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मेरठ: भिंडी की खेती से बढ़ेगी आमदनी, बुवाई के लिए फरवरी सबसे अच्छा महीना - मेरठ समाचार

यूपी के मेरठ में किसान इन दिनों सब्जी की खेती बहुतायत कर रहे हैं. इस संबंध में सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि भिंडी की खेती से किसान अपनी आमदनी में इजाफा कर सकते हैं.

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किसान कर सकते हैं अपनी आमदनी में इजाफा
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Published : Feb 26, 2020, 10:09 AM IST

मेरठ: सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए भिंडी की खेती अधिक आमदनी का जरिया बन सकती है. इसके लिए किसानों को वैज्ञानिक सलाह के साथ अच्छी प्रजातियों को ही अपनाना होगा.

किसान कर सकते हैं अपनी आमदनी में इजाफा.

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह समय भिंडी की खेती के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है.

वेस्ट यूपी में किसान सब्जी की खेती के प्रति जागरूक हुए हैं. सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि भिंडी खेती के लिए फरवरी का यह समय सबसे अधिक उपयुक्त है. किसान यदि इस समय भिंडी खेती के लिए बीज की बुवाई करेंगे तो उन्हें इसका लाभ मिलेगा. इस समय बुवाई की गई फसल बारिश से पहले तैयार हो जाएगी. बाजार में उस वक्त डिमांड अधिक रहती है. इसलिए फसल का दाम भी अच्छा मिलेगा.

सत्यप्रकाश ने बताया कि भिंडी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज-लवण जैसे कैल्शियम-फास्फोरस के अलावा विटामिन ए, बी, सी, थाईमीन पाया जाता है. भिंडी का फल कब्ज रोगी के लिए विशेष गुणकारी होता है.

अधिक उत्पादन करने के लिए शंकर प्रजाति की भिंडी का इस्तेमाल किसानों को करना चाहिए. वैज्ञानिक विधि से खेती करने पर उच्च गुणवत्ता का उत्पादन किसान प्राप्त कर सकते हैं.
डॉ सत्यप्रकाश, कृषि वैज्ञानिक

मेरठ: सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए भिंडी की खेती अधिक आमदनी का जरिया बन सकती है. इसके लिए किसानों को वैज्ञानिक सलाह के साथ अच्छी प्रजातियों को ही अपनाना होगा.

किसान कर सकते हैं अपनी आमदनी में इजाफा.

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह समय भिंडी की खेती के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है.

वेस्ट यूपी में किसान सब्जी की खेती के प्रति जागरूक हुए हैं. सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि भिंडी खेती के लिए फरवरी का यह समय सबसे अधिक उपयुक्त है. किसान यदि इस समय भिंडी खेती के लिए बीज की बुवाई करेंगे तो उन्हें इसका लाभ मिलेगा. इस समय बुवाई की गई फसल बारिश से पहले तैयार हो जाएगी. बाजार में उस वक्त डिमांड अधिक रहती है. इसलिए फसल का दाम भी अच्छा मिलेगा.

सत्यप्रकाश ने बताया कि भिंडी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज-लवण जैसे कैल्शियम-फास्फोरस के अलावा विटामिन ए, बी, सी, थाईमीन पाया जाता है. भिंडी का फल कब्ज रोगी के लिए विशेष गुणकारी होता है.

अधिक उत्पादन करने के लिए शंकर प्रजाति की भिंडी का इस्तेमाल किसानों को करना चाहिए. वैज्ञानिक विधि से खेती करने पर उच्च गुणवत्ता का उत्पादन किसान प्राप्त कर सकते हैं.
डॉ सत्यप्रकाश, कृषि वैज्ञानिक

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