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इंटेलिजेंस अफसर बनकर IIMT विवि के कुलाधिपति से मांगे तीन करोड़ रुपए, कहा- नहीं दिए तो बर्बाद कर दूंगा - आईआईएमटी यूनिवर्सिटी मेरठ

मेरठ की आईआईएमटी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता से रात में फोन करके रुपए मांगे गए. पुलिस की जांच में 12 साल पुराना लेन-देन का मामला सामने आया.

मेरठ की आईआईएमटी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता.
मेरठ की आईआईएमटी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता.
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Published : Feb 6, 2023, 8:06 PM IST

मेरठ की आईआईएमटी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता घटना के बारे में बताते हुए.

मेरठ: उत्तर प्रदेश में मेरठ की आईआईएमटी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता से तीन करोड़ रुपए मांगे गए हैं. फर्जी इंटेलिजेंस अफसर बनकर एक व्यक्ति ने ये रुपए मांगे हैं. शख्स ने धमकी भी दी है कि रुपए नहीं दिए तो बर्बाद कर दूंगा. शख्स की धमकी के बाद योगेश मोहन गुप्ता ने सिविल लाइन थाने में तहरीर देकर पुलिस से सुरक्षा की मांग की है. वहीं एसएसपी ने पूरे मामले में जांच बैठा दी है।

'रुपया नहीं दिया तो देख लेना क्या होगा'
कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने बताया कि उन्हें रात 11 बजे एक नंबर से फोन आया, जिसमें एक व्यक्ति ने कहा कि मैं इंटेलिजेंस का अफसर बोल रहा हूं. तुम्हारे घर के बाहर खड़ा हूं. फौरन मुझे तीन करोड़ रुपए दे दो, अगर नहीं दिए तो सोच लेना कि मैं क्या कर सकता हूं. फोन करने वाले ने खुद को इंटेलिजेंस का अफसर बताया था. यह भी कहा कि अगर अभी रुपया नहीं दिया तो सुबह देख लेना तुम्हारा क्या होगा. तुम्हारे घर टीम लेकर आऊंगा और रेड डालूंगा, तब बड़ी कार्रवाई हो जाएगी. इसलिए अभी रुपया लेकर गेट के बाहर आ जाओ.

12 साल पुराना लेनदेन का है विवाद
पुलिस के अनुसार यह एक लेनदेन का पुराना विवाद है, जिसमें जांच की जा रही है. वहीं योगेश मोहन गुप्ता ने बताया कि 12 साल पहले एक बिल्डर ने उनके यहां काम करने का ठेका लिया था. ठेके की रकम लेने के बाद बिल्डर आधा काम करके भाग गया. बाद में योगेश गुप्ता की तरफ से आर्बिटेशन के लिए अप्लाई किया गया था. आर्बिटेशन के निर्णय में 39 लाख रुपए हमें मिलने थे. न्यायालय से हमारे हक में फैसला आया. जब उसे लगा कि न्यायिक तरीके से वो हमसे पैसा नहीं ले सकता तो अधिकारी बनकर उसने हमसे पैसे मांगे हैं और झूठे कॉल करा रहा है.

पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
फोन पर रुपयों की मांग और धमकी के बाद योगेश मोहन गुप्ता ने पुलिस से संपर्क किया और पुलिस को तहरीर दी है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि तहरीर मिली है. उनसे एक व्यक्ति ने पैसे मांगे हैं. ये आपसी लेनदेन का मामला है, मुकदमा दर्ज करके छानबीन की जा रही है, जो व्यक्ति अफसर बनकर धमकी दे रहा है उसकी जांच की जा रही है.

ये भी पढ़ेंः Supreme Court ने कैदियों की समय पूर्व रिहाई पर उत्तर प्रदेश से कहा, प्रक्रिया में मनमाना रवैया नहीं, उचित मानदंड अपनाएं

मेरठ की आईआईएमटी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता घटना के बारे में बताते हुए.

मेरठ: उत्तर प्रदेश में मेरठ की आईआईएमटी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता से तीन करोड़ रुपए मांगे गए हैं. फर्जी इंटेलिजेंस अफसर बनकर एक व्यक्ति ने ये रुपए मांगे हैं. शख्स ने धमकी भी दी है कि रुपए नहीं दिए तो बर्बाद कर दूंगा. शख्स की धमकी के बाद योगेश मोहन गुप्ता ने सिविल लाइन थाने में तहरीर देकर पुलिस से सुरक्षा की मांग की है. वहीं एसएसपी ने पूरे मामले में जांच बैठा दी है।

'रुपया नहीं दिया तो देख लेना क्या होगा'
कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने बताया कि उन्हें रात 11 बजे एक नंबर से फोन आया, जिसमें एक व्यक्ति ने कहा कि मैं इंटेलिजेंस का अफसर बोल रहा हूं. तुम्हारे घर के बाहर खड़ा हूं. फौरन मुझे तीन करोड़ रुपए दे दो, अगर नहीं दिए तो सोच लेना कि मैं क्या कर सकता हूं. फोन करने वाले ने खुद को इंटेलिजेंस का अफसर बताया था. यह भी कहा कि अगर अभी रुपया नहीं दिया तो सुबह देख लेना तुम्हारा क्या होगा. तुम्हारे घर टीम लेकर आऊंगा और रेड डालूंगा, तब बड़ी कार्रवाई हो जाएगी. इसलिए अभी रुपया लेकर गेट के बाहर आ जाओ.

12 साल पुराना लेनदेन का है विवाद
पुलिस के अनुसार यह एक लेनदेन का पुराना विवाद है, जिसमें जांच की जा रही है. वहीं योगेश मोहन गुप्ता ने बताया कि 12 साल पहले एक बिल्डर ने उनके यहां काम करने का ठेका लिया था. ठेके की रकम लेने के बाद बिल्डर आधा काम करके भाग गया. बाद में योगेश गुप्ता की तरफ से आर्बिटेशन के लिए अप्लाई किया गया था. आर्बिटेशन के निर्णय में 39 लाख रुपए हमें मिलने थे. न्यायालय से हमारे हक में फैसला आया. जब उसे लगा कि न्यायिक तरीके से वो हमसे पैसा नहीं ले सकता तो अधिकारी बनकर उसने हमसे पैसे मांगे हैं और झूठे कॉल करा रहा है.

पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
फोन पर रुपयों की मांग और धमकी के बाद योगेश मोहन गुप्ता ने पुलिस से संपर्क किया और पुलिस को तहरीर दी है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि तहरीर मिली है. उनसे एक व्यक्ति ने पैसे मांगे हैं. ये आपसी लेनदेन का मामला है, मुकदमा दर्ज करके छानबीन की जा रही है, जो व्यक्ति अफसर बनकर धमकी दे रहा है उसकी जांच की जा रही है.

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