मथुरा: जिले का चर्चित हॉस्पिटल नयति एक बार फिर से विवादों में है. हालांकि इस अस्पताल की शुरुआत देश के बड़े उद्योग पति रतन टाटा ने मथुरा की जनता के लिए की थी. नयति हॉस्पिटल और विवादों का चोली दामन का साथ है. यहां के कर्मचारियों और मैनेजमेंट का व्यवहार जनता के प्रति जग जाहिर है. अब चाहे वह पूर्व में पत्रकारों के साथ मारपीट का मामला हो या फिर भाजपा नेता को पीटे जाने का मामला रहा हो.
जानें क्या है पूरा मामला
जनपद के चर्चित नयति हॉस्पिटल में अब नया मामला सामने आया है. यहां दवा सप्लायरों ने जमकर हंगामा काटा. उनका आरोप है कि दवाइयों का बड़ा भुगतान अस्पताल ने व्यापारियों का रोका हुआ है. इसके पहले यहां के कर्मचारी ही मैनेजमेंट के विरुद्ध हड़ताल कर चुके हैं. लोगों का साफ आरोप था कि यहां कोई किसी की सुनने वाला नहीं है. यहां साल सालभर से दवाइयां सप्लाई करने वाले लोगों का कहना था कि उनका कई कई लाख रुपये बकाया है, जिनका अभी तक भुगतान नहीं किया गया है.
दवा सप्लायरों का करोड़ों रुपया अस्पताल पर बकाया है, लेकिन अस्पताल प्रशासन कोई जवाब नहीं दे रहा है. जब सप्लायर बात करने की कोशिश कर रहे हैं तो उनसे बात नहीं की जा रही है. उल्टा जब लोग अस्पताल में मैनेजमेंट से बात करने के लिए अस्पताल के अंदर जाना चाहते हैं तो उन्हें सुरक्षा कर्मियों द्वारा रोक दिया जा रहा है, जिससे नाराज लोगों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा काटा और अस्पताल पर कई गंभीर आरोप भी लगाए.