ETV Bharat / state

महामारियों का गढ़ बना मेरठ, ब्लैक-व्हाइट के बाद अब येलो फंगस की दस्तक

मेरठ जिले में ब्लैक और व्हाइट फंगस के बाद अब येलो फंगस (Yellow Fungus) ने भी दस्तक दे दी है. मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक मरीज में येलो फंगस के लक्षण (Symptoms of Yellow Fungus) मिले हैं. मरीज मुजफ्फरनगर का रहने वाला बताया जा रहा है.

yellow fungus cases in meerut
मेरठ में येलो फंगस की दस्तक.
author img

By

Published : May 29, 2021, 11:27 AM IST

Updated : May 29, 2021, 4:04 PM IST

मेरठ : पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मेरठ (Meerut) शहर कोरोना संक्रमण के बाद महामारियों का गढ़ (Stronghold of Epidemics) बनता जा रहा है. आए दिन जहां कोरोना संक्रमण (corona infection) के बाद ब्लैक फंगस मरीजों (Black Fungus Patients) की पुष्टि हो रही है, वहीं अब येलो फंगस (Yellow Fungus) ने भी दस्तक दे दी है. शुक्रवार की देर शाम आई रिपोर्ट में एक व्यक्ति में येलो फंगस के लक्षण (Symptoms of Yellow Fungus मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. आनन-फानन में विभागीय अधिकारियों ने मरीज के सैंपल लेकर माइक्रोबायोलॉजी लैब (Microbiology Lab) में भेज दिया है.

मेरठ में येलो फंगस की दस्तक.

मिली जानकारी के मुताबिक, येलो फंगस पीड़ित मरीज (Yellow Fungus Infected Patient) मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) का रहने वाला है. माइक्रोबायोलॉजी लैब से उसकी जांच रिपोर्ट सात दिन बाद आएगी. हालांकि डॉक्टरों की टीम ने मरीज की आंखों का ऑपरेशन (Operation of eyes) कर रोशनी बचा ली है. डॉक्टरों का कहना है कि 40 वर्षीय मुजफ्फरनगर निवासी मरीज में येलो फंगस के लक्षण मिले हैं. इससे पहले कई मरीजों में व्हाइट फंगस (White Fungus) भी आ चुका है, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है.

येलो फंगस की दस्तक से मचा हड़कंप
मेडिकल कॉलेज के फ्लू ओपीडी इंचार्ज एवं नेत्र विशेषज्ञ (Ophthalmologist OR Eye Specialist) डॉ. वीपी सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमित और इस वायरस से ठीक हुए लोगों में ब्लैक फंगस मिल रहा है. अब तक जिले में ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या 172 पर पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में 10 नए मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग के साथ मरीजो के परिजनों में दहशत का माहौल बना हुआ है। वहीं व्हाइट फंगस और येलो फंगस के लक्षण मिलने से चिंता और ज्यादा बढ़ना लाज़मी है। शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज में येलो फंगस मिलने से हड़कंप की स्तिथि बनी हुई है।

'घरों में नमी होने से पनप रहा फंगस'
डॉ. वीपी सिंह के मुताबिक येलो फंगस, ब्लैक और व्हाइट फंगस से ज्यादा खतरनाक है क्योंकि येलो फंगस आंतरिक रूप से शुरू होता है. येलो फंगस बढ़ने के साथ-साथ बीमारी ज्यादा घातक होती चली जाती है. घरों में ज्यादा नमी (Moisture) होना येलो फंगस के मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है. फंगस से बचाव के लिए घर के अंदर नमी होने से बैक्टीरिया और फंगस बढ़ जाती है, जिससे गंभीर बीमारियां पनपती हैं.

एक दिन में 10 नए मरीज, एक की मौत
मेरठ जिले (Meerut District) में लगातार ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. शुक्रवार को 10 नए मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है, जबकि एक मरीज ने मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया. मेरठ में ब्लैक फंगस (Black Fungus In Meerut) मरीजों का आंकड़ा 172 पर पहुंच गया है जबकि 56 मरीजों का इलाज कर डिस्चार्ज किया गया है, जिनमें से चार मरीज शुक्रवार की शाम को घर भेजे गए हैं. फिलहाल जिले के विभिन्न अस्पतालों में 101 मरीजों का इलाज चल रहा है.

इसे भी पढ़ें: Meerut : 4 दिन में दो इंजीनियर भाइयों को निगल गया कोरोना, सदमे में बूढ़े मां-बाप

सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन (CMO Dr Akhilesh Mohan) ने बताया कि ब्लैक फंगस (Black Fungus) के 79 मरीज मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं, जिनमें से 44 मरीज कोविड पॉजिटिव और बाकी निगेटिव हैं. 10 मरीजों की नाजुक हालत के चलते आईसीयू (ICU) में रखा गया है जबकि कई मरीजों को परिजनों ने निजी अस्पतालों में भर्ती किया हुआ है. उन्होंने बताया कि आनंद अस्पताल (Anand Hospital) में दो मरीजों के ऑपरेशन किए गए हैं.

मेरठ : पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मेरठ (Meerut) शहर कोरोना संक्रमण के बाद महामारियों का गढ़ (Stronghold of Epidemics) बनता जा रहा है. आए दिन जहां कोरोना संक्रमण (corona infection) के बाद ब्लैक फंगस मरीजों (Black Fungus Patients) की पुष्टि हो रही है, वहीं अब येलो फंगस (Yellow Fungus) ने भी दस्तक दे दी है. शुक्रवार की देर शाम आई रिपोर्ट में एक व्यक्ति में येलो फंगस के लक्षण (Symptoms of Yellow Fungus मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. आनन-फानन में विभागीय अधिकारियों ने मरीज के सैंपल लेकर माइक्रोबायोलॉजी लैब (Microbiology Lab) में भेज दिया है.

मेरठ में येलो फंगस की दस्तक.

मिली जानकारी के मुताबिक, येलो फंगस पीड़ित मरीज (Yellow Fungus Infected Patient) मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) का रहने वाला है. माइक्रोबायोलॉजी लैब से उसकी जांच रिपोर्ट सात दिन बाद आएगी. हालांकि डॉक्टरों की टीम ने मरीज की आंखों का ऑपरेशन (Operation of eyes) कर रोशनी बचा ली है. डॉक्टरों का कहना है कि 40 वर्षीय मुजफ्फरनगर निवासी मरीज में येलो फंगस के लक्षण मिले हैं. इससे पहले कई मरीजों में व्हाइट फंगस (White Fungus) भी आ चुका है, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है.

येलो फंगस की दस्तक से मचा हड़कंप
मेडिकल कॉलेज के फ्लू ओपीडी इंचार्ज एवं नेत्र विशेषज्ञ (Ophthalmologist OR Eye Specialist) डॉ. वीपी सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमित और इस वायरस से ठीक हुए लोगों में ब्लैक फंगस मिल रहा है. अब तक जिले में ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या 172 पर पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में 10 नए मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग के साथ मरीजो के परिजनों में दहशत का माहौल बना हुआ है। वहीं व्हाइट फंगस और येलो फंगस के लक्षण मिलने से चिंता और ज्यादा बढ़ना लाज़मी है। शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज में येलो फंगस मिलने से हड़कंप की स्तिथि बनी हुई है।

'घरों में नमी होने से पनप रहा फंगस'
डॉ. वीपी सिंह के मुताबिक येलो फंगस, ब्लैक और व्हाइट फंगस से ज्यादा खतरनाक है क्योंकि येलो फंगस आंतरिक रूप से शुरू होता है. येलो फंगस बढ़ने के साथ-साथ बीमारी ज्यादा घातक होती चली जाती है. घरों में ज्यादा नमी (Moisture) होना येलो फंगस के मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है. फंगस से बचाव के लिए घर के अंदर नमी होने से बैक्टीरिया और फंगस बढ़ जाती है, जिससे गंभीर बीमारियां पनपती हैं.

एक दिन में 10 नए मरीज, एक की मौत
मेरठ जिले (Meerut District) में लगातार ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. शुक्रवार को 10 नए मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है, जबकि एक मरीज ने मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया. मेरठ में ब्लैक फंगस (Black Fungus In Meerut) मरीजों का आंकड़ा 172 पर पहुंच गया है जबकि 56 मरीजों का इलाज कर डिस्चार्ज किया गया है, जिनमें से चार मरीज शुक्रवार की शाम को घर भेजे गए हैं. फिलहाल जिले के विभिन्न अस्पतालों में 101 मरीजों का इलाज चल रहा है.

इसे भी पढ़ें: Meerut : 4 दिन में दो इंजीनियर भाइयों को निगल गया कोरोना, सदमे में बूढ़े मां-बाप

सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन (CMO Dr Akhilesh Mohan) ने बताया कि ब्लैक फंगस (Black Fungus) के 79 मरीज मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं, जिनमें से 44 मरीज कोविड पॉजिटिव और बाकी निगेटिव हैं. 10 मरीजों की नाजुक हालत के चलते आईसीयू (ICU) में रखा गया है जबकि कई मरीजों को परिजनों ने निजी अस्पतालों में भर्ती किया हुआ है. उन्होंने बताया कि आनंद अस्पताल (Anand Hospital) में दो मरीजों के ऑपरेशन किए गए हैं.

Last Updated : May 29, 2021, 4:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.