजी प्रवीण कुमार और एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने अब इस मामले में दोबारा मुकदमा दर्ज करवाया है. इससे आरोपी पुलिस कर्मियों की मुश्किलें बढ़ गईं हैं.

प्रवीण कुमार की मानें तो यशपाल तोमर प्रदेश स्तर का भूमाफिया चिन्हित किया गया है. इसके अलावा उसकी बागपत और गाजियाबाद में करोड़ों की संपत्ति सील की जा रही है. वही इसके अलावा और जो लोग अन्य विभागों के भी अपराधों के गठजोड़ में शामिल है उनकी भी जांच की जा रही है.

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Last Updated : Apr 24, 2022, 2:15 PM IST
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