मेरठ: किसानों ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर जबरन कलेक्ट्रेट में घुसे और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने कलेक्ट्रेट में मौजूद कई कुर्सियां भी तोड़ दीं, लेकिन वहां मौजूद पुलिसवाले प्रदर्शनकारी किसानों को रोकने में विफल रहे.
कलेक्ट्रेट में किसानों का हंगामा
मेरठ के कलेक्ट्रेट परिसर में किसानों ने सोमवार को जबरदस्त हंगामा किया. ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर किसान कलेक्ट्रेट परिसर में जबरन घुस गए. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने कलेक्ट्रेट के गेट पर किसानों को रोकने की कोशिश की. लेकिन किसानों की भीड़ के आगे पुलिस का हर प्रयास विफल रहा. जिसके बाद किसानों ने कलेक्ट्रेट में घुसकर जमकर हंगामा किया. इस दौरान किसानों ने वहां रखी कुछ कुर्सियां भी तोड़ दीं.
सरकार के फैसले के विरोध में किसानों का हल्ला बोल
किसानों की माने तो सरकार के अध्यादेश के विरोध में उन्होंने मेरठ के जिला मुख्यालय पर हल्ला बोला है. उन्होंने कहा कि सरकार ने तीन अध्यादेश जारी किए हैं. जिसमें सबसे पहला मंडी समिति खत्म करने का, दूसरा कॉन्टेक्ट फार्मिंग और तीसरा अनलिमिटेड स्टॉक को लेकर सरकार ने गाइडलाइन जारी की है. इस के विरोध में किसान सड़कों पर हैं. उन्होंने कहा कि सरकार पूंजी पतियों को बढ़ावा दे रही है. अगर सरकार ने अपने अध्यादेश को जल्द ही वापस नहीं लिया तो वह इसके विरोध में मेरठ से लखनऊ तक पदयात्रा भी निकालेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि किसानों के गन्ने का पेमेंट समय से नहीं हो रहा और गरीबी और भुखमरी के चलते किसान आत्महत्या कर रहा है. बेरोजगारी चरम पर है जिसके चलते किसान परेशान हैं. कलेक्ट्रेट में हंगामे के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 की गाइड लाइन का जमकर मखौल उड़ाया गया.